सांसद कार्यालय टीम ने किया नवगछियाक्षेत्र में बाढ़ रोधी कार्यों का मूल्यांकन
@ काफी अनियमितताएं मिलीं, कार्य मानकों के अनुरूप नहीं।
प्रदीप विद्रोही,भागलपुर। सांसद कार्यालय की टीम ने इस्माइलपुर बिंद टोला, झल्लू दास, कदवा, राघोपुर एवं महादेव घाट में हो रहे बाढ़ रोधी कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि निर्माण कार्यों में घटिया किस्म की सामग्री का उपयोग किया गया है। बड़े पैमाने पर घोटाला प्रतीत हो रहा था।टीम द्वारा निम्नलिखित कार्यों का निरीक्षण किया गया : स्पर – 6 एनडी/एस नोज़ का पुनर्स्थापन तथा स्पर – 6 एनडी/एस शैंक से स्पर – 7 के यू/एस के बीच कटाव निरोधक कार्य, पूर्व में किए गए कटाव निरोधक कार्य का जीर्णोद्धार, और स्पर – 7 के डी/एस शैंक में नया कार्य। (राशि: ₹2.77 करोड़)
स्पर-8 और स्पर-9 के बीच रिवेटमेंट, तथा स्पर-9 से फेरी घाट तक कटाव निरोधक कार्य का जीर्णोद्धार। (राशि: ₹16.16 करोड़)
एसपी-7 और एसपी-8 के बीच दरार की मरम्मत एवं संरक्षण कार्य, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त एसपी-8 और उसके यू/एस फेस पर रिवेटमेंट।
स्पर-7 और स्पर-8 के बीच आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त तटबंध की बहाली एवं संरक्षण। (राशि: ₹38.05 करोड़)
इस्माइलपुर-बिंद टोली तटबंध के स्पर-9 और यू/एस-5 के समीपवर्ती क्षतिग्रस्त रिवेटमेंट की बहाली हेतु कटाव रोधी कार्य। (राशि: ₹6.80 करोड़)
वर्ष 2023 में झल्लू दास और ज्ञानी दास टोला गांव में कटाव रोधी कार्यों के क्षतिग्रस्त हिस्सों की बहाली। (राशि: ₹5.49 करोड़)
इस्माइलपुर-बिंद टोली में कटाव निरोधक कार्य के तहत 50 दिनों में ₹60 करोड़ की राशि खर्च की जानी थी। इसमें 125 मीटर में मिट्टी भराई, 242 मीटर में सीट पाइलिंग, गेवियन जियो बैग पीचिंग, बोल्डर रिवेटमेंट और स्पर संख्या 8 का पुनर्निर्माण शामिल है।कुछ कार्यों की प्रगति 14% से लेकर 83% तक दर्ज की गई है। इस बीच, किसी भी समय गंगा और कोशी नदी में बाढ़ आ सकती है।बोल्डर रिवेटमेंट में भी अनियमितताएं पाई गईं – गेवियन जियो बैग में रेत की जगह स्थानीय मिट्टी का इस्तेमाल किया गया तथा वजन भी मानक 50 किलो के बजाय केवल 38–40 किलो पाया गया।संवेदक त्रिवेणी कंपनी और अन्य कंपनियां कार्य समय पर पूरा करने में विफल दिखीं। उपयोग किए गए बोल्डर का आकार काफी छोटा और गुणवत्ता में बेहद खराब था। एनसी और बोल्डर पीचिंग कार्य भी मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए।चिंता की बात है कि मानसून आगमन के समय तक कार्य पूर्ण न होने से तटवर्ती गांवों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मौजूदा स्थिति:कई स्थानों पर कार्य पूर्ण हो चुका है, परंतु एनसी कार्य बेहद घटिया गुणवत्ता का है, जो मानकों के अनुरूप नहीं है।
कोशी नदी के बाएं तट पर कदवा गांव की सुरक्षा हेतु कटाव रोधी कार्य का जीर्णोद्धार। (राशि: ₹1.45 करोड़)
स्थिति: इस कार्य में सबसे अधिक भ्रष्टाचार पाया गया। मिट्टी भराई में भारी अनियमितताएं हैं। कार्य समाप्त हो चुका है लेकिन सभी कार्यों की गुणवत्ता अत्यंत खराब है। बल्लों की लंबाई और गुणवत्ता भी मानक से कम है। काम बिना किसी योजना के जैसे-तैसे किया गया है।
काजीकोरिया राघोपुर सीमांत बांध पर स्थित नोज़-ई के दोनों ओर कटाव निरोधक कार्य का जीर्णोद्धार। (राशि: ₹0.77 करोड़)
स्थिति: कार्य संतोषजनक पाया गया।
महादेवपुर घाट के पास नदी किनारे संरक्षण कार्य की बहाली। (राशि: ₹3.50 करोड़)। स्थिति: कार्य संतोषजनक पाया गया।

