चार दिसंबर को शिक्षक गौरव सम्मान समारोह सह कार्यशाला का पासवा करेगी आयोजन
रांची:प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा आगामी 4 दिसम्बर को शिक्षक गौरव सम्मान समारोह सह कार्यशाला का आयोजन करने जा रही है।
झारखण्ड प्रदेश पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे की अध्यक्षता में पासवा कोर कमिटी की बैठक में शिक्षकों के लिए बच्चों द्वारा मोबाइल का इस्तेमाल एक चुनौती एवं नये सत्र में शिक्षक छात्र संबंधों पर कार्यशाला में चर्चा होगी। कार्यशाला में शिक्षाविदों एवं संबंधित विषयों के जानकारों द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा। तत्पश्चात 1000 से अधिक शिक्षकों को शिक्षक गौरव सम्मान समारोह से सम्मानित किया जाएगा।
2019 में तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा 2019 में आरटीई कानून में किए गए संशोधन को निरस्त करने की मांग को लेकर, जमीन की बाध्यता कानून को लेकर एवं यूडाइस कोड के संदर्भ में पासवा का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो से मुलाकात करेगा। बैठक में कहा गया है कि पूरे देश में झारखंड ही एकमात्र ऐसा राज्य है जहां शिक्षा का अधिकार कानून में तब्दीली कर रघुवर दास ने पूरे निजी विद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों के खिलाफ साजिश रचने का काम किया।
बैठक में कहा गया कि 24 नवंबर को चतरा जिला पासवा द्वारा सिमरिया में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रतिभावान छात्र छात्राओं को सम्मानित कार्यक्रम में प्रदेश पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे शामिल होंगे।
बैठक के उपरांत पासवा एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से मुलाकात की एवं उन्हें शिक्षक गौरव सम्मान समारोह एवं कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया।डा.उरांव ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों, बच्चों एवं शिक्षकों के बीच जाना उन्हें काफी अच्छा लगता है। उन्होंने कहा शिक्षा के बिना सबकुछ बेकार है,जिस दिन शत प्रतिशत साक्षरता होगी उसी दिन हमारा काम पूरा होगा।डा उरांव ने पासवा प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि आरटीई कानून एवं स्कूल ऐफिलिऐशन में जमीन बाध्यता कानून को लेकर स्वयं भी शिक्षा मंत्री से बात करेंगे
बैठक में लाल किशोर नाथ शाहदेव,डा राजेश गुप्ता छोटू,अरविन्द कुमार, मनोज कुमार,राशिद अंसारी, मुजाहिद इस्लाम,डा सुषमा केरकेट्टा,अजय किशोर, कैलाश कुमार,शुभोजित अधिकारी,अलताफ अंसारी, मेंहुल दूबे,राजन कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे।