जयपाल सिंह मुंडा के वैचारिक सिद्धांत एवं साहसिक योगदान हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत: डीसी
खूंटी: मारंग गोमके स्वर्गीय जयपाल सिंह मुंडा जी की जयंती के अवसर पर उनके पैतृक गांव टकरा में भव्य जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपायुक्त श्री लोकेश मिश्रा ने उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने जयपाल सिंह मुंडा के वैचारिक सिद्धांतों और साहसिक योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें एक अद्वितीय व्यक्तित्व और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि स्व. जयपाल सिंह मुंडा न केवल एक कुशल राजनीतिज्ञ थे, बल्कि उन्होंने खेल, शिक्षा और आदिवासी उत्थान के क्षेत्र में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
इस अवसर पर टकरा गांव के मुख्य पथ पर स्थित मारंग गोमके की आदमकद प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया गया। समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और गणमान्य व्यक्तियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
जयपाल सिंह मुंडा जी का जन्म टकरा गांव में हुआ था, और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई। हॉकी के महान खिलाड़ी और ‘ऑक्सफोर्ड ब्लू’ की उपलब्धि हासिल करने वाले जयपाल सिंह मुंडा ने भारत को 1928 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाली हॉकी टीम का नेतृत्व भी किया था।
समारोह के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने जयपाल सिंह मुंडा के विचारों और आदर्शों को आत्मसात करने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।