जेडीयू सांसद खीरू महतो ने प्रश्नकाल के दौरान कोयला माइन्स क्षेत्र में पेयजलापूर्ति की मांग की
दिल्ली: संसद के विशेष सत्र में राज्यसभा सांसद -सह – प्रदेश अध्यक्ष, झारखण्ड जनता दल यू खीरू महतो ने कोल इंडिया के द्वारा कोयला खनन क्षेत्र में लाखों एकड़ जमीन का अधिग्रहण की बात को पटल पर सामने लाते हुए कहा कि ” कोल इंडिया ने बड़े-बड़े ओपेन कास्ट प्रोजेक्ट खोल रखा है। इन प्रोजेक्टों की गहराई 100-200 मीटर तक है। तथा कुछ में काम चल रहा है। और, कुछ में पानी भरा हुआ है। इन क्षेत्रों के सैकड़ों गांव विस्थापित क्षेत्र में पड़ते हैं। ” उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पेयजल की काफी किल्लत है। इन पानी भरे कोयला खदानों से गांव में पेयजलापूर्ति की जाए, ताकि भू-विस्थापित परिवारों की पेयजल समस्या दूर हो सकें। क्योंकि खदान चलने के कारण पानी का लेवल घट गया है और गांवों में पानी का कुआं सुख गया है या हैंडपंप में पानी नहीं मिलता है।
दूसरी तरफ बड़े बड़े डम्प पत्थर का है, जिसमें कई डम्पों में आग लगी हुई है, जिससे इस क्षेत्र के लोग वायु प्रदुषण से भी त्रस्त रहते हैं। इन डम्पों को गांवों के बीच पहाड़ जैसा छोड़ दिया गया है।
केंद्र सरकार पुनर्वास की व्यवस्था नही कर पाती है, जिससे ये परेशानी गांव वासियों को होती है।”
उपरोक्त के सन्दर्भ में माननीय खीरू महतो कोल इंडिया, भारत सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों में नल द्वारा जल आपूर्ति व्यस्था के तर्ज पर कोयला खान के बंद पडे खदानों में पेयजलापूर्ति , भू-विस्थापितों/ग्रामिणों के गावों में की जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कोयला क्षेत्र में राज्य सरकारें नल के द्वारा जल आपूर्ति नहीं करती और यह कहती है कि जलापूर्ति करने की जवाबदेही कोल इंडिया की है। उन्होंने कोयला मंत्री, भारत सरकार से इस पर ध्यान देने तथा पेयजलापूर्ती करने की मांग की है।