देवी की भक्ति से कभी दरिद्र नहीं होता!स्वामी चिदात्मन महाराज
अनूप कुमार सिंह।
पटना।देवी भागवत में भगवती ने स्वयं कहा है कि मेरा भक्त कभी दरिद्र नहीं हो सकता!भगवती जगदंबा की कृपा के बिना जीवन में सुख समृद्धि की कल्पना नहीं की जा सकती! श्रीमद् देवी भागवत के कथा श्रवण मात्र से ही प्राणी परम पद को प्राप्त होता है! और सांसारिक जीवन में सभी सुखों को भोगता है!उक्त बातें परम पूज्य गुरुदेव संत शिरोमणि करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कही!वे
शनिवार को राजधानी पटना के पुलिस कॉलोनी स्थित साइ बाबा सेवा समिति के बैनर तले आयोजित अनंत श्री लक्ष्याहूती अंबा महायज्ञ सह श्रीमद् देवी भागवत कथा में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित कर रहे थे !श्रीमद् देवी भागवत एवं अंबा महायज्ञ 20 नवंबर से प्रारंभ हुआ है! जो 28 नवंबर तक चलेगा।
परम पूज्य गुरुदेव ने कहा कि सनातन हिंदू धर्म संस्कृति का आदि ग्रंथ वेद है।वेदों में माता-पिता और गुरु को सर्वोपरि स्थान दिया गया है। इसलिए सनातन हिंदू धर्म संस्कृति संपूर्ण विश्व में सर्वोत्तम है ।अंबा महायज्ञ में प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से 11:00 बजे तक जपात्मक पाठक आत्मक एवं हवनात्मक क्रिया होता है। संध्या में देवी भागवत की कथा होती है। पूज्य श्री लक्ष्मण जी महाराज इस कथा के कथा व्यास हैं। इसके पूर्व 20 नवंबर को सुबह 6:00 बजे साइ मंदिर से कलश शोभायात्रा निकाला गया ।इसमें दर्जनों श्रद्धालु महिला एवं पुरुष भक्तों ने भाग लिया पूज्य गुरुदेव ने कहा है कि जो व्यक्ति इस कथा में यजमान बनना चाहता है उसका स्वागत है ।क्योंकि यजमान बनने से समस्त देवी देवताओं का पूजन और अपने पितरों को प्रसन्न कर घर परिवार में सुख समृद्धि पाया जा सकता है और रोग दोष का नाश भी होता है ।
कथा व्यास पूज्य श्री लक्ष्मण जी महाराज ने कहा कि भगवती की कथा के श्रवण चिंतन और मनन से समस्त बाधाओं का नाश होता है। और मां जगदंबा की असीम कृपा प्राप्त होती है।

