नए संसद भवन के उद्घाटन में महामहिम राष्ट्रपति को नहीं बुलाना अति निंदनीय एवं खेद जनक: डॉ मनोज

रांची: झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने कहा कि सर्वोच्च पद पर विराजमान महामहिम राष्ट्रपति को संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करना एक महिला का घोर अपमान है। भारतीय जनता पार्टी लगातार कभी अनुसूचित जनजाति के नाम पर कभी अनुसूचित जाति के नाम पर वोट की राजनीति करते रही है और जब देश के सर्वोच्च पद पर विराजमान हैं महामहिम राष्ट्रपति जी तो उन्हें संसद भवन के उद्घाटन में बुलाने से वंचित कर दिया गया यह एक अपमान के सिवाय और कुछ भी नहीं। 28 मई को प्रधानमंत्री द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन किया जा रहा है और इसी दिन सावरकर की जयंती है एक साजिश के तहत भाजपा द्वारा संसद भवन का उद्घाटन कम सावरकर का जन्मोत्सव मानने की तैयारी है । दूसरी तरफ राष्ट्रपति संसद का प्रमुख होते हैं और उसी संसद के उद्घाटन में राष्ट्रपति को आमंत्रण ना देना राष्ट्रपति ही नहीं बल्कि एक महिला का भी घोर अपमान है जिसे राष्ट्रीय जनता दल कड़े शब्दों में निंदा करती है।
भाजपा हमेशा जात पात की बात करती रही है वर्तमान राष्ट्रपति को आदिवासी कहा गया है भाजपा जात की बात कर के अपमानित करने का काम कर रही। तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति होते है और उन्हें ही देश के संसद भवन के उदघाटन में आमंत्रित नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।इस मसले पर झारखंड के भाजपा नेता जो अपने आप को अनुसूचित जनजाति के रहनुमा समझते है वे आका के डर से मौन है।भाजपा का चाल चरित्र देश की जनता समझ चुकी है आने वाले समय में देश की जनता कड़ा जवाब देगी।

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