गुजरात फतह की तैयारी में कांग्रेस,दो दिनों तक चलेगा मंथन,झारखंड से भी कई दिग्गज नेता पहुंचे
दिल्ली: मोदी-शाह की गढ़ गुजरात में कांग्रेस का दो दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन शुरू हो गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,सोनिया गांधी,राहुल गांधी सहित पार्टी के कई दिग्गज नेता गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे हैं।

यह अधिवेशन गुजरात में 64साल बाद हो रहा है। इसमें पार्टी के भविष्य की राजनीति दिशा पर विचार विमर्श किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस अधिवेशन के माध्यम से कांग्रेस देश के लिए एक नया मॉडल व नई सोच पेश करेगी। इसलिए कांग्रेस ने इस अधिवेशन की टैग लाइन तय की है-न्याय पथ..संकल्प समर्थन व संघर्ष।कांग्रेस की देश के तीन राज्यों में सरकार है। गर्मी के लिहाज से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के लिए सबसे मुफीद जगह हो सकती थी और चुनाव के मद्देनजर बिहार अहम हो सकता था। वह सब छोड़कर कांग्रेस ने बीजेपी की राजनीतिक प्रयोगशाला माने जाने वाले गुजरात को अपने पॉलिटिकिल एक्समेरिमेंट के लिए चुना है। ऐसे में सवाल उठता है कि राहुल गांधी ने सीधे पीएम मोदी और अमित शाह के गृह राज्य गुजरात को अधिवेशन के लिए क्यों चुना है।
गुजरात में कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, लेकिन उसके बाद भी उसे अपने लिए सियासी उम्मीदें दिख रही है. पहली बात यह है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस को लग रहा है कि उसकी जगह आम आदमी पार्टी ने कब्जाई था, अब वो उसे दोबारा वापस पा सकती है. गुजरात में तीन दशक से बीजेपी सत्ता में है, जिसके चलते उसके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी के उभरने की उम्मीद मानी जा रही. पीएम मोदी की उम्र 75 साल पहुंच रही है. नरेंद्र मोदी के गुजरात में सीएम रहते हुए बीजेपी की जड़े काफी मजबूत हुई है, जिसके चलते कांग्रेस को लग रहा है कि उसे उभरने का यही सही समय है।
राष्ट्रीय अधिवेशन में झारखंड कांग्रेस से भी कई नेता गुजरात पहुंचे हैं। कुछ नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपना फोटो शेयर किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश,प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा,राजीवरंजन प्रसाद,रविन्द्र सिंह सहित कई नेता अधिवेशन में भाग ले रहे हैं।
राकेश सिन्हा ने कहा कि आने वाले दिनों में गुजरात की सत्ता पर कांग्रेस की वापसी होगी। यहां की जनता भारतीय जनता पार्टी के शाशनकाल से तंग हो गई है। बढ़ती महंगाई से आम जनता का जीना मुहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास का कार्य ठप है। राहुल गांधी से गुजरात की जनता उम्मीद लगाई बैठी है।

