झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने की बैठक
रांची– झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के एकदिवसीय बैठक रांची डोरंडा झंडा चौक स्थित केंद्रीय कार्यालय में हुई. बैठक में झारखंड आंदोलनकारियों को राजकीय मान सम्मान, अलग झारखंडी पहचान, रोजी, रोजगार व नियोजन की गारंटी तथा जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए समान रूप से सम्मान पेंशन राशि 50-50 हजार रु. हमारी लंबित मांगों को अबुआ सरकार से देने की मांग की गई. आंदोलनकारियों ने 18 दिसंबर को अमर पुरोधा विनोद बिहारी महतो की पुण्यतिथि कामरेड महेंद्र सिंह की पुण्यतिथि , 25 दिसंबर को शहीद निर्मल महतो की जयंती तथ 1 जनवरी 202 5 खरसावां गोली कांड के शहीदों को नमन करते हुए एवं झारखंड वासी इस तिथि को
ब्लैक डे के रूप में मनाए तथा
3 जनवरी 2025 को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती को झारखंड आंदोलनकारी दिवस के रूप में पूरे राज्य में मनाने का निर्णय लिया गया. 16 जनवरी को कामरेड महेंद्र सिंह की शहादत दिवस एवं 28 जनवरी को अबुआ दिशुम- अबुआ राइज मनाया जाएगा. आंदोलनकारी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि प्रथम सप्ताह में विशाल शहादत
सभा का आयोजन किया जाएगा. इस सभा में पूरे राज्य भर से आये 1,001 झारखंड आंदोलनकारी आत्मदाह करेंगे.
संस्थापक पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड संघर्ष और शहादतों का प्रदेश है, हर दिन झारखंड के लिए विशेष है. मार्च के प्रथम सप्ताह विशाल शहादत सभा का आयोजन किया जाएगा और 1,001 आंदोलनकारी आत्मदाह करेंगे. उन्होंने झारखंड आंदोलनकारी 50 साल संघर्ष किया और अलग राज्य बनने के बाद 24 वर्ष से लगातार अपनी मान सम्मान, अलग पहचान के सवाल को लेकर संघर्ष करते आ रहे हैं और आज अंतिम शहादत के पड़ाव पर पहुंच चुके हैं.
अध्यक्ष विदेशी महतो ने कहा कि राज्य सरकार स्थानीय नीति एवं विस्थापित नीति बनाते हुए विस्थापन आयोग का गठन शीघ्र करें. स्थानीय एवं नियोजन नीति बनने से ही यहां पलायन रुकेगा और हमारे युवाओं को रोजी रोजगार और नियोजन की गारंटी होगी. उन्होंने कहा कि राज्य में समता जजमेंट लागू करें और 26 परसेंट रॉयल्टी का अधिकार झारखंडियों को दे ताकि आर्थिक रूप से झारखंड के प्रत्येक नागरिक संपन्न हो सके. खनिज आधारित एवं कृषि आधारित उद्योग धंधे झारखंड में लगाया जाए.
इस मौके पर केंद्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह रोजलीन तिर्की सरोजिनी कच्छप सीताराम उरांव, कार्तिक महथा, मिनी बाड़ा सोमारी देवी, महमूद आलम ताहिर अंसारी ,संतोष सिंह, सुजात टोप्पो, रेनघु साहू, बिमल चंद महतो, अमीर शेख, जगतु राम मांझी, महादेव मरांडी ,भीमनाथ माझी, राजदेव राम, रामजी भगत, किशोर गिद्ध, कॉलोस्थान लकडा, अनिल मनोहर केरकेट्टा, राजू लाल वर्मा, मुद्रिका सिंह चेरो, ठाकुर राम महतो, माझो महतो सहित अन्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे.