पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण के तीसरे दिन लाभार्थियों को कराया गय प्रैक्टिकल

कोडरमा: जिले के चंदवारा पंचायत अंतर्गत आरागोरा गांव स्थित पंचायत सचिवालय में कृषि सहकारिता उद्यान निदेशालय द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के एससी, एसटी महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण के तीसरे दिन गुरुवार को प्रैक्टिकल कराया गया।

रातभर केमिकल में कुट्टी को भिगोने के बाद महिलाओं ने गीला कुट्टी को धूप में सूखने दिया। स्थानीय लोक गीत के मधुर गीतों में महिलाओं ने बड़े चाह से कुट्टी को सुखाया। करीब दो घंटे तक धूप में कुट्टी के सूखने के बाद प्लास्टिक के बैग में मशरूम का बीज और कुट्टी को बैग में डाला।
लाभार्थियों को एपीपी एग्रीगेट मशरूम उत्पादन केंद्र खूंटी के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। एपीपी एग्रीगेट के निदेशक प्रभाकर कुमार ने बताया की कोडरमा में तीन जगहों पर प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। डोमचांच,जयनगर, सुगासाग और आरागारो में दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण पांच दिनों का है। प्रशिक्षण के अंतिम दिन लाभार्थियों को मशरूम किट दिया जायेगा। इसमें महिलाओं को हम लोग मशरूम उत्पादन के तकनीक के बारे में जानकारी देते हैं। यहां की महिलाएं इस प्रशिक्षण में बढ़चढ़ कर भाग ले रही है। उन्होंने कहा कि हमलोग मशरूम की खरीदारी भी करते हैं इस लिए इनलोगों को मार्केट जाने का भी जरूरत नहीं पड़ेगा। मशरूम से बारी,अचार पापड़ तैयार किया जाता है।
वहीं कृषि मित्र अजय साहू ने लाभार्थियों को मशरूम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कृषि विभाग ग्रामीण महिलाओं को बगैर पूंजी के मशरूम का उत्पादन का प्रशिक्षण दे रही है। बेहतर तरीके से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण ले और अपने घर पर इसका उत्पादन करें। इसके लिए आप लोगों को सजग रहना होगा।
कोडरमा उद्यान मित्र रामअवतार उर्फ पप्पू यादव ने लाभार्थियों को मशरूम उत्पादन के बारे में बारीकी से बताया।  साथ ही इसके उत्पादन से लाभ के बारे में बताया।
वहीं लाभार्थियों में पूनम देवी, तेजनी देवी,कौशल्या देवी,दुलारी देवी,ललिता देवी,आरती कुमारी,रीना देवी सहित कई महिलाओं ने प्रशिक्षण में दिए गए मशरूम उत्पादन के बारे में बातों को शेयर किया।

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