04 सितम्बर रविवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष:आज कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। यदि आप नौकरी में परिवर्तन की तलाश में हैं तो आप आज कई अवसर मिल सकते हैं। धन निवेश से अच्छा लाभ मिलेगा। प्रबंधन क्षेत्र के छात्र अच्छा प्रदर्शन करेंगें। सहयोगात्मक भावना होगी , कुछ तनावपूर्ण रिश्तों का अंत संभव है।
वृष: इस अवधि में नियोजित कार्य बहुत अधिक परिणाम नहीं दिखाएगा, किन्तु परिणाम जो भी हों, सकारात्मक होंगें। आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए दिन शुभ है। यदि आपने किसी को पैसे उधार दिए थे, तो उसे पाने के लिए सौहार्दपूर्ण समझौता करना श्रेयकर रहेगा। कोर्ट के बाहर मुकदमे का निपटारा होगा।
मिथुन: आप अपनी नौकरी में बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं। विदेश यात्रा भी संभव है। आप अपनी संभावनाओं के उत्थान की आशा भी कर सकते हैं क्योंकि आप अपनी वर्तमान नौकरी से अधिक पसंदीदा स्थान पर स्थानांतरित हो सकते हैं। आज आपके धन में बढ़ोत्तरी होगी। छात्र अपनी पढ़ाई में अच्छा करेंगे।
कर्क:व्यवसायियों को नए रुझान और रास्ते मिलेंगे जो उनकी नकदी में वृद्धि करेंगें। आज आपकी वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत होगी। आपके द्वारा की गई बचत, आपके परिवार के लिए लाभकारी साबित होगी बुजुर्ग अपने बच्चों को सफलता प्राप्त करते हुए देख खुश होंगे।
सिंह: आज का दिन आपके लिए कुछ परेशानी लिए हो सकता है। काम के दौरान आप वैचारिक मतभेदों को लेकर अपने सहयोगियों के साथ संघर्ष में आ सकते हैं, इसलिए आपको व्यावहारिक रहने की आवश्यकता है। आपके कुछ दोस्त और रिश्तेदार आपके बारे में अलग राय रखेंगे और दूसरों का पक्ष ले सकते हैं।
कन्या:आज आप अपने अधीनस्थ अथवा सहयोगी को संवेदनशील मुद्दों को समझाने में मदद कर सकतें हैं। व्यापारी वर्ग ग्राहकों की पसंद में दिलचस्पी लेंगे और आसानी से आर्थिक लाभ अर्जित कर पाएंगे। अविवाहित युवक और युवतियों को अपना जीवन साथी मिल सकता है। आपको अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से अच्छी ख़बरें मिलेंगीं।
तुला;आज आपका आर्थिक पक्ष अस्थिर हो सकता है। आपके आलोचक और शत्रु आपके लिए समस्याएं पैदा करेंगे किन्तु आप कूटनीति के प्रयोग से उन्हें चुप करा सकते हैं। आपका दैनिक कार्यक्रम व्यस्त रहेगा। नौकरीपेशा जातक पूर्व में अपने द्वारा किए गए शुभ कृत्यों के लिए आज मान्यता प्राप्त करेंगे।
वृश्चिक:आज खुद के लिए जोखिम लेने की क्षमताओं पर अंकुश लगाना बेहतर होगा। यदि आपने पहले से भी जोखिम उठाए हैं तो उन्हें उपयुक्त रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। निवेश समझदारी से करें अन्यथा आर्थिक पक्ष अस्थिर हो सकता है। अपने काम की वजह से आपको लगातार यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है।
धनु:आज आप प्रेम संबंधों में लिप्त जातक अपने साथी के साथ भावनात्मक परिवेश में एक नया समीकरण विकसित कर पाएंगे। आज व्यावसायिक और व्यापारी सभी गतिविधियों में काफी प्रगति होने की संभावना है। आर्थिक रूप से भी आज का समय उत्कृष्ट है।
मकर:आज व्यापारिक सन्दर्भ में विलय हो सकतें हैं। कठिन समय है, कार्य स्थल पर बार-बार परिवर्तन आपको भ्रमित कर सकता है। प्रेम संबंधों के लिए यह एक अच्छा समय है। बुजुर्ग अपनी संस्कृति, जीवन शैली और तीर्थयात्रा के प्रति अधिक रुचिवान होंगें। विवाहित जातकों को जीवनसाथी की तरफ से तनाव मिल सकता है।
कुंभ: आज आप व्यापारिक एव व्यावसायिक सन्दर्भ में महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। आप अपने प्रयासों से चौतरफा सफलता प्राप्त करेंगे और आपकी शक्तियां बढ़ेंगी। आप अपने द्वारा किए गए किसी भी निवेश में लाभ प्राप्त करेंगे और मन संतुष्ट एव शांत रहेगा। यदि आप एक जीवनसाथी की खोज कर रहे हैं, तो यह समय अच्छा है।
मीन: आज का दिन आपके लिए शानदार साबित होगा। कठिन समय के बाद आखिरकार आप अपने चेहरे पर मुस्कान के साथ सुकून देख सकेंगे। आप अपनी कड़ी मेहनत और श्रम के लिए इनाम की उम्मीद कर सकते हैं। आपको अपनी नौकरी में पदोन्नति मिलेगी। प्रेम संबंधों में आप सावधानी बरतें।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 04 सितम्बर 2022
🌤️ दिन – रविवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – भाद्रपद
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – अष्टमी सुबह 10:39 तक तत्पश्चात नवमी
🌤️ नक्षत्र – जेष्ठा रात्रि 09:43 तक तत्पश्चात मूल
🌤️ योग – विषकंभ दोपहर 02:24 तक तत्पश्चात प्रीति
🌤️ राहुकाल – शाम 05:19 से शाम 06:52 तक
🌞 सूर्योदय – 05:21
🌦️ सूर्यास्त – 06:16
👉 दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
💥 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
💥 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
💥 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
🌷 कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा 🌷
👉🏻 अगर अशांति मिटानी है तो दोनों नथुनों से श्वास लें और ‘ॐ शान्ति:…… शान्ति:’ जप करें और फिर फूँक मार के अशांति को, बाहर फेंक दें | जब तारे नहीं दिखते हों, चन्द्रमा नहीं दिखता हो और सूरज अभी आनेवाले हों तो वह समय मंत्रसिद्धि योग का है, मनोकामना-सिद्धि योग का है |
👉🏻 इस काल में किया हुआ यह प्रयोग अशांति को भगाने में बड़ी मदद देगा | अगर निरोगता प्राप्त करनी है तो आरोग्यता के भाव से श्वास भरें और आरोग्य का मंत्र ‘नासै रोग हरै सब पीरा | जपत निरंतर हनुमत बीरा ||’ जपकर ‘रोग गया’ ऐसा भाव करके फूँक मारें | ऐसा 10 बार करें | कैसा भी रोगी, कैसा भी अशांत और कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा |
🌷 मनोकामनापूर्ति योग 🌷
🙏🏻 देवी भागवत में व्यास भगवान ने बताया है…. भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि हो ….. उस दिन अगर कोई जगदंबाजी का पूजन करता है, तो उसकी मनोकामनायें पूर्ण होती है , और जिंदगी जब तक उसकी रहेगी वो सुखी और संपन्न रहेगा | इस दिन ए मंत्र का जप करें……
🌷 ॐ अम्बिकाय नम :
🌷 ॐ श्रीं नम :
🌷 ॐ ह्रीं नम:
🌷 ॐ पार्वेत्येय नम :
🌷 ॐ गौराये नम :
🌷 ॐ शंकरप्रियाय नम :
🙏🏻 थोड़ी देर तक बैठकर जप करना | और जिसको धन धान्य है, वो माँ से कहना मेरी गुरुचरणों में श्रध्दा बढे, भक्ति बढे (ये भी एक संपत्ति है साधक की) मेरी निष्ठा बढे मेरी उपासना बढे |
💥 विशेष – 05 सितम्बर 2022 सोमवार को भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि है ।