जिला खेल टूर्नामेंट में स्थानीय खिलाड़ियों को मिलेगा बढ़ावा: उपायुक्त
खूंटी: उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला स्तरीय खेल संचालन समिति की बैठक हुई। इस दौरान जिले के सम्बन्धित खेल पदाधिकारी, खेल संघों के सदस्य, डे बोर्डिंग एवं आवासीय प्रशिक्षक सहित अन्य उपस्थित थे। मौके पर उपायुक्त द्वारा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु सम्बंधित बिदुओं पर चर्चा के क्रम में विस्तार से जिले में खेल संचालन की जानकारियां ली गयी। उन्होंने कहा कि खूंटी जिले में खेल के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं।
खिलाड़ियों के बेहतर व उचित प्रशिक्षण को सुनिश्चित कर उन्हें जिला प्रशासन द्वारा उचित सहयोग प्रदान किया जाएगा।
इस दौरान खेलकूद के क्षेत्र में कार्य कर रहे खेल संघ, संस्थाओं एवं खेल प्रशिक्षकों के साथ खेलकूद सम्बन्धित विषयों पर चर्चा की गई। सभी संस्था व खेल सम्बन्धी प्रशिक्षक एवं अन्य खेलकूद से जुड़े खिलाड़ियों के लिए आवश्यक सहयोग एवं सामग्री उपलब्ध कराने हेतु जिला खेल पदाधिकारी को निर्देशित किया गया। इस दौरान विभिन्न प्रस्तावों पर उचित निर्णय लिए गए।
इसमें तीरंदाजी में बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में स्थित क्रीड़ा विसलय केंद्र को पुनः संचालित करने का निर्णय लिया गया।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय, बिरहु में बालक /बालिका डे बोर्डिंग सेंटर के संचालन का निर्णय। साथ ही राजकीयकृत +2 उच्च विद्यालय, कर्रा में बालक / बालिका के डे बोर्डिंग सेंटर संचालन का निर्णय लिया गया।
बैठक के दौरान फुटबॉल के लिए उत्क्रमित उच्च विद्यालय एवं लक्ष्मी नारायण +2 उच्च विद्यालय में डे बोर्डिंग सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया।
हॉकी के लिए नए हॉकी एस्ट्रोटर्फ परिसर में निर्मित 40 बेड के बालिकाओं के आवासीय सेंटर को प्रारंभ करने के लिए खेल निदेशालय को अनुशंसा करने के प्रस्ताव को सहमति दी गई।
इसके अतिरिक्त बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में एथलेटिक्स का डे बोर्डिंग सेंटर (बालक /बालिका) खोलने का निर्णय लिया गया।
खूंटी जिले के सभी प्रखण्डों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने को लेकर विचार – विमर्श किया गया। आर्चरी प्रशिक्षक द्वारा खिलाड़ियों के लिए आधुनिक किट की व्यवस्था हेतु मांग की गई। साथ ही उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि खिलाड़ियों का उचित स्वास्थ्य परीक्षण भी समय – समय पर कराया जाय। ताकि उनके स्वास्थ्य और फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जा सके।
इसके साथ ही उपायुक्त द्वारा जिले के विभिन्न खेलों यथा आर्चरी, हॉकी, बैडमिंटन, फुटबॉल, कराटे, क्रिकेट, बास्केटबॉल व अन्य खेलों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं के सम्बंध में दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि खिलाड़ियों के लिए आई.डी कार्ड बनाएं जाय। इसमें उनके लिए परिवहन की सुविधा भी सुगम रूप से उपलब्ध हो पाएगी। साथ ही उपायुक्त ने जिला खेल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिला स्तर पर भी विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन किये जाय, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ें एवं उन्हें उचित अवसर भी प्राप्त हो।
उपायुक्त ने बताया कि हॉकी, फुटबॉल एवं एथलेटिक्स के लिए जिले भर से 20 टीमों का चयन कर जिला स्तरीय खेल टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा। इसमें उचित रूप से खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना है।
इसके अतिरिक्त सभी प्रखंडों से 50 बालक एवं 50 बालिकाओं का चयन अंडर 14 एवं अंडर 17 प्रतियोगिताओं के लिए किया जाएगा। इन्हें जिला स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षण केंद्र भी विकसित करने का प्रयास है।
उपायुक्त ने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिले के खिलाड़ियों को उचित सुविधाएं प्रदान कर उन्हें बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर किया जाय। इससे सर्टिफाइड कोच को भी सही अवसर मिलेंगे एवं खिलाड़ी भी कोच के रूप में उभर सकते हैं, जिससे उन्हें आजविका के अवसर से भी जोड़ा जा सकता है। साथ ही जिले में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देकर प्रतिभावान खिलाड़ियों को उचित अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।