12 जनवरी बृहस्पतिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आपका दिन सामान्य रहेगा। आपका वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा, जीवनसाथी के साथ मधुरता बनी रहेगी। स्टूडेंट्स की पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी। ऑफिस जाते समय आप कोई जरूरी फाइल भूल सकते हैं। आपको अपने काम के प्रति सचेत रहना चाहिए। कुछ अच्छे मौके आपके हाथ आ सकते हैं उन्हें निकलने न दें। आपको अपने खर्चों पर भी कुछ कंट्रोल करना चाहिए। कार्यक्षेत्र में सीनियर्स का सहयोग मिलता रहेगा। आध्यात्मिक विचार और अधिक प्रबल होंगे । स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृष: आपका दिन उत्तम रहेगा। कोई ऐसा काम आपके पास आएगा, जिससे आपको धन लाभ हो सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति पहले से और बेहतर हो जायेगी। आपके रूके हुए काम किसी रिशतेदार की मदद से जल्द पूरे हो जाएंगे। कुछ लोग आपसे दोस्ती के लिए हाथ आगे बढ़ा सकते हैं। जीवनसाथी आपकी कोई इच्छा पूरी कर सकता है, जिससे आपको बहुत खुशी महसूस होगी आपके आसपास के कुछ लोग आपसे मदद मांग सकते हैं। घर-परिवार का वातावरण खुशनुमा बना रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

मिथुन:आपका दिन बेहतरीन रहेगा। किसी निजी काम को पूरा करने के लिए बड़े-बुजुर्ग की राय मानना आपके लिए कारगर साबित होगा। घर में बच्चों की बर्थडे पार्टी का आयोजन कर सकते हैं। घर पर कुछ मेहमान आ सकते हैं, जिससे घर में रौनक बनी रहेगी। काम के प्रति आपकी मेहनत रंग लायेगी। आपको एक्स्ट्रा इनकम के नए मौके मिलेंगे। दोस्तों से मन की बात शेयर करेंगे, इससे परेशानी का हल निकलेगा। परिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे। सेहत अच्छी बनी रहेगी।

कर्क:आपका दिन शानदार रहेगा। किसी जरूरी काम से की गई यात्रा लाभदायक हो सकती है। आपका व्यवहार दूसरों को प्रभावित कर सकता है। हर तरह के मामलों में आप शांत मन से विचार करेंगे। भविष्य में होने वाले किसी काम की तैयारी शुरू कर सकते हैं। अपनों का साथ मिलने से आप खुश रहेंगे। आपको जीवनसाथी का पूरा साथ मिलेगा। किसी रिश्तेदार से आर्थिक सहायता मिल सकती है। जीवन में लोगों का सहयोग मिलता रहेगा।

सिंह:आपका दिन मनोनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण फैसला लेने से आपको फायदा होगा। किसी अनुभवी की मदद से आपको धन लाभ की प्राप्ति होगी। पहले किए गये कामों से आपको लाभ होगा। साथ ही आपको संतान सुख की प्राप्ति भी होगी। दिन आपके फेवर में होने के कारण आप खुश रहेंगे। छात्रों को पढ़ाई पर ज्यादा धयान देने की जरूरत है। वह पढा हुआ भूल सकते हैं या फिर ध्यान भटक सकता है।

कन्या:आपका दिन ठीक-ठाक रहेगा। कोई काम पूरा होने में थोड़ी परेशानी आ सकती है। किसी अनुभवी की मदद आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। समाज के लोग आपके पक्ष में रहेंगे। दोस्तों का भी आपको भरपूर सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति आपको थोड़ा जागरूक रहने की जरूरत है। पारिवारिक माहौल मधुर बनाने में ध्यान करें। अगर आप पार्टनरशिप में कोई कार्य कर रहे हैं, तो आपको धैर्य बनाये रखना चाहिए। आपकी मेहनत रंग लायेगी।

तुला:आपका दिन पहले की अपेक्षा अच्छा रहेगा। किसी सहकर्मी से जरूरी काम पर रोचक चर्चा हो सकती है। दूसरों की राय आपके लिए कारगर साबित होगी। जीवनसाथी के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे। कारोबार को बढ़ाने के लिए आपको कुछ खास लोगों से मदद मिल सकती है। बड़े भाई-बहन से कोई अच्छा सा गिफ्ट भी मिल सकता है। कार्यस्थल पर उच्च अधिकारी आपके काम की तारीफ कर सकते हैं। आपको अचानक धन लाभ के मौके मिल सकते हैं। जीवन में लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।

वृश्चिक:आपका दिन शानदार रहेगा। बच्चों के साथ घर पर समय बिताएंगे जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा। परिवार में खुशी का माहौल बना रहेगा। इसके अलावा ऑफिस में सहयोगी आपके काम से काफी प्रभावित होंगे। कुछ लोग आपसे काम सीखने की चाह रखेंगे। आपको अपने सभी काम में सफलता मिलेगी। आपके अंदर भरपूर एनर्जी रहेगी। घर में आपको सबका साथ मिलेगा। संतान पक्ष की किसी सफलता से आप बहुत खुश रहेंगे। आपकी सभी समस्याओं का निवारण होगा।

धनु: आपका दिन ठीक-ठाक रहेगा। इस राशि के नौकरी करने वालों के लिए दिन सामान्य रहने वाला है। ऑफिस में काम ज्यादा हो सकता है। आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है। किसी दोस्त की समस्या सुलझाने में आप खुद भी उलझ सकते हैं। आपको थकावट महसूस हो सकती है। इसका असर आपकी दिनचर्या पर पड़ सकता है। परिवार में आर्थिक रूप से आपकी कुछ जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। अंततः आपकी सभी समस्याएं सुलझ जायेगी और आपका दिन बेहतर रहेगा।

मकर:आपका दिन सामान्य रहेगा। परिवार के सभी सदस्य आपसे खुश रहेंगे। आपकी सेहत सुधार के प्रयास थोड़े उतार-चढ़ाव के साथ सफल होंगे। ऑफिस में टीम मेंबरों से मधुरता बनाए रखें ।गुस्से पर कंट्रोल रखें। किसी काम को लेकर आपका नजरिया दूसरों से अलग हो सकता है। जीवनसाथी के साथ बात करने से गलतफ़हमी दूर होंगी। इसके अलावा दूसरों की बातों में दखल देने से आपको बचना चाहिए। आपको किस्मत का सहयोग मिलेगा।

कुंभ:आपका दिन फायदेमंद रहेगा। धन लाभ के नये रास्ते खुले नजर आएंगे। ऑफिस में कोई ऐसा काम आपको मिल सकता है, जिसके लिए आप बहुत दिनों से उत्सुक थे। इस राशि के विवाहितों के लिए दिन यादगार रहने वाला है। आप फ्यूचर प्लानिंग कर सकते हैं। नौकरी कर रहे लोगों को उन्नति के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। किसी काम के सिलसिले में यात्रा हो सकती है। दोस्तों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे।

मीन:आर्थिक रूप से आपकी प्रगति होना तय है। जीवन में धन लाभ के नये अवसर आयेंगे। रूके हुये काम पूरे होने पर आपको खुशी का अनुभव होगा। सामाजिक कार्यों में आप बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। घर पर अचानक कुछ रिश्तेदार आ सकते हैं। बड़े-बुजुर्गों के आशीर्वाद से जीवन में शांति और सद्भाव बना रहेगा। आपके दाम्पत्य संबंध में नई खुशियों का संचार होगा। सरकारी क्षेत्र में अगर आप अपना करियर बनाने के लिये कदम बढ़ायेंगे, तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी। धन धान्य की वृद्धि होती है।
🕉️ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🕉️
🌤️ दिनांक – 12 जनवरी 2023
🌤️ दिन – गुरूवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत – 1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शिशिर ऋतु
🌤️ मास – माघ
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – पंचमी शाम 04:37 तक तत्पश्चात षष्ठी
🌤️ नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी दोपहर 02:25 तक तकतत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
🌤️ योग – सौभाग्य दोपहर 12:033 तक तत्पश्चात शोभन
🌤️ राहुकाल – दोपहर 02:09 से शाम 03:31 तक
🌞 सूर्योदय – 05:11
🌦️ सूर्यास्त – 06:04
👉 दिशाशूल – दक्षिण दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण-
🔥 विशेष -पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌷 मकर संक्रांति 🌷
🙏🏻 आत्मोद्धारक व जीवन-पथ प्रकाशक पर्व – मकर संक्रांति (15 जनवरी 2023 रविवार को पुण्यकाल सूर्योदय से सूर्यास्त तक )
🌞 जिस दिन भगवान सूर्यनारायण उत्तर दिशा की तरफ प्रयाण करते हैं, उस दिन उतरायण (मकर संक्रांति) का पर्व मनाया जाता है | इस दिन से अंधकारमयी रात्रि कम होती जाती है और प्रकाशमय दिवस बढ़ता जाता है | उत्तरायण का वाच्यार्थ है कि सूर्य उत्तर की तरफ, लक्ष्यार्थ है आकाश के देवता की कृपा से ह्दय में भी अनासक्ति करनी है | नीचे के केन्द्रों में वासनाएँ, आकर्षण होता है व ऊपर के केन्द्रों में निष्कामता, प्रीति और आनंद होता है | संक्रांति रास्ता बदलने की सम्यक सुव्यवस्था है | इस दिन आप सोच व कर्म की दिशा बदलें | जैसी सोच होगी वैसा विचार होगा, जैसा विचार होगा वैसा कर्म होगा | हाड-मांस के शरीर को सुविधाएँ दे के विकार भोगकर सुखी होने की पाश्चात्य सोच है और हाड-मांस के शरीर को संयत, जितेन्द्रिय रखकर सदभाव से विकट परिस्थितियों में भी सामनेवाले का मंगल चाहते हुए उसका मंगलमय स्वभाव प्रकट करना यह भारतीय सोच है |
सम्यक क्रांति…. ऐसे तो हर महिने संक्रांति आती है लेकिन मकर संक्रांति साल में एक बार आती है | उसीका इंतजार किया था भीष्म पितामह ने | उन्होंने उत्तरायण काल शुरू होने के बाद ही देह त्यागी थी |
पुण्यपुंज व आरोग्यता अर्जन का दिन

💥 मकर संक्राति के दिन इस प्रकार सूर्य भगवान को अर्घ्य देने से धन धान्य की वृद्धि होगी और सुख शांति बढेगी ⤵️

🌞 जो संक्रांति के दिन स्नान नहीं करता वह ७ जन्मों तक निर्धन और रोगी रहता है और जो संक्रांति का स्नान कर लेता है वह तेजस्वी और पुण्यात्मा हो जाता है | संक्रांति के दिन उबटन लगाये, जिसमे काले तिल का उपयोग हो |
🌞 भगवान सूर्य को भी तिलमिश्रित जल से अर्घ्य दें | इस दिन तिल का दान पापनाश करता है, तिल का भोजन आरोग्य देता है, तिल का हवन पुण्य देता है | पानी में भी थोड़े तिल डाल के पियें तो स्वास्थ्यलाभ होता है | तिल का उबटन भी आरोग्यप्रद होता है | इस दिन सुर्योद्रय से पूर्व स्नान करने से १० हजार गौदान करने का फल होता है | जो भी पुण्यकर्म उत्तरायण के दिन करते हैं वे अक्षय पुण्यदायी होते हैं | तिल और गुड के व्यंजन, चावल और चने की दाल की खिचड़ी आदि ऋतु-परिवर्तनजन्य रोगों से रक्षा करती है | तिलमिश्रित जल से स्नान आदि से भी ऋतु-परिवर्तन के प्रभाव से जो भी रोग-शोक होते हैं, उनसे आदमी भिड़ने में सफल होता है |

🌞 सूर्यदेव की विशेष प्रसन्नता हेतु मंत्र
ब्रम्हज्ञान सबसे पहले भगवान सूर्य को मिला था | उनके बाद रजा मनु को, यमराज को…. ऐसी परम्परा चली | भास्कर आत्मज्ञानी हैं, पक्के ब्रम्ह्वेत्ता हैं | बड़े निष्कलंक व निष्काम हैं | कर्तव्यनिष्ठ होने में और निष्कामता में भगवान सूर्य की बराबरी कौन कर सकता है ! कुछ भी लेना नहीं, न किसी से राग है न द्वेष है | अपनी सत्ता-समानता में प्रकाश बरसाते रहते हैं, देते रहते हैं |
🌞 ‘पद्म पुराण’ में सूर्यदेवता का मूल मंत्र है : ॐ ह्रां ह्रीं स: सूर्याय नम: | अगर इस सूर्य मंत्र का ‘आत्मप्रीति व आत्मानंद की प्राप्ति हो’ – इस हेतु से भगवान भास्कर का प्रीतिपूर्वक चिंतन करते हुए जप करते हैं तो खूब प्रभु-प्यार बढेगा, आनंद बढेगा |
🌞 ओज-तेज-बल का स्त्रोत : सूर्यनमस्कार
सूर्यनमस्कार करने से ओज-तेज और बुद्धि की बढ़ोत्तरी होती है | ॐ सूर्याय नम: | ॐ भानवे नम: | ॐ खगाय नम: ॐ रवये नम: ॐ अर्काय नम: |….. आदि मंत्रो से सूर्यनमस्कार करने से आदमी ओजस्वी-तेजस्वी व बलवान बनता है | इसमें प्राणायाम भी हो जाता है, कसरत भी हो जाती है |
सूर्य की उपासना करने से, अर्घ्य देने से, सूर्यस्नान व सूर्य-ध्यान आदि करने से कामनापूर्ति होती है | सूर्य का ध्यान भ्रूमध्य में करने से बुद्धि बढती है और नाभि-केंद्र में करने से मन्दाग्नि दूर होती है, आरोग्य का विकास होता है |
🌞 आरोग्य व पुष्टि वर्धक : सूर्यस्नान
सूर्य की धूप में जो खाद्य पदार्थ, जैसे-घी, तेल आदि २ – ४ घंटे रखा रहे तो अधिक सुपाच्य हो जाता है | धूप में रखे हुए पानी से कभी –कभी स्नान कर सकते हैं | इससे सूखा रोग (Rickets) नहीं होता और रोगनाशिनी शक्ति बरक़रार रहती है |
🌞 सूर्य की किरणों से रोग दूर करने की प्रशंसा ‘अथर्ववेद’ में भी आती है | कांड – १, सूक्त २२ के श्लोकों में सूर्य की किरणों का वर्णन आता है |
मैं १५-२० मिनट सूर्यस्नान करता हूँ | लेटे–लेटे सूर्यस्नान करना और भी हितकारी होता है लेकिन सूर्य की कोमल धूप हो, सूर्योदय से एक-डेढ़ घंटे के अंदर-अंदर सूर्यस्नान कर लें | इससे मांसपेशियाँ तंदुरस्त होती हैं, स्नायुओं का दौर्बल्य दूर होता है | सूर्यस्नान का यह प्रसाद मुझे अनुभव होता है | मुझे स्नायुओं में दौर्बल्य नहीं है | स्नायु की दुर्बलता, शरीर में दुर्बलता, थकान व कमजोरी हो तो प्रतिदिन सूर्यस्नान करना चाहिए |
🌞 सूर्यस्नान से त्वचा के रोग भी दूर होते हैं, हड्डियाँ मजबूत होती हैं | रक्त में कैल्शियम, फ़ॉस्फोरस व लोहें की मात्राएँ बढती हैं, ग्रंथियों के स्त्रोतों में संतुलन होता है | सूर्यकिरणों से खून का दौरा तेज, नियमित व नियंत्रित चलता है | लाल रक्त कोशिकाएँ जाग्रत होती हैं, रक्त की वृद्धि होती है | गठिया, लकवा और आर्थराइटिस के रोग में भी लाभ होता है | रोगाणुओं का नाश होता है, मस्तिष्क के रोग, आलस्य, प्रमाद, अवसाद, ईर्ष्या-द्वेष आदि शांत होते हैं | मन स्थिर होने में भी सूर्य की किरणों का योगदान है | नियमित सूर्यस्नान से मन पर नियंत्रण, हार्मोन्स पर नियंत्रण और त्वचा व स्नायुओं में क्षमता, सहनशीलता की वृद्धि होती है |
🌞 नियमित सूर्यस्नान से दाँतों के रोग दूर होने लगते हैं | विटामिन ‘डी’ की कमी से होनेवाले सूखा रोग, संक्रामक रोग आदि भी सूर्यकिरणों से भगाये जा सकते हैं |
🌞 अत: आप भी खाद्य अन्नों को व स्नान के पानी को धूप में रखों तथा सूर्यस्नान का खूब लाभ लो |
दृढ़ संकल्पवान व साधना में उन्नत होने का दिन
🌞 उत्तरायण यह देवताओं का ब्राम्हमुहूर्त है तथा लौकिक व अध्यात्म विद्याओं की सिद्धि का काल है | तो मकर संक्रांति के पूर्व की रात्रि में सोते समय भावना करना कि ‘पंचभौतिक शरीर पंचभूतों में, मन, बुद्धि व अहंकार प्रकृति में लीन करके मैं परमात्मा में शांत हो रहा हूँ | और जैसे उत्तरायण के पर्व के दिन भगवान सूर्य दक्षिण से मुख मोडकर उत्तर की तरफ जायेंगे, ऐसे ही हम नीचे के केन्द्रों से मुख मोडकर ध्यान-भजन और समता के सूर्य की तरफ बढ़ेंगे | ॐ शांति …. ॐ आनंद …. ‘
🌞 *रात को ‘ॐ सूर्याय नम: |’ इस मंत्र का चिंतन करके सोओगे तो सुबह उठते-उठते सूर्यनारायण का भ्रूमध्य में ध्यान भी सहज में कर पाओगे | उससे बुद्धि का विकास होगा |

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