बिहार की खादी संस्थाओं को मिलेंगे 900 न्यू मॉडल चरखे : समीर महासेठ

मुजफ्फरपुर बिहार में खादी के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार मदद करेगी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि खादी सिर्फ वस्त्र नहीं है बल्कि विचार है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान खादी और चरखे ने हर भारतीय को जोड़ने का काम किया। हर गांव में खोले गए कुटीर उद्योगों से स्वदेशी आंदोलन को बल मिला और गांव-गांव में आर्थिक स्वावलंबन आया। कुटीर एवं लघु उद्योगों में अभी काफी संभावनाएं हैं। सबसे अधिक रोजगार सृजन इसी क्षेत्र में संभव है। बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने मुजफ्फरपुर जिला के मोतीपुर प्रखंड के नरियार गांव में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित चरखा वितरण समारोह में खादी प्रेमियों को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग के विकास के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री खादी एवं ग्रामोद्योग योजना बनाई है। अगले 3 महीनों में राज्य की विभिन्न खादी संस्थाओं को 900 चरखे प्रदान किए जाएंगे। ए वन कल्याण सेवा संस्थान को नरियार गांव में सूत उत्पादन के लिए प्रथम चरण में 25 चरखे दिए जा रहे हैं। इससे 35 से 40 लोगों को रोजगार मिलेगा। उत्पादन बढ़ेगा तो संस्था को आवश्यकतानुसार दूसरी मदद भी दी जाएगी। कार्यक्रम में बिहार राज्य खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार, जिला उद्योग केंद्र मुजफ्फरपुर के महाप्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग पदाधिकारी रिजवान खान, ए वन कल्याण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत कुमार मंत्री कुमार आशुतोष कोषाध्यक्ष वर्णिका मुखिया ललन कुमार यादव मुखिया संघ की अध्यक्ष कुमारी याचना शाही टैक्स अध्यक्ष प्रेम शंकर शाही, सूरज दास, मोहन बैठा सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।

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