राजद ने एक देश एक चुनाव संघीय ढांचे पर घातक कदम बताया
रांची: प्रदेश राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश आजादी के 75 वें वर्ष पर संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में संविधान पर चर्चा की जा रही है। ज्ञातव्य है कि बीजेपी पर संविधान बदलने, क्षेत्रीयता का स्वायत्त को समाप्त करने की लगातार कोशिश पर सवाल उठाए जा रहे हैं उसके बावजूद चर्चा के दौरान बीजेपी का नकारात्मक चेहरा उजागर हुआ और अहंकारी व्यवहार दिख रहा है।
यादव ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा आज लोकसभा में एक देश एक चुनाव बिल पेश किया गया जिसका तमाम विपक्षी पार्टियां एवं अनेकों सामाजिक संगठनों ने इसका बहिष्कार कर विरोध किया है क्योंकि यह संविधान पर जबरदस्त तमाचा है ! स्पष्ट तौर पर कहना है कि क्षेत्रीयता भाषा संस्कृति स्वतंत्रता और व्यक्ति की आजादी पर प्रहार होगा और मूल भावनाओं को ध्वस्त करने जैसा होगा।
विदित है विगत लोकसभा आम चुनाव 2024 के दौरान भाजपा के अनेकों उम्मीदवार और नेताओं द्वारा दो तिहाई बहुमत आने पर संविधान बदलने की बात कही गई थी इसलिए भाजपाइयों का आचरण को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि देश का रक्षा कवच भारतीय संविधान को बीजेपी द्वारा एक देश एक चुनाव के नाम पर संविधान को खत्म करने की ओर खतरनाक कदम उठाई जा रही है।
यादव ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा और लोकतांत्रिक अधिकार हमारा भारतीय संविधान ने दिया है जो सबसे मजबूत है।
एक देश एक चुनाव का निर्णय संवैधानिक व्यवस्था के हिसाब से बहुमत के खिलाफ है इस निर्णय से क्षेत्रीय मुद्दे और क्षेत्रीयता तथा भाषा संस्कृति एवं मूल भावनाओं की आवाज का गला घोंटने जैसा और यह संघीय ढांचे के लिए बेहद घातक कदम साबित होगा इसलिए संविधान के मूल भावना के खिलाफ इस बिल का राजद विपक्षी दलों के समर्थन के साथ पुरजोर विरोध करता है ।