बिहार के लालू प्रसाद फिर लड़ेंगे राष्ट्रपति चुनाव, वार्ड पर्षद से लेकर लोकसभा, विधानसभा और विधान परिषद इलेक्शन में भी आजमा चुके हैं किस्मत
पटनाः बिहार में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के हमनाम एक शख्स ऐसा भी है जो सभी कटेगरी के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुका है। भले ही उसे जीत न मिली हो, लेकिन चुनावी आखाड़े में कुद कर सुर्खियां जरूर बटोरी हैं। इस शख्स का नाम भी लालू प्रसाद ही है। छपरा के मढ़ौरा में रहने वाले लालू प्रसाद इस बार फिर राष्ट्रपति चुनाव में ताल ठोंकने की तैयारी कर ली है। वे वार्ड पर्षद से लेकर लोकसभा, विधानसभा और विधानपरिषद का भी इलेक्शन लड़ चुके हैं। लालू प्रसाद ने पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भी परचा भरा था, लेकिन उसे प्रस्तावक नहीं मिल पाए थे। इस कारण उनका नामांकन रद्द हो गया था। इस बार में 15 जून को दिल्ली पहुमच कर परचा दाखिल करेंगे। लालू प्रसाद का चुनावी सफर 2001 में शुरू हुआ. इस साल मढ़ौरा नगर पंचायत के वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए। इसके बाद 2006 और 2011 में वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा, फिर हार गए। 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी कूदे, हार गए। 2015 में विधानसभा चुनाव लड़ा, फिर नाकामयाब रहे। विधान परिषद के 2016 में सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र, 2020 में सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और 2022 में सारण पंचायत निर्वाचन क्षेत्र के चुनावी मुकाबले में भी इन्होंने ताल ठोकी लेकिन असफल ही रहे.