अन्तर्राष्ट्रीय फादर्स डे 15 जून को

रांची: झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रांतीय प्रवक्ता सह हिंदी साहित्य भारती के उपाध्यक्ष संजय सर्राफ ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय फादर्स डे हर वर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। इस वर्ष यह दिन 15 जून को मनाया जाएगा। यह दिन उन सभी पिताओं को समर्पित होता है जो अपने बच्चों और परिवार के लिए त्याग, प्रेम और जिम्मेदारी का प्रतीक होते हैं। मां-बाप के प्रति प्रेम, समर्पण, त्याग, आदर और सम्मान दर्शाने के लिए यूं तो सभी दिन होते हैं। लेकिन कुछ खास दिन इसलिए मनाए जाते हैं ताकि पेरेंट्स को स्पेशल फील करवाया जा सके। इन्हीं दिनों में एक है फादर्स डे। पिता हमारी जिंदगी में किसी सुपर हीरो से कम नहीं होते हैं। हर मुसीबत में सबसे पहले और आगे वहीं हमारा सहारा बनकर खड़े रहते हैं। उनके प्यार और त्याग की कोई सीमा नहीं होती है। बच्चों की अच्छी जिंदगी देने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। ऐसे में उन्हें खास महसूस करवाने के लिए हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है ‘फादर्स डे’ पहली बार वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में सेलिब्रेट किया गया। इसका प्रस्ताव सोनोरा स्मार्ट डॉड ने दिया था। ऐसा बताया जाता है कि उनकी मां नहीं थी। उनके पिता ने ही सोनोरा समेत उनके 5 भाई-बहनों का लालन-पालन किया। उनके इसी समर्पण से प्रभावित होकर उन्होंने फादर्स डे मनाने का प्रस्ताव दिया। इतना ही नहीं उन्होंने लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का काम भी किया। इसके बाद 9 जून 1910 को पहला ‘फादर्स डे’ मनाया गया। राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने1966 में जून के तीसरे संडे को फादर्स डे सेलिब्रेट करने का ऐलान किया। फादर्स डे की शुरुआत अमेरिका में हुई। 1909 में वाशिंगटन की रहने वाली सोनोरा स्मार्ट डॉड ने यह विचार रखा कि माताओं की तरह पिताओं के लिए भी एक विशेष दिन होना चाहिए। 1972 में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इसे आधिकारिक मान्यता दी और जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में घोषित किया गया। आज यह दिन दुनिया के कई देशों में इसी तिथि को मनाया जाता है, हालांकि कुछ देशों में इसकी तिथि भिन्न होती है। पिता किसी भी बच्चे के जीवन में मार्गदर्शक, रक्षक और प्रेरणा स्रोत होते हैं। वे अपने परिवार के लिए अनगिनत बलिदान करते हैं, जिनकी चर्चा कम ही होती है। फादर्स डे इस बात की याद दिलाता है कि हमें अपने पिताओं के योगदान को न केवल मान्यता देनी चाहिए बल्कि उनके साथ समय भी बिताना चाहिए। यह दिन सिर्फ उपहार देने या कार्ड भेजने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मीयता और संबंध को सुदृढ़ करने का अवसर है। आज की तेज़-रफ्तार जिंदगी में जहां परिवार के सदस्यों के बीच समय कम होता जा रहा है, फादर्स डे जैसे अवसर हमें फिर से जोड़ने का काम करते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि पितृत्व सिर्फ एक सामाजिक भूमिका नहीं, बल्कि एक भावनात्मक संबंध और ज़िम्मेदारी है। यह दिन हर पिता के लिए सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का माध्यम बन गया है। फादर्स डे केवल एक वार्षिक परंपरा नहीं, बल्कि एक अवसर है उस असीम स्नेह, संरक्षण और समर्थन के लिए आभार प्रकट करने का, जो एक पिता अपने परिवार को देता है। एक अच्छा पिता न केवल पालनकर्ता होता है, बल्कि वह आदर्श, शिक्षक और जीवन पथ प्रदर्शक भी होता है। इस दिन को सार्थक बनाइए उन्हें यह महसूस कराइए कि वे कितने मूल्यवान हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *