राज्यसभा चुनावः आग इधर भी और उधर भी, बीजेपी में लोकल नेताओं का हो सकता है सपना चकनाचूर
रांचीः झारखंड में चल रहे उथल -पुथल के साथ बीच में राज्यसभा चुनाव भी अपनी कहानी गढ़ रही है। आग इधर भी लगी है और उधर भी। उम्मीदवारी को लेकर बीजेपी में खलबली है। इसकी वजह यह है कि बीजेपी में केंद्र से उम्मीदवार भेजे जाने की अधिक संभावना बनती नजर आ रही है। जिससे लोकल नेताओं का सपना चकनाचूर हो सकता है। वैसे तो लोकल नेताओं में पूर्व सीएम रघुवर दास सहित कई नाम सामने आ रहे हैं। बहरहाल राज्यसभा की उम्मीदवारी के लिए बीजेपी में लॉबिंग काऱी तेज हो गई है। सेटिंग -गेटिंग का दौर चल रहा है। दिल्ली दरबार में भी हाजिरी लगाई जा रही है। वहीं आग दूसरी तरफ भी लगी है। महागठबंधन में भी उम्मीदवारी के लिए दांव पर दांव खेले जा रहे हैं। कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने अपने पिता फुरकान अंसारी का नाम सामने लाकर ऐलान भी कर दिया है कि कांग्रेस के 17 विधायक हमारे साथ हैं। वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने स्पष्ट कहा है कि पिछले राज्यसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सरोन को राज्यसभा भेजा गया। इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार को तवज्जो मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संख्या बल के अनुसार कांग्रेस अकेले रास चुनाव नहीं जीत सकती लेकिन गठबंधन के पास पर्याप्त संख्या बल है जिससे एक राज्यसभा सीट गठबंधन के खाते में आ सकती है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने भी कहा है कि इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार को महागठबंधन का समर्थन मिलना चाहिए। वहीं झामुमो भी किसी तरह के कंपरमाइज के मूड में नहीं है। वैसे तो एक सीट के लिए झामुमो के पास पर्याप्ट नंबर है। ऐसे में कांग्रेस पहले कंफर्म सीट के लिए कांग्रेस का उम्मीदवार और चुनावी कौशल से दूसरी सीट के लिए इस बार झामुमो का उम्मीदवार चाहती है। बताते चलें कि झारखंड में दो सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है