बेहतर हेल्थ और वेल्थ के लिए करें मशरूम का उत्पादन : प्रभाकर कुमार
कोडरमा : एपीपी एग्रीगेट के निदेशक प्रभाकर कुमार ने कहा कि बेहतर हेल्थ और वेल्थ के लिए मशरूम का उत्पादन बहुत जरूरी है। झारखंड में ग्रामीण महिलाएं मशरूम का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रहीं हैं। मशरूम का नियमित सेवन करने से महिलाएं और बच्चे कुपोषण से दूर होंगी। वे मंगलवार को कोडरमा के अलग अलग प्रखंडों में कृषि एवम सहकारिता उद्यान विभाग निदेशालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी जनजातीय महिलाएं बड़ी संख्या में मशरूम उत्पादन से जुड़ रही हैं। झारखंड के कई जिले में एपीपी एग्रीगेट के द्वारा उन महिलाओं को मशरूम उत्पादन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण महिलाओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इतनी तादाद में उपस्थित महिलाओं को देख कर साफ प्रतीत हो रहा है की कोडरमा की महिलाएं मशरूम उत्पादन के प्रति काफी एक्टिव है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस योजना से लाखों महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं।
वहीं प्रशिक्षक अनमोल कुमार,पूनम देवी,ज्योति कुमारी ने भी मशरूम उत्पादन की तकनीक पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण में आई प्रियंका देवी,बेबी यादव,लक्ष्मी कुमारी,मंजू देवी और रेनू कुमारी ने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से हम ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी।गांव में कुपोषण की सबसे अधिक समस्या है,ऐसे में यदि मशरूम का प्रशिक्षण लेकर इसका तकनीकी रूप से उत्पादन किया जाए तो निश्चित रूप से हम लोगों का लाभ होगा। साथ हमने बच्चे भी बड़े बड़े स्कूलों में पढ़ पाएंगे।
मंगलवार को जयनगर, चंदवारा,डोमचांच,कोडरमा में प्रशिक्षण का कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर एकेएम निशा कुमारी,उद्यम मित्र अजय साव, डोमचांच के भुनेश्वर दास,रामावतार प्रसाद यादव सहित कई लोग उपस्थित थे।