घोड़े पर सवार होकर आ रहीं मां दुर्गा, चैत्र नवरात्रि दो अप्रैल से
रांचीः चैत्र नवरात्र दो अप्रैल से शुरू हो रहा है। इस बार मां दुर्गा घोड़े पर सवार हो कर आ रही हैं। वहीं मां दुर्गा की विदाई भैंस पर होगी. जब मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं तो युद्ध के हालात बनते हैं. वहीं मां दुर्गा भैंसे की सवारी से प्रस्थान करती हैं, तो देश में रोग और कष्ट बढ़ते हैं. । घट स्थापना सुबह 6:10 से 11:28 बजे तक अति शुभ रहेगा. प्रथम दिन शैलपुत्री का पूजन होगा. घट स्थापना सुबह 6:10 से 11:28 बजे तक अति शुभ रहेगा. प्रथम दिन शैलपुत्री का पूजन होगा. मां दुर्गा जब हाथी पर सवार होकर आती हैं तो ज्यादा पानी बरसता है. नौका पर सवार होकर माता रानी आती हैं तो शुभ फलदायी होता है. अगर मां डोली पर सवार होकर आती हैं तो महामारी का अंदेशा होता है. इसी तरह मां दुर्गा मुर्गे पर सवार होकर जाती हैं तो जनता में दुख और कष्ट बढ़ता है. हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करने से बारिश ज्यादा होती है. मां दुर्गा अगर मनुष्य की सवारी करके जाती हैं तो सुख-शांति बनी रहती है.इस साल राम नवमीं पुष्य नक्षत्र में आएगी. कहते हैं भगवान श्रीराम के लिए ये बेहद खास रहने वाली है.ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम अधिकतर पुष्य नक्षत्र में ही बाहर निकलते थे. कहते है इसका महत्व श्रीराम की नगरी ओरछा के लिए बेहद खास होने वाला है.
चैत्र नवरात्रि 2022 की तिथियां
पहला दिन 2 अप्रैल 2022 : मां शैलपुत्री की पूजा, कलश स्थापना
दूसरा दिन 3 अप्रैल 2022 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
तीसरा दिन 4 अप्रैल 2022 : मां चंद्रघंटा की पूजा
चौथा दिन 05 अप्रैल 2022 : मां कुष्मांडा की पूजा
पांचवां दिन 06 अप्रैल 2022 : देवी स्कंदमाता की पूजा
छठा दिन 7 अप्रैल 2022 : मां कात्यायनी की पूजा
सातवां दिन 8 अप्रैल 2022 : मां कालरात्रि की पूजा
आठवां दिन 9 अप्रैल 2022 : देवी महागौरी की पूजा, दुर्गा अष्टमी
नौवां दिन 10 अप्रैल 2022 : मां सिद्धिदात्री की पूजा, राम नवमी
दसवां दिन 11 अप्रैल 2022 : नवरात्रि का पारण, हवन