एक्शन में पुलिस, पत्थरबाजों को ढ़ूंढ रही पुलिस, पोपुलर फ्रंट आफ इंडिया पर है पुलिस की नजर
रांचीः शुक्रवार को हुए रांची में बवाल के बाद झारखंड सरकार एक्शन में आ गई है। रांची पुलिस पूरी तरह से एक्शन में आ गई है। इस मामले में पुलिस को पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) पर शक है। इसकी तहकीकात कर रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को शक इसलिए भी है कि रांची में नुपुर शर्मा की जो पोस्टर बिखरी मिली थी वह यूपी में हुए उपद्रव के बाद बरामद हुए थे। इस कारण पुलिस का यकीन पक्का हो गया है। बताते चलें इस चरमपंथी संगठन का नाम हाल ही में हुए कर्नाटक हिंसा के दौरान आया था. इस संगठन की ओर से पत्थरबाजों को तैयार कर उसे विभिन्न राज्यों में भेजने का काम किया जा रहा है. कर्नाटक पुलिस का दावा है कि इस संगठन के पत्थरबाजों के एक्शन जम्मू के पत्थरबाजों की तरह ही है, जो पुलिस प्रशासन पर पत्थरबाजी करने में एक्सपर्ट हो गये हैं. इसलिए झारखंड सरकार का खुफिया तंत्र पत्थरबाजों की तलाशी जोर-शोर से कर रही है. उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस भी एक्शन में है. बताते चलें कि कर्नाटक में 2006 में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (एनडीएफ) के उत्तराधिकारी के रूप में गठित और नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट बना. इसके बाद पीएफआइ बनाया गया. संगठन पर भारत सरकार द्वारा राष्ट्र-विरोधी और असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगता रहा है. दिल्ली हिंसा में भी पीएफआइ का नाम आया था और आप पार्टी के पार्षद इसमें गिरफ्तार किये गये थे वहीं । राज्य के आला अफसरों को भी इसकी सूचना मिली है कि रांची को दहलाने के लिए उत्तर प्रदेश से फंडिंग की गई है।