दुमका में नाबालिग लड़की का शव पेड़ से लटका मिला, पांच दिनों से थी लापता
गणादेश ब्यूरो
दुमकाः जिला में एक और किशोरी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। बुधवार को एक 15 वर्षीय नाबालिग आदिवासी लड़की का शव काठीकुंड के बड़तल्ला गांव से बाहर पेड़ से लटका हुआ बरामद किया गया। मृतक लड़की की पहचान काठीकुंड थाना क्षेत्र के आमगाछी गांव की अंजनी सोरेन के रूप में कई गई। वह शिकारीपाड़ा में रह कर हाई स्कूल से 10वीं की पढ़ाई कर रही थी। मृतका दुर्गापूजा की छुट्टी में अपने चाचा के घर बड़तल्ला आई थी, जहां से वह शुक्रवार को निकली थी। तब से वह लापता थी। काठीकुंड थाना प्रभारी श्यामल कुमार मंडल ने बताया कि मंगलवार शाम परिवारवालों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना थाने में दी थी। बुधवार सुबह उसका शव बरामद किया गया है। शव पूरी तरह से खराब हो चुका है। काफी दुर्गंध आ रही है। इससे पता चल रहा है कि छात्रा की मौत तीन-चार दिन पहले ही हो गई थी। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। थाना प्रभारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के और जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि छात्रा ने आत्महत्या की है या किसी ने उसकी हत्या कर दी है।
एक माह पहले 2 सितंबर को दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र के श्रीअमड़ा में भी एक 14 किशोरी की हत्या कर शव को पेड़ पर लटका दिया गया था।
इस मामले पर बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा, दुमका में फिर एक आदिवासी बच्ची का शव पेड़ से लटका मिला है। झारखंड सरकार में राज्य की मां बेटियां पूरी तरह से असुरक्षित हो चुकी हैं, लेकिन राज्य सरकार सिर्फ जनता की आंखों में धूल झोंककर जनता के पैसों से अखबारों में अपना चेहरा चमकाने में मस्त है।