छात्राओं पर पुलिस की लाठीचार्ज निंदनीय, राज्य सरकार का छात्र विरोधी चेहरा उजागर: आजसू

रांची:रांची में अपने हक अधिकार न मिलने व नियोजन में 60–40 के नीति के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्र– छात्राओं पर पुलिस की ओर से बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किए जाने की घटना की आजसू निंदा करती है। इस अवसर पर आजसू के रांची विश्वविद्यालय अध्यक्ष नीतीश सिंह ने कहा कि रांची में अहिंसक रूप से आंदोलनरत छात्र छात्राओं के साथ हुई बर्बरतापूर्ण करवाई रूपी लाठीचार्ज से हेमंत सरकार की छात्र विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।

उन्होंने कहा कि छात्रों का आंदोलन एक प्रदर्शन होता है जिसका उद्देश्य उनकी माँगों को सुनिश्चित करना होता है। इस तरह पुलिसिया हिंसा उनकी माँगों को नहीं पूरा करती बल्कि समस्या को और बढ़ाती है। इसलिए, सरकारों और प्रशासनों को ऐसी स्थितियों का संभाव्य जवाब तलाश करना चाहिए, जो इस तरह की हिंसा को कम कर सकते हैं और छात्रों की माँगों को सुलझा सकते हैं। मगर राज्य समस्या के समाधान के विपरीत दमनकारी नीति को अपना रही है।

पुलिस का कार्य लोकतंत्र में नागरिकों के सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए होना चाहिए, लेकिन हेमंत सरकार बाध्यकारी रूप से पुलिस का दुरुपयोग अपने हक अधिकार के लिए सड़क पर उतरे राज्य के हजारों छात्र छात्राओं के खिलाफ कर रही है जो लोकतंत्र के लिए घातक है।
सधन्यवाद।

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