पलाश भवन में अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का आयोजन
रांची : डोरंडा स्थित पलाश भवन में गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का उद्घाटन मुख्य अतिथि मुख्य सचिव अलका तिवारी ने किया। उनके साथ सचिव अबु बकर, मुख्य वन संरक्षक अशोक कुमार शशिकर मामंता, मुख्य वन सरंक्षक ईडी एवं पीसीसीएफ संजीव कुमार और अध्यक्ष जैव विविधता पर्षद शैलजा सिंह उपस्थित थीं।
मौके पर मुख्य अतिथि ने अपने अभी भाषण में कहा कि जैव विविधता का संरक्षण और सभी प्रकार के जीवन की रक्षा है। प्राकृतिक संसाधनों का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग किया जाना मानबीय गतिविधियों से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को न्यूनतम करने में पृथ्वी और उसकी प्रक्रियाओं के प्रति गहरा सम्मान विकसित कर सकते हैं।
वहीं जैव विविधता पार्षद शैलजा सिंह ने कहा कि “ऐसा विकास जो बर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को इस प्रकार पूरा करे कि भविष्य की पीढ़ियों भी अपनी आवश्यकताएँ पूरी कर सके।”
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा स्वागत गान का आयोजन किया गया एवं जिला स्कूल के बच्चों द्वारा जैव विविधता सरंक्षण एवं उसकी विशेषता पर बाधारित नित्य प्रस्तुत किये गए साथ है। भारतीय लोक संस्था के कारों में नुफड़ नाटक के द्वारा जैव विविधता के प्रति जागरूक किया ।
इस कार्यक्रम में विभिन्न लोग जो जैव विविधता के सरंक्षण जागरुकता में दक्ष या निशुल्क आमजनों को जागृत कर रहे है उनको भी सन्मानित किया गया। जिसमे डॉ मधुसुदन मिचा मुरी को उनके 55 वर्ष की आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के लिए, डॉ अमरनाथ सिंह दुमका को उनके विभिन्न सरंक्षण के कार्यशाला के लिए कौशल किशोरे पासवान ,महावीर महली की बांस के हस्त शिल्प के लिए, तेज नारायण गंझू को लाह के लिए आवर्ड स्मृति वित्र देकर सन्मानित मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।

