बिहार के उज्जवल भविष्य निर्माण में अधिवक्ताओं की भूमिका में संवाद का आयोजन
पटना। लेट्स इंस्पायर्ड बिहार के अंतर्गत बुधवार को पटना में ऐतिहासिक अधिवक्ता_संवाद का आयोजन किया गया।जिसका विषय था “बिहार के उज्ज्वल भविष्य निर्माण में अधिवक्ताओं की भूमिका” । उक्त संवाद का उद्देश्य विधिक विशेषज्ञों व हितधारकों को एक साथ लाकर राज्य के भविष्य को आकार देने में अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार करना था।उक्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पटना उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश, माननीय न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद व साथ ही विशिष्ट अतिथियों के रुप में सम्मानित सेवानिवृत्त न्यायाधीशगण माननीय न्यायमूर्ति संजय कुमार, माननीय न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद, व माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती मृदुला मिश्रा उपस्थित थीं। उनके सामूहिक अनुभव ने बिहार में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में विधिक सेवा के महत्व पर अमूल्य दृष्टिकोण प्रदान किया । संवाद कार्यक्रम में बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष रामाकांत शर्मा, एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा, एम्बिशन लाॅ इंस्टिट्यूट के निदेशक आलोक रंजन जैसे प्रमुख विधिक विशेषज्ञों की गरिमापूर्ण उपस्थिति रही । उनके योगदान ने न्याय की रक्षा और राज्य की प्रगति में विधिक पेशेवरों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।अपने
संबोधन के क्रम में अभियान के संस्थापक आईजी विकास वैभव ने कहा कि यह संवाद अभियान के लिए ऐतिहासिक है।हमारे उस संकल्प का प्रतीक है। जो बिहार में परिवर्तन और प्रगति की प्रेरणा देने वाले एक ऐसे वातावरण को निर्मित करने पर आधारित है। जो हमारे गौरवशाली इतिहास व धरोहरों के मजबूत स्तम्भों पर टिका है। मैंने अभियान के माध्यम से समाज में विभिन्न प्रकार के नित्य हो रहे सकारात्मक योगदान, विशेषकर राज्य भर में अधिवक्ता अध्याय के माध्यम से वंचित व्यक्तियों को न्याय सुनिश्चित कराने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया।पटना उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद ने युवा अधिवक्ताओं को उनकी महत्वपूर्ण सामजिक जिम्मेदारी की याद दिलाई कि वे एक न्यायसंगत व समतामूलक समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं । उन्होंने युवा अधिवक्ताओं से समाज के हाशिए पर पड़े और वंचित वर्गों के लिए काम करने का आह्वान किया ।
सेवानिवृत्त माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती मृदुला मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में व्याप्त जातिवाद राज्य प्रगति में बाधा डाल रहा है । उन्होंने ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ की समाज में सकारात्मक योगदान के लिए प्रशंसा की।वहीं शिक्षा, समानता और उद्यमशीलता के संगठनात्मक सिद्धांतों की सराहना की ।
कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत्त माननीय न्यायमूर्ति श्री संजय कुमार ने राष्ट्र निर्माण में अधिवक्ताओं द्वारा निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका पर जोर दिया। और कहा कि बिहार के उज्जवल भविष्य के निर्माण में भी उनकी भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है।
सेवानिवृत्त माननीय न्यायमूर्ति श्री राजेंद्र प्रसाद ने अपने वक्तव्य में कहा कि अधिवक्ताओं के पास समाज में परिवर्तन के उत्प्रेरक बनने की अपार क्षमता है । उन्होंने ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ अभियान के माध्यम से बिहार के लोगों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने की दिशा में किए जा रहे विकास वैभव के प्रयासों की भी सराहना की ।
बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष श्री रामाकांत शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ के पास समाज की सेवा करने का एक बड़ा अवसर है । उन्होंने विकास वैभव द्वारा किए जा रहे नेक प्रयासों की प्रशंसा की ।
एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र सिंह ने विषय पर बोलते हुए कहा कि समाज में अधिवक्ताओं की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण है ।
दिल्ली स्थित एम्बिशन लाॅ इंस्टिट्यूट के निदेशक श्री आलोक रंजन ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि अधिवक्ता न्याय के स्तंभ हैं और बेहतर समाज के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
संवाद के दौरान, प्रतिभागियों ने बिहार में विधिक ढांचे को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की, न्यायपालिका और अधिवक्ताओं के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया ताकि राज्य द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों का समाधान किया जा सके । चर्चाओं में अधिवक्ताओं को परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में सशक्त बनाने, न्याय, समानता और विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियों के समर्थन पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।