सिरमटोली रैंप मामले में कांके रोड सरना समिति ने कांके क्षेत्र में कराया बंद ,सैकड़ों की संख्या में उतरे सड़कों पर
आदिवासियों के धार्मिक स्थल के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा:डब्लू मुंडा
रांची:आदिवासी बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर विभिन्न आदिवासी संगठनों के द्वारा सिरम टोली सरना स्थल के मुख्य द्वार पर फ्लाईओवर रैंप हटाने की मांग तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार को इसको लेकर विभिन्न आदिवासी संगठन सड़कों पर उतरे और झारखंड बंद को सफल बनाया।
इस अवसर पर सचिव रंजीत पाहन,कार्यकारी अध्यक्ष शशि मुंडा,महासचिव राजेश लकड़ा,संजय पाहन,दीपू मुंडा,गुड्डू मुंडा,राहुल गाड़ी, गोलू मुंडा,पिंटू मुंडा,विशाल मुंडा,शेखर गाड़ी,अमित मुंडा,विशाल महतो,रमेश गाड़ी आदि सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे।वहीं कांके रोड सरना समिति के अध्यक्ष डब्लू मुंडा की अध्यक्षता में सीएम आवास के लेकर कांके चौक तक बंद कराया। इस दौरान सभी दुकानें बंद रही। सड़कों पर वाहनों का आवागमन को बंद कराया। लोगों ने भी बंद का समर्थन किया।
मौके पर डब्लू मुंडा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार सिर्फ कहने और सुनने के आदिवासी सरकार है।लेकिन यह सरकार सबसे अधिक आदिवासियों की अनदेखी कर रही है। यह अबुआ सरकार नहीं बबुआ सरकार है। आदिवासी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं । झारखंड गठन के पच्चीस साल होने को है फिर भी अभी तक आदिवासियों का कोई समुचित विकास नहीं हुआ। आज आदिवासी समाज अपने धार्मिक सामाजिक,अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। जबकि राज्य में आदिवासी व्यक्ति सरकार के मुखिया है। आदिवासी के धार्मिक स्थल के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।कांके रोड सरना समिति के सचिव रंजीत पहान ने कहा कि हेमन्त सरकार में लगातार आदिवासियों के धार्मिक स्थलों में अतिक्रमण हो रहा है। चाहे सिरमटोली केन्द्रीय सरना स्थल हो,दिवरी दिरी हो,पारसनाथ पहाड़ हो चाहे पिठौरिया स्थित मुड़हर पहाड़। इन सभी आदिवासी धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण अपने चरम पर है और आदिवासी मुख्यमंत्री कुछ भी नहीं कर रहे हैं।

