जेपी ने आजादी की पहली और दूसरी दोनो लड़ाईयां लड़ी: दीपक प्रकाश

रांची : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश की अध्यक्षता में आज प्रदेश कार्यालय में भारतरत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण तथा नाना जी देशमुख की जयंती मनायी गयी।

सभागार में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि जयप्रकाश नारायण एक मात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई के साथ साथ दूसरी आजादी की लड़ाई भी लड़ी थी।

    श्री प्रकाश ने कहा कि आज दो दो महापुरूषो की जयंती हम मना रहे है। आज भी देश मे जयप्रकाश नारायण के जीवन  मूल्यों की प्रासंगिकता है। 

कहा की जेपी ने हमेशा नेशन फर्स्ट के सिद्धान्त को महत्व दिया। जब देश गुलाम था तो उन्होंने सशक्त आंदोलन के माध्यम से देश को आजादी दिलाने का सपना देखा। विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में अपने लेख के माध्यम से जागरूकता लाने की कोशिश की। फिर बाद में महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

श्री प्रकाश ने कहा कि जेपी का झारखंड से भी गहरा सम्बंध रहा है। वे 1942 में हज़ारीबाग़ जेल में भी रहे थे। श्री प्रकाश ने कहा कि निराश मन से कभी भी कोई बड़ा काम नही होता है। अगर जय प्रकाश नारायण निराश हो जाते तो कभी भी भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े आंदोलन को खड़ा नही कर पाते।
उन्होंने कहा कि जय प्रकाश नारायण भूदान आंदोलन से भी जुड़े और उनके नेतृत्व में ही झारखंड में सबसे ज्यादा भूमि दान में दी गयी थी। जेपी जी ने चम्बल के डकैतों को आत्मसमर्पण कराया एवम उन्हें मुख्यधारा में लाने का महत्वपूर्ण कार्य किया था।

श्री प्रकाश ने कहा कि जयप्रकाश नारायण का जो सपना था आज उसे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे है। आज मोदी के नेतृत्व में भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है। भ्रस्टाचारी आज जेल में डाले जा रहे है। जेपी का सपना था शैक्षणिक ढांचे में बदलाव करने की आज उसे मोदी सरकार नई शिक्षा नीति में बदलाव कर उसे पूरा कर रहे है।

गांधी और नेहरू की अनुपस्थिति में जेपी ने आजादी की लड़ाई का नेतृत्व किया:- कर्मवीर सिंह

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश के संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि जब महात्मा गांधी एवम जवाहरलाल नेहरु जेल चले गए थे उस समय आजादी की लड़ाई की जिम्मेदारी जयप्रकाश नारायण ने अपने कंधे पर उठाया था।
श्री सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जब अंग्रेजों को राजस्व दिए जाने का विरोध किया तो उन्हें अंग्रेजों ने पकड़ कर जेल भेज दिया था और वे नौ महीने तक जेल में रहे। जब वे जेल से बाहर आये तो महात्मा गांधी एवम सुभाषचंद्र बोस के बीच के मनमुटाव को समाप्त करवाया था।

श्री सिंह ने आह्वान किया कि आज जरूरत है कि समाज का हर वर्ग जयप्रकाश की जीवनी को पढ़े और उनके सिद्धांत को अपने जीवन मे आत्मसात करे।
कार्यक्रम को रांची के विधायक सीपी सिंह,सूर्यमणि सिंह ने भी सम्बोधित किया।
आज के कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू,महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा,महामंत्री बालमुकुंद सहाय,प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती गंगोत्री कुजूर, सूर्यमणि सिंह,प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा,अवनीश सिंह,सरोज सिंह,अमित सिंह,मीडिया सह प्रभारी योगेंद्र प्रताप,कमाल खान,आरती सिंह,महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती आरती कुजूर,किशलय तिवारी, अमरदीप यादव,शिवशंकर उराँव, लक्ष्मीकांत दीक्षित,राजश्री जयंती,उषा पांडेय,अरबिंद सिंह,संजय सिंह, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित हुए।
मंच संचालन प्रेम मित्तल तथा धन्यवाद ज्ञापन जेपी आंदोलन के आंदोलनकारी नेता प्रमोद मिश्रा ने किया।

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