17 अगस्त बुधवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष: आज आपका दिन मंगलमय होगा।पिछले कुछ समय से जिन कार्यों के प्रति आप मेहनत कर रहे थे, आज उनके शुभ परिणाम उम्मीद से ज्यादा प्राप्त होंगे। नजदीकी रिश्तेदारों के घर जाने का आमंत्रण मिलेगा। आपसी मेलजोल से समय अच्छा व्यतीत होगा। धार्मिक कार्यों के प्रति भी रुझान बढ़ेगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

वृष: आज आप मन की सुनेंगे और लाभान्वित भी होंगे । व्यवसाय संबंधी कोई भी डील फाइनल करते समय समझदारी और सूझबूझ से काम लेते हुए लाभ प्राप्त करेंगे । कुछ नए आर्डर व अनुबंध भी मिलने की संभावना है। लाभ के स्रोत बढ़ने के योग बने हुए हैं। इसलिए भरपूर मेहनत करें। स्वास्थ्य बढिया रहेगा।

मिथुन: आज आपका दिन अनुकूल होगा।
आपके रुके हुए राजकीय काम किसी प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से सुलझ सकते हैं, इसलिए प्रयासरत रहें। बच्चों की समस्याओं को सुचारू रूप से सुलझाने में भी आपका विशेष योगदान रहेगा। तथा आप अच्छे अभिभावक भी साबित होंगे। जीवनसाथी की सलाह सर्वोत्तम होगी। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कर्क: आज आपका दिन मनोनुकूल होगा। फिर भी व्यवसाय संबंधी कार्यों में नकारात्मक प्रवृत्ति के लोगों से दूरी बनाकर रखें। तथा अनैतिक कार्यों में भी किसी भी प्रकार की रुचि ना लें। परिवार कुटुम्ब के साथ समय बिताएँ मानसिक सन्तुष्टि होगी । नौकरी पेशा लोग अपने काम से मतलब रखें। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह: आज भाग्य और मेहनत दोनों ही अनुकूल रहेंगे। घर के वरिष्ठ व्यक्तियों का मान सम्मान संबंधित ध्यान रखना तथा उनके साथ समय व्यतीत करना उन्हें खुश व स्वस्थ तथा आपको आत्मिक खुश रखेगा। उनकी मदद से चल रहा कोई पारिवारिक मसला भी हल होगा। घर में मेहमानों की आवाजाही से चहल-पहल रहेगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कन्या: आज रोजगार के लिए शुभ योग हैं । आध्यात्म में रूचि बनेगी । परिवार का सहयोग मिलेगा। कोई शुभ समाचार मिल सकता है । मनोरंजन के लिए समय मिलेगा । नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए स्थान परिवर्तन के ऑर्डर आ सकते हैं। विद्यार्थियों की रूचि पढाई करने में बनेगी। स्वास्थ्य लाभ निश्चित है।

तुला: आज आप रोजमर्रा की दिनचर्या से हटकर कुछ समय आत्म अवलोकन करने में भी व्यतीत करें। इससे आपको अपने काफी उलझी हुई व्यक्तिगत चीजों को व्यवस्थित करने में आसानी होगी। साथ ही अभी तक लग रहे असंभव कार्य को भी संभव करने संबंधी रूपरेखा बनेगी। मन प्रसन्न रहेगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

वृश्चिक: आज आपका दिन सन्तुष्टि करने वाला होगा। ऊर्जा का विकास होगा ।किसी भी काम को दूसरे के साथ मिलकर करने की अपेक्षा अपनी कार्य क्षमता पर ही विश्वास रखें। बाहरी गतिविधियों पर ध्यान देने की अपेक्षा अपने कार्यस्थल पर ही समय व्यतीत करें। कार्य संबंधी सभी नकारात्मक और सकारात्मक पहलुओं पर विचार करें। स्वास्थ्य सही रहेगा।

धनु: आज किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए दिन शुभ रहेगा। आपके सितारे तथा भाग्य आपके लिए शुभ अवसर का निर्माण कर रहे हैं। इन अवसरों का भरपूर स्वागत करें। तथा अपनी कार्य क्षमता और योग्यता पर विश्वास रखें। आप प्रत्येक काम को हल करने में सक्षम रहेंगे। कुछ नजदीकी लोगों के साथ मेल मुलाकात भी होगी। बड़ो से आशीर्वाद लें। स्वास्थ्य में सुधार होगा ।

मकर: आज व्यापार में कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं को कार्य रूप देने में किसी प्रकार की असमंजस की स्थिति रहेगी। बेहतर होगा कि किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह अवश्य लें। नौकरीपेशा व्यक्ति भी ऑफिस में सामंजस्य बिठाने में कुछ असहज महसूस करेंगे।

कुंभ: आज आपका दिन शुभ रहेगा। कार्य क्षेत्र में वर्तमान में जैसा चल रहा है, उसी पर ही ध्यान केंद्रित रखें। दूर-दराज की पार्टियों के साथ संपर्कों को और अधिक मजबूत करेंगे। इससे आपको बेहतरीन आर्डर प्राप्त होंगे। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने अधिकारियों के साथ संबंध मधुर बनाए रखें । माता पिता बड़े बुजुर्गों की सेवा का अवसर मिलेगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

मीन: आज आपका दिन अनुकूल परिणाम वाला होगा। इस समय वर्तमान कार्यों पर ध्यान केंद्रित रखना उचित है। भविष्य की योजना संबंधी किसी कार्य को करने का शुभ अवसर है। इस समय ग्रह गोचर आपके चलते कार्यों को गति प्रदान कर रहा है। पारिवारिक व्यक्तियों का सहयोग भी आपके कई दुविधाओं को दूर करेगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 17 अगस्त 2022
🌤️ दिन – बुधवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – वर्षा ऋतु
🌤️ मास – भाद्रपद
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – षष्ठी रात्रि 08:24 तक तत्पश्चात सप्तमी
🌤️ नक्षत्र – अश्र्वनी रात्रि 09:57 तक तत्पश्चात भरणी
🌤️ योग – गण्ड रात्रि 08:57 तक तत्पश्चात वृद्धि
🌤️ राहुकाल – दोपहर 12:43 से दोपहर 02:19 तक
🌞 सूर्योदय – 05:21
🌦️ सूर्यास्त – 06:18
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – रांधण- हल षष्ठी, विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकल: सुबह 7:24 से दोपहर 1:48 तक)

🌷 जन्माष्टमी व्रत की महिमा 🌷
18 अगस्त 2022 गुरुवार को जन्माष्टमी (स्मार्त) 19 अगस्त2022 शुक्रवार को जन्माष्टमी (भागवत)
१] भगवान श्रीकृष्ण युधिष्ठिरजी को कहते हैं : “२० करोड़ एकादशी व्रतों के समान अकेला श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत हैं |”
२] धर्मराज सावित्री से कहते हैं : “ भारतवर्ष में रहनेवाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है वह १०० जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है |”

🌷 चार रात्रियाँ विशेष पुण्य प्रदान करनेवाली हैं
🙏 १ )दिवाली की रात २) महाशिवरात्रि की रात ३) होली की रात और ४) कृष्ण जन्माष्टमी की रात इन विशेष रात्रियों का जप, तप , जागरण बहुत बहुत पुण्य प्रदायक है |
🙏 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की रात्रि को मोहरात्रि कहा जाता है। इस रात में योगेश्वर श्रीकृष्ण का ध्यान,नाम अथवा मन्त्र जपते हुए जागने से संसार की मोह-माया से मुक्ति मिलती है। जन्माष्टमी का व्रत व्रतराज है। इस व्रत का पालन करना चाहिए।
🙏 (शिवपुराण, कोटिरूद्र संहिता अ. 37)

🌷 जन्माष्टमी व्रत-उपवास की महिमा 🌷
🙏🏻 जन्माष्टमी का व्रत रखना चाहिए, बड़ा लाभ होता है ।इससे सात जन्मों के पाप-ताप मिटते हैं ।
🙏🏻 जन्माष्टमी एक तो उत्सव है, दूसरा महान पर्व है, तीसरा महान व्रत-उपवास और पावन दिन भी है।
🙏🏻 ‘वायु पुराण’ में और कई ग्रंथों में जन्माष्टमी के दिन की महिमा लिखी है। ‘जो जन्माष्टमी की रात्रि को उत्सव के पहले अन्न खाता है, भोजन कर लेता है वह नराधम है’ – ऐसा भी लिखा है, और जो उपवास करता है, जप-ध्यान करके उत्सव मना के फिर खाता है, वह अपने कुल की 21 पीढ़ियाँ तार लेता है और वह मनुष्य परमात्मा को साकार रूप में अथवा निराकार तत्त्व में पाने में सक्षमता की तरफ बहुत आगे बढ़ जाता है । इसका मतलब यह नहीं कि व्रत की महिमा सुनकर मधुमेह वाले या कमजोर लोग भी पूरा व्रत रखें ।
💥 बालक, अति कमजोर तथा बूढ़े लोग अनुकूलता के अनुसार थोड़ा फल आदि खायें ।
🙏🏻 जन्माष्टमी के दिन किया हुआ जप अनंत गुना फल देता है ।
🙏🏻 उसमें भी जन्माष्टमी की पूरी रात जागरण करके जप-ध्यान का विशेष महत्त्व है। जिसको क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र का और अपने गुरु मंत्र का थोड़ा जप करने को भी मिल जाय, उसके त्रिताप नष्ट होने में देर नहीं लगती ।
🙏🏻 ‘भविष्य पुराण’ के अनुसार जन्माष्टमी का व्रत संसार में सुख-शांति और प्राणीवर्ग को रोगरहित जीवन देनेवाला, अकाल मृत्यु को टालनेवाला, गर्भपात के कष्टों से बचानेवाला तथा दुर्भाग्य और कलह को दूर भगानेवाला होता है।

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