कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधानसभा चुनाव पर बनी रणनीति
रांची: विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस एक्टिव मूड में आ गई है। रविवार को स्थानीय परिसदन में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता विधायक दल नेता डॉ रामेश्वर उरांव ने की। बैठक में विधायकों को निर्देश देते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि 5 वर्षों तक जनहित में किए गए कार्यों को जनता के बीच ले जाने का समय आ गया है पूरी मजबूती के साथ अपनी बातों को आवाम के साथ सामने रखना होगा जनता की जरूरत के अनुसार भविष्य की नीति निर्धारित करनी होगी कांग्रेस द्वारा घोषणा पत्र के अनुसार किए गए कार्यों का प्रचारित प्रसारित करना होगा जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी को जन्मदाता बनाना है ताकि जनता अपना अधिकारों की लड़ाई में आगे जाकर सहभागी बने जिसका जो हक है उसे मिलना चाहिए। झारखंड में चल रही कल्याणकारी योजनाओं को लोगों के बीच रखें ताकि उनके बीच कोई भ्रम ना रहे। अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी रुपरेखा तैयार करें बुथ स्तर तक अभी से ही पहुंचने का प्रयास करें। वरीय कांग्रेसियों से जुड़ने का सशक्त माध्यम बनाएं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि महागठबंधन सरकार द्वारा किए गए कार्य झारखंड के विकास के इतिहास में मिल का पत्थर साबित होगा। विधायकों का दायित्व है कि सिर्फ अपने क्षेत्र में ही नहीं बल्कि नजदीकी विधानसभा क्षेत्र में भी महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए सक्रिय रहे अभी से ही महागठबंधन दलों नेताओं कार्यकर्ताओं से संपर्क स्थापित कर चुनावी रणनीति पर कम करें सट्टा लालू को विपक्ष क्षेत्रवार मुद्दे बदलकर चुनावी दिशा मुड़ना चाहती है ।हमारा ध्यान विपक्ष के सांप्रदायिक मानसिकता से जनता को बचाना है। विपक्ष हताश है धन कुबेरों का साथ लेकर वह मानसिकता की राजनीतिक कर झारखंड की सत्ता पर काबिज होना चाहती है। महागठबंधन सरकार की उपलब्धियां को देखकर उनके पास घोषणाओं और मुद्दों की कमी हो गई है झारखंड में संवेदनशील परिस्थितियों उत्पन्न करने का प्रयास हो रहा है। चुनाव के समय ऐसी तख्तों का प्रयोग विपक्ष हर जगह करता है।उनके द्वारा समाज के ध्रुवीकरण के प्रयास को सफल करना है। उनकी हर गतिविधि पर नजर रखना है।
बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक दल नेता डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि जनता ने जिस भरोसे और विश्वास पर हमें सत्ता सौंप थी। उसे पर हमने खरा उतरने का प्रयास किया। जरूरत के अनुसार सरकार ने नीतियां बनाई और उसका भली भांति क्रियान्वयन किया। खाली खजाने के साथ हमने सरकार का गठन किया था। कोविड जैसी महामारी महागठबंधन सरकार के कार्यकाल में आई। लेकिन इच्छा शक्ति और जनता के सहयोग से सरकार विपरीत परिस्थितियों रहते हुए भी अपना कार्यकाल पूरा कर रही है। कांग्रेस नेतृत्व के दिशा निर्देशों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र से लेकर राज्य स्तर तक आधारभूत संरचनाओं के निर्माण और विकास में कई अहम कार्य किए गए।
बैठक में मंत्री बन्ना गुप्ता, डॉ. इरफान अंसारी, प्रदीप यादव, बादल पत्रलेख, उमाशंकर अकेला, कुमार जयमंगल, नमन विक्सल कोंगारी, सोना राम सिंकू, रामचन्द्र सिंह, राजेश कच्छप, भूषण बाड़ा, शिल्पी नेहा तिर्की, कालीचरण मुण्डा शामिल थे।