हजारीबाग में जमीन दलाल दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर हो रहे मालामाल

हजारीबाग: जिले में जमीन की हेराफेरी कर एक ही जमीन को कई लोगों को रजिस्ट्री कर कई जमीन दलाल मालामाल हो रहे हैं। शहर के साइड एरिया टाउन के बीचों- बीच चाहे वह हुरहुरू, खिरगांव, क ोर्रा, लाखे, ओरिया, सिंघानी, सिरसी, पेलावल, रोमी, मंडई, सिंदूर आप किसी •ाी स्थान का नाम लें, वहां दलाल आपको सक्रिय मिलेंगे। इन दलालों के द्वारा जालसाजी कर जमीन की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। देखने में आ रहा है कि हर मुहल्लें में ऐसे 10 से 12 दलालों का गिरोह है। सूत्रों के अनुसार इनलोगों की पकड़ अंचल कार्यालय में जबरदस्त है। वहां के कुछ क र्मियों के साथ इनकी ऐसी सांठ-गांठ है कि एक ही जमीन को दस लोगों को बेच माल बनाया जा रहा है। इनकी दबंगई का आलम यह है कि ये चिन्हित कमजोर व गरीब वर्ग की जमीनों को जबरन कब्जा कर अंचल के कुछ क र्मियों के सहयोग से क रोड़ो का खेला कर रहे हैं।
काम कर रहा है बड़ा रैकेट
मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ करके जमीन विचलन के मामले सामने आ रहे हैं। दस्तावेज फटे होने, उसमें छेड़छाड़ की शिकायतें •ाी आ रही हैं। सरकारी कार्यालय के हर दस्तावेज काफी अहम होते हैं। जिसकी निगरानी कार्यालय के कर्मी के जिम्मे होता है। मगर हजारीबाग रजिस्ट्री कार्यालय में वो क ौन सी अजूबाई ताकत है जो यहां के रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करती है ये समझ से परे है। दस्तावेज कैसे दलालों के हाथ लगते हैं ये आसानी से समझा जा सकता है। इस पूरे खेल में एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। रिकार्ड एवं दस्तावेज को अपने हिसाब से चेंज करना और जमीन घोटाला को अंजाम देने का काम धड़ल्ले से हो रहा है।
थाना जमीन के केस में नहीं डालती हाथ
हजारीबाग में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जमीन दलालों को थाना का सहयोग मिलता है। कुछ थानों के बाहर जमीन मामले में लोगों को अंचल कार्यालय जाने को लेकर सुचना पट्ट •ाी लगा दी गयी थी। एक थाना प्र•ाारी का तो यहां तक कहना है कि हमलोगों के पास टीम छोटी है, थाने में गाड़िया •ाी कम हैं। ऐसे में हम ये सब देखेंगे तो अपराध पर नियंत्रण कैसे करेंगे। वहीं सूत्रों की माने तो कुछ दिनों पहले खिरगांव के दलालों द्वारा जयप्र•ाा नगर की जमीन को बेच दी गयी। बताया जाता है कि इसमें एक थाने के बाबू साहब ने माल फ रियाकर सारे मामले का अच्छा से निपटारा कर दिया।

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