12 अक्टूबर बुधवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष: आज का दिन प्रशासनिक नौकरियों में या किसी भी क्षमता में सरकार के लिए काम कर रहे लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। आज आप आकर्षण का केंद्र रह सकते हैं । सम्पदा बढाने का भी अवसर मिलेगा। फोकस का केंद्र रहना आपकी सहज विशेषता है , जिसके कारण कई लोग आपसे इर्ष्या कर सकते हैं। थकान दूर करने का समय मिलेगा। बच्चों का ध्यान रख पाएंगे व उनको कुछ नया करवाएंगे । कुछ दिन से चली आ रही तकलीफ से राहत मिलेगी। आपका स्वास्थ्य सही रहेगा।
वृष: आज का दिन आपके लिए विशेष है क्योंकि आज आप किसी दूर रहने वाले से या विदेश में किसी से संपर्क स्थापित करेंगे ǀयह आपके करियर के लिए फायदेमंद होगा ǀ अपने मेल देख लें क्योंकि मेलबॉक्स में कोई महत्वपूर्ण अवसर की उम्मीद है । विदेश में रह रहा कोई मित्र आपको साथ काम करने के लिए आमंत्रित कर सकता है । शुभ रंग सफ़ेद है । आप पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य के मामले में काफी सख्त दिनचर्या का पालन कर रहे हैं तो आपको अब इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा । आज के दिन आपका दृढ़ संकल्प और आपकी कठोर मेहनत रंग लाएगी । ये मेहनत आपके उच्च अधिकारीयों को दिखेगी जो की आपके आगे बढ़ने के लिए एक माध्यम बनेगी।
मिथुन: आज आपके सब कामों और विचारों में एकाग्रता और शांति रहेगी ǀआप किसी विवाद से प्रभावित नही होंगे ,दरअसल कार्यस्थल पर भी ऐसी स्थिति बन सकती है कि आपको शान्तिदूत बनना पड़े ǀ घर के सुधार का कोई कार्यक्रम बना सकते हैं या अपने घर की समस्याओं को सुलझाने या संबंधों को बेह्तर बनाने के लिए काम कर सकते हैं ǀ आज अपनी और अपने परिजनों की सेहत का विशेष ध्यान रखें | छात्रों के लिए, यह किसी भी परीक्षा में उतरने लिए एक अच्छा दिन है। सफलता आपके साथ है। पेशेवरों के लिए, आपके कार्य स्थल पर एक सकारात्मक दिन होगा। लंबित मुद्दों का हल मिलेगा ।
कर्क: आप सृजनात्मक ऊर्जा से भरपूर हैं ,अपनी कल्पनाशक्ति का उपयोग करें ǀइससे आपको ख़ुशी और सौभाग्य दोनों मिलेंगे ǀदिल की ना सुनें ,अपने दिमाग की सुनें ǀतर्कशक्ति से काम लें ǀअपनी ऊर्जा को सही जगह पर लगायें ǀनिवेश के लिए अच्छा दिन है ǀअधिक सावधानी की बजाय अपने आप को थोडा ढीला छोड़ दें,राहत मिलेगी ǀ आप एक ही साथ कई चीजों के बारे में चिंतित हैं ǀ धरती पर नंगे पैर चलने की कोशिश करें, शारीर और दिमाग दोनों को ही ताजगी मिलेगी । आपकी आँखों में दर्द हो सकता है इसलिए आँखों को अच्छी प्रकार धोएं और ज्यादातर समय सोने की कोशिश करें ǀ आप अपने प्रयासों को मजबूती से करना जारी रखे।
सिंह: आज का दिन समृद्धि के एक नए कार्यक्रम को शुरू करने के लिए बहुत अच्छा है ǀअगर आप किसी नयी परियोजना के बारे में काफी सोचकर भी किसी नतीजे तक नही पहुंच पाए हैं तो आज शुरूकर लें, आज आप जो भी करना शुरू करेंगे ,सफलता जरुर मिलेगी ǀ आज होने वाली घटनाओं से आपके वित्त सम्बन्धी नजरिये में भी बदलाव आएगा और नकारात्मकता कम होगी ǀ सेहत और स्वास्थ्य केवल शरीर की ही अवस्था नहीं है बल्कि इसका सम्बन्ध मन से भी है | इस बात को समझने के लिए आज का दिन बहुत उपयुक्त है | असंभव को प्राप्त करने का प्रयत्न न करें | इसके स्थान पर जो आपके पास है उसका आनंद लें | नए रोजगार के योग हैं।
कन्या: आपके पिछले कुछ समय से अपने करियर तथा निजी जीवन सम्बन्धी किये गये प्रयासों का फल मिलने का समय आ गया है ǀ ऐसा घटनाक्रम बनेगा कि आपको कोई बड़ी सफलता हाथ लगेगी ǀ आपको प्रयासों और परिश्रम को आपके सीनियर ध्यान से देखेंगे और वे आपके जबरदस्त समर्थक भी बन जायेंगे ǀ आपके दुश्मन आज असहाय अनुभव करेंगे ǀ हर रोज अपने शरीर का ध्यान रखना शुरू करें | एक मालिक के रूप में, अपने अधीनस्तों के लिए आपमें एक दिल है । उन्हें ज्यादा उत्साह के साथ प्रदर्शन करने के लिए आपकी प्रशंसा की जरूरत है।
तुला: आज आप जो भी कुछ शुरू करेंगे , उसमे चाहे कितनी ही बाधाएं आयें, आपको सफलता मिलनी तय है ǀ दिन के अंत तक आप दूसरों से फिर से बेहतर सम्बन्ध बना पायेंगे ǀ अपनी प्रकृति में एक जरुरी बदलाव लायें-हर सम्बन्ध में केवल अधिकार जताने की कोशिश में ना रहें ǀसबको बराबरी का दर्जा दें और आपको भी बदले में सबसे प्यार मिलेगा ǀ आज का दिन आपके लिए कुछ अजीब सा रहेगा ǀ ऐसी कुछ घटनाएँ भी घट सकती हैं जिनके होने की आपने कभी उम्मीद भी नहीं की होगी ǀ यह महत्वपूर्ण रहेगा कि आप गृहों की स्थिति का ध्यान रखते हुए यह समझने की कोशिश करें कि वे आपको किस दिशा मे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं ǀजीवन के इस मोड़ पर सही रास्ते का चुनाव कर पाना आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होने वाला है ǀ
वृश्चिक: आज के दिन आपको व्यवसाय से आर्थिक लाभ पाने के लिये बड़ी जोड़ तोड़ करनी पड़ेगी फिर भी आशाजनक ना होने से मन मे नकारत्मक भाव आएंगे। धन की कमी रहने पर भी आपकी जीवनशैली धनाढ्यों जैसी रहेगी सार्वजनिक क्षेत्र पर आडंबर युक्त दिनचर्या के कारण मान सम्मान मिलेगा। आज किसी दो पक्षो के झगड़े को सुलझाने के लिये मध्यस्थता करनी पड़ेगी इससे बचने का प्रयास करें अति आवश्यक होने पर पक्षपात से बचे अन्यथा बैठे बिठाये दुश्मनी होगी। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय मंदा रहेगा फिर भी किसी वादे के पूरे होने पर बैठे बिठाये धन लाभ हो जाएगा। घर मे सुख शांति रहेगी बड़े परिजन आपकी प्रसंशा करेंगे। स्वास्थ्य में कुछ नरमी रहेगी लेकिन अनदेखी करेंगे।
धनु: आज के दिन आप अपने बुद्धि चातुर्य से हर जगह सम्मान पाएंगे मेहनत भी आज अन्य दिनों की तुलना में अधिक करनी पड़ेगी लेकिन बीच-बीच मे प्रसंशा मिलने से अखरेगा नही। आर्थिक लाभ को लेकर दिन के आरंभ से कयास लगाएंगे मध्यान से रुक रुक कर होने की संभावना है पर मन अधिक पाने की लालसा में शांत नही रहेगा। व्यावसायिक कारणों से छोटी बड़ी यात्रा भी हो सकती है इससे भी कुछ न कुछ लाभ ही होगा। सहकर्मी अपना मतलब साधने के लिये आपसे मीठा व्यवहार करेंगे लेकिन किसी के आगे ज्यादा समर्पित भी ना हो अन्यथा अपने काम मे देरी होगी। घरेलू वातावरण अन्य दिनों की तुलना में शांत नजर आएगा लेकिन महिलाओ के मन मे अंदर ही अंदर उथल पुथल चलेगी। सेहत मध्यान तक ठीक रहेगी इसके बाद कमर दर्द या जोड़ो में दर्द की शिकायत होगी।
मकर: आज के दिन अपने काम से काम रखना बेहतर रहेगा। दिन भर क्रोध और कलह के प्रसंग बनते रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज परिश्रम अधिक करना पड़ेगा फिर भी लोगो को आपका काम पसंद नही आएगा लोग अपना काम छोड़ आपके कार्य मे टांग अडायेंगे जिससे पहले से ही परेशान दिमाग और ज्यादा चिड़चिड़ा होगा। अधिकारी वर्ग भी बात-बात पर मीन मेख निकालेंगे। धन लाभ के लिये भी आज दिन विषम रहेगा छोटी मोटी आय बनाने के लिये भी तरसना पड़ेगा। घर मे भी आज किसी न किसी से कहा सुनी होगी महिलाए शकि मिजाज रहने पर बात बात में खोट देखेंगी बेतुकी बातो से बचे अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। सेहत भी आज नरम-गर्म रहेगी।
कुंभ: आज का दिन भी आपके लिये लाभदायक रहने वाला है दिन के आरंभ में घर मे किसी से व्यर्थ की बात पर उलझेंगे लेकिन मध्यान के बाद स्वभाव में गंभीरता आएगी फिर भी सहकर्मी आपसे व्यवहार करने में संकोच करेंगे जिससे कार्य क्षेत्र पर आपसी तालमेल की कमी रहेगी। कार्य व्यवसाय में आज सोची गई योजना संध्या तक ही फलीभूत होगी पर धन लाभ आज पुरानी योजना अथवा संग्रह से ही होगा। सामाजिक क्षेत्र पर ठाट बाट का जीवन सामान्य वर्ग से दूरी बनाएगा लेकिन आज आप दिखावे में ही रहना अधिक पसंद करेंगे। घर के सदस्य भी मतलब से आपका समर्थन करेंगे पर बुजुर्ग वर्ग से किसी बात को लेकर ठनेगी। लंबी यात्रा की योजना बनेगी निकट भविष्य में इसपर खर्च भी करना पड़ेगा। संध्या बाद शरीर दुखने की शिकायत होगी।
मीन: आज आपके मन मे काफी उलझने रहेंगी कार्य क्षेत्र और घर मे तालमेल बैठाना प्राथमिकता रहेगी एक काम को करने पर दूसरे में विलंब होगा फिर भी मध्यान तक स्थिति को संभाल लेंगे। धन एवं व्यवसाय को लेकर मध्यान तक चिंतित रहेंगे बौखलाहट में कुछ उटपटांग हरकत करने से बचे अन्यथा बाद में स्वयं के लिये नई मुसीबत बढ़ाएंगे। संध्या के आस पास किसी की सहायता से जरूरत की पूर्ति हो जाएगी। घर के बुजुर्ग सामने से बुराई करेंगे जिससे संबंधों में कड़वाहट आ सकती है लेकिन आपके पीछे से आपकी बड़ाई ही करेंगे इसका ध्यान भी रखें। परिस्थिति के अनुसार स्वयं को ढाल लेने से स्त्री संतानों को लेकर आज जरूर संतोष होगा। यात्रा की योजना बनेगी आज की जगह कल करना बेहतर रहेगा। सर्दी जुखाम की शिकायत हो सकती है।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 12 अक्टूबर 2022
🌤️ दिन – बुधवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – कार्तिक
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – तृतीया 13 अक्टूबर रात्रि 01:59 तक तत्पश्चात चतुर्थी
🌤️ नक्षत्र – भरणी शाम 05:10 तक तत्पश्चात कृत्तिका
🌤️ योग – वज्र दोपहर 02:21 तक तत्पश्चात सिद्धि
🌤️ राहुकाल – दोपहर 12:25 से दोपहर 01:53 तक
🌞 सूर्योदय – 05:43
🌦️ सूर्यास्त – 05:31
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 कार्तिक में दीपदान 🌷
👉🏻 गताअंक से आगे …..
🔥 दीपदान कहाँ करें 🔥
🙏🏻 देवालय (मंदिर) में, गौशाला में, वृक्ष के नीचे, तुलसी के समक्ष, नदी के तट पर, सड़क पर, चौराहे पर, ब्राह्मण के घर में, अपने घर में ।
🙏🏻 अग्निपुराण के 200 वे अध्याय के अनुसार
🌷 *देवद्विजातिकगृहे दीपदोऽब्दं स सर्वभाक्
➡ जो मनुष्य देवमन्दिर अथवा ब्राह्मण के गृह में दीपदान करता है, वह सबकुछ प्राप्त कर लेता है। पद्मपुराण के अनुसार मंदिरों में और नदी के किनारे दीपदान करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं। दुर्गम स्थान अथवा भूमि पर दीपदान करने से व्यक्ति नरक जाने से बच जाता है।
🔥 जो देवालय में, नदी के किनारे, सड़क पर दीप देता है, उसे सर्वतोमुखी लक्ष्मी प्राप्त होती है। कार्तिक में प्रतिदिन दो दीपक जरूर जलाएं। एक श्रीहरि नारायण के समक्ष तथा दूसरा शिवलिंग के समक्ष ।
🙏🏻 पद्मपुराण के अनुसार
🌷 तेनेष्टं क्रतुभिः सर्वैः कृतं तीर्थावगाहनम्। दीपदानं कृतं येन कार्तिके केशवाग्रतः।।
➡ जिसने कार्तिक में भगवान् केशव के समक्ष दीपदान किया है, उसने सम्पूर्ण यज्ञों का अनुष्ठान कर लिया और समस्त तीर्थों में गोता लगा लिया।
🙏🏻 ब्रह्मवैवर्त पुराण में कहा गया है जो कार्तिक में श्रीहरि को घी का दीप देता है, वह जितने पल दीपक जलता है, उतने वर्षों तक हरिधाम में आनन्द भोगता है। फिर अपनी योनि में आकर विष्णुभक्ति पाता है; महाधनवान नेत्र की ज्योति से युक्त तथा दीप्तिमान होता है।
🙏🏻 स्कन्दपुराण माहेश्वरखण्ड-केदारखण्ड के अनुसार
🌷 ये दीपमालां कुर्वंति कार्तिक्यां श्रद्धयान्विताः॥
यावत्कालं प्रज्वलंति दीपास्ते लिंगमग्रतः॥
तावद्युगसहस्राणि दाता स्वर्गे महीयते॥
➡ जो कार्तिक मास की रात्रि में श्रद्धापूर्वक शिवजी के समीप दीपमाला समर्पित करता है, उसके चढ़ाये गए वे दीप शिवलिंग के सामने जितने समय तक जलते हैं, उतने हजार युगों तक दाता स्वर्गलोक में प्रतिष्ठित होता है।
🙏🏻 लिंगपुराण के अनुसार
🌷 कार्तिके मासि यो दद्याद्धृतदीपं शिवाग्रतः।।
संपूज्यमानं वा पश्येद्विधिना परमेश्वरम्।।
➡ जो कार्तिक महिने में शिवजी के सामने घृत का दीपक समर्पित करता है अथवा विधान के साथ पूजित होते हुए परमेश्वर का दर्शन श्रद्धापूर्वक करता है, वह ब्रह्मलोक को जाता है।
🌷 यो दद्याद्धृतदीपं च सकृल्लिंगस्य चाग्रतः।।
स तां गतिमवाप्नोति स्वाश्रमैर्दुर्लभां रिथराम्।।
➡ जो शिव के समक्ष एक बार भी घृत का दीपक अर्पित करता है, वह वर्णाश्रमी लोगों के लिये दुर्लभ स्थिर गति प्राप्त करता है।
🌷 आयसं ताम्रजं वापि रौप्यं सौवर्णिकं तथा।।
शिवाय दीपं यो दद्याद्विधिना वापि भक्तितः।।
सूर्यायुतसमैः श्लक्ष्णैर्यानैः शिवपुरं व्रजेत्।।
➡ जो विधान के अनुसार भक्तिपूर्वक लोहे, ताँबे, चाँदी अथवा सोने का बना हुआ दीपक शिव को समर्पित है, वह दस हजार सूर्यों के सामान देदीप्यमान विमानों से शिवलोक को जाता है।
🙏🏻 अग्निपुराण के 200 वे अध्याय के अनुसार
🔥 जो मनुष्य देवमन्दिर अथवा ब्राह्मण के गृह में एक वर्ष दीपदान करता है, वह सबकुछ प्राप्त कर लेता है।
🔥 कार्तिक में दीपदान करने वाला स्वर्गलोक को प्राप्त होता है।
🔥 दीपदान से बढ़कर न कोई व्रत है, न था और न होगा ही।
🔥 दीपदान से आयु और नेत्रज्योति की प्राप्ति होती है।
🔥 दीपदान से धन और पुत्रादि की प्राप्ति होती है।
🔥 दीपदान करने वाला सौभाग्ययुक्त होकर स्वर्गलोक में देवताओं द्वारा पूजित होता है।
🙏🏻 एकादशी को दीपदान करने वाला स्वर्गलोक में विमान पर आरूढ़ होकर प्रमुदित होता है।
🌷 दीपदान कैसे करें 🌷
🔥 मिट्टी, ताँबा, चाँदी, पीतल अथवा सोने के दीपक लें। उनको अच्छे से साफ़ कर लें। मिटटी के दीपक को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगो कर सुखा लें। उसके पश्च्यात प्रदोषकाल में अथवा सूर्यास्त के बाद उचित समय मिलने पर दीपक, तेल, गाय घी, बत्ती, चावल अथवा गेहूँ लेकर मंदिर जाएँ। घी में रुई की बत्ती तथा तेल के दीपक में लाल धागे या कलावा की बत्ती इस्तेमाल कर सकते हैं। दीपक रखने से पहले उसको चावल अथवा गेहूं अथवा सप्तधान्य का आसन दें। दीपक को भूल कर भी सीधा पृथ्वी पर न रखें क्योंकि कालिका पुराण का कथन है ।
🌷 *दातव्यो न तु भूमौ कदाचन। सर्वसहा वसुमती सहते न त्विदं द्वयम्।।
अकार्यपादघातं च दीपतापं तथैव च। तस्माद् यथा तु पृथ्वी तापं नाप्नोति वै तथा।।
➡ अर्थात सब कुछ सहने वाली पृथ्वी को अकारण किया गया पदाघात और दीपक का ताप सहन नही होता ।
🔥 उसके बाद एक तेल का दीपक शिवलिंग के समक्ष रखें और दूसरा गाय के घी का दीपक श्रीहरि नारायण के समक्ष रखें। उसके बाद दीपक मंत्र पढ़ते हुए दोनों दीप प्रज्वलित करें। दीपक को प्रणाम करें। दारिद्रदहन शिवस्तोत्र तथा गजेन्द्रमोक्ष का पाठ करें।
👉🏻 शेष कल…….
🌞 *~ पंचांग ~* 🌞
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