1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति के कैबिनेट से पारित हो जाने पर झामुमो कार्यकर्ताओं ने मंत्री चंपाई सोरेन का किया स्वागत
सरायकेला: राज्य सरकार द्वारा 1932 खतियान को परिभाषित करने संबंधी विधेयक कैबिनेट में पारित करने पर सरायकेला के झामुमो कार्यकर्त्ताओं ने सौरभ साहु के नेतृत्व में सरकार के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपाई सोरेन का महुलडीह स्थित कार्यालय में स्वागत किया. मौके पर मंत्री सोरेन ने कहा कि सरकार ने 1932 खतियान आधारित विधेयक पास कर एैतिहासिक फैसला लिया है. अलग राज्य गठन का बाद से ही खतियान आधारित स्थानीय नीति परिभाषित करने की मांग होती रही है। परंतु राज्य गठन के 22 वर्षो तक किसी भी सरकार ने इस पर पहल नही किया. झामुमो ने स्थानीय नीति खतियान आधारित करने का फैसला लिया है. मंत्री सोरेन ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार काम करने वाली सरकार है। सिर्फ काम पर ही विश्वास रखती है. मंत्री ने कहा कि राज्य गठन के बाद से अधिकांश समय भाजपा ने शासन किया है। परंतु वह यहां के आदिवासी मुलवासी को ठगने का काम किया है. अब राज्य की हेमंत सरकार यहां के लोगों के भावना के अनुरूप स्थानीय नीति खतियान आधारित परिभाषित करने का कार्य किया है. सरकार द्वारा संविधान के 9वीं अनुसुचि में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया है. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण, आंगनबाडी सेविका सहियाओं का मानेदय में बढोत्तरी करने, ओल्ड पेंशन योजना चालु करने जैसे बडे बडे फैसले लेकर राज्य के विकास की नई लकीर खींची है. मौके पर संजय होनहागा सहित कई झामुमो कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे.
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