सैकड़ों गृह रक्षकों ने मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय पहुंचकर जमकर जश्न मनाया
रांची: राज्य भर के सैकड़ों गृह रक्षकों ने पुलिस कर्मियों के समकक्ष दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक दिए जाने के लिए गए ऐतिहासिक निर्णय पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय पहुंचकर जमकर जश्न मनाया। इस दौरान मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर गाजे -बाजे ढोल -नगाड़ों की गूंज से गुंज रहा था। सभी एक- दूसरे को अबीर -गुलाल लगाकर अपनी खुशियों का इजहार कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर राज्य सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय के लिए बधाई दी। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और कहा कि इस निर्णय से राज्य भर के गृह रक्षकों के घर- परिवार में हर्ष का माहौल है। मुख्यमंत्री ने गृह रक्षकों का अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आप राज्य सरकार के अभिन्न अंग के रूप में कार्य कर रहे हैं । आपका ख्याल रखना हमारा दायित्व है। आप भी इस राज्य का ख्याल रखें। मौके पर विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को पूरे मान -सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। हमारी सरकार राज्य की जनता हो या किसी भी संवर्ग के सरकारी कर्मी, सभी को उनका हक और अधिकार देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में गृह रक्षकों की चिर- लंबित मांग को हमारी सरकार ने पूरा कर उन्हें एक बड़ा तोहफा दिया है। हमारा प्रयास है कि सरकार में आपकी भागीदारी पूरे मान -सम्मान के साथ हो। यह सरकार हमेशा आपके साथ हैं ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के साढ़े 4 वर्ष हो चुके हैं । इन साढ़े चार वर्षों में राज्य सरकार के विभिन्न श्रेणियों और संवर्गों के कर्मियों के लिए कई निर्णायक फैसले लिए हैं। पुरानी पेंशन योजना लागू की गई है । आंगनबाड़ी सेविका- सहायिकाओं का मामला हो या अनुबंध अथवा किसी भी श्रेणी में कार्यरत कर्मचारी, उनके मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि के साथ सेवा- शर्तें बेहतर की गई है। इसके अलावे भी अनेक ऐसे निर्णय हमारी सरकार ने लिए हैं, जो सरकारी कर्मियों को बेहतर माहौल में कार्य करने का अवसर प्रदान कर रहा है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने 10 अगस्त को अपने 49 वें जन्म दिवस के अवसर पर गृह रक्षकों को पुलिस कर्मियों के समकक्ष दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक देने के प्रस्ताव को स्वीकृति देकर बड़ी सौगात दी थी। इसके तहत गृह रक्षकों अब पुलिस कर्मियों के समकक्ष दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक के रूप में एक हज़ार अठासी रुपए ( ₹1088/-) प्रतिदिन की दर से भुगतान होना है।