03 अक्टूबर सोमवार का राशिफल एवम पंचांग

*मेष: आज आप चल रही समस्याओं का समाधान पाने में सफल रहेंगे। भौतिक सुख साधनों में वृद्धि होगी। मौज मस्ती में भी समय व्यतीत होगा। विद्यार्थियों को उनकी सफलता के लिए पुरस्कार भी प्राप्त हो सकता है। अभीष्ट मित्रों व गुरु के सानिध्य में भी समय व्यतीत होगा।

*वृष:मानसिक सुख शांति का अनुभव होगा। पठन-पाठन, कथा-लेखन में रुचि बनेगी। उचित कार्य समय पर पूरे हो जाने से मन प्रसन्न रहेगा। मन में चल रही किसी प्रकार की ऊहापोह समाप्त होगी। मित्र तथा परिजन मददगार साबित होंगे।

*मिथुन:आज दिनचर्या में कुछ नयापन लाने का प्रयास करेंगे। जिसमें पारिवारिक सदस्यों का भी सहयोग रहेगा। विद्यार्थियों तथा युवाओं की प्रतियोगी अथवा विभागीय परीक्षा संबंधी परिणाम उनके पक्ष में आएंगे। घर के किसी सदस्य की विवाह संबंधी तैयारियों में भी समय व्यतीत होगा।

*कर्क:आज आप किसी महत्वपूर्ण कार्य को विशेष तरीके से संपादित करने में सक्षम रहेंगे। आपका मान-सम्मान और यश-कीर्ति का ग्राफ भी ऊपर की ओर चढ़ेगा। संपत्ति संबंधी विवाद किसी की मध्यस्थता द्वारा हल करने का प्रयास करें, अवश्य ही सफलता मिलेगी।

*सिंह:आज आप मनमौजी स्वभाव से लुफ्त उठाएंगे। रिश्तों को और अधिक मजबूत करने में आपका विशेष प्रयास रहेगा। प्यार और स्नेह के बल पर आप सफल भी रहेंगे। आप अपने अहम को छोड़कर किसी से मिलेंगे – जुलेंगे जिससे आपको विशेष रूप से मान-सम्मान प्राप्त होगा।

*कन्या:आज दिन भर अत्यधिक व्यस्तता बनी रहेगी। आपको स्वयं के लिए वक्त नहीं मिल पाएगा परंतु आप इस स्थिति का आनंद उठाएंगे। धन संबंधी योजनाएं सफल होंगी। संतान के विवाह, कैरियर आदि संबंधी चिंताएं समाप्त होंगी।

*तुला:सामाजिक कार्यों में व्यस्तता बनी रहेगी और रिश्ते भी मजबूत होंगे। कोई पुराना विवाद हल होगा। दौड़-धूप बनी रहेगी परंतु उसके परिणाम भी शानदार हासिल होंगे। कोई अटका हुआ धन मिलने की भी उम्मीद है, इसलिए प्रयासरत रहें।

*वृश्चिक: किसी विशिष्ट व्यक्ति से मुलाकात होगी। तथा किसी पुरानी गलतफहमी का भी निराकरण होगा। आर्थिक पक्ष भी उत्तम बना रहेगा। पिछले कुछ समय से चल रही चिंताओं से राहत मिलेगी। जिससे आप पुनः ऊर्जावान होकर अपने कार्यों के प्रति ध्यान एकाग्रचित्त कर पाएंगे।

*धनु:आज आप अपनी आंतरिक शक्तियों को महसूस करेंगे। जिससे आपकी मानसिक स्थिति बहुत ही सकारात्मक रहेगी। लोग भी आपकी प्रतिभा के कायल हो जाएंगे। किसी प्रियजन का घर में आगमन सभी लोगों को खुशी प्रदान करेगा।

*मकर:आज संतान की समस्याओं संबंधित कार्यो में अधिक समय व्यतीत होगा। आप अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देंगे। आप में हिम्मत आत्मविश्वास और आशा का संचार रहेगा। परिजनों के साथ घूमने-फिरने तथा मनोरंजन संबंधी कार्यों में भी समय व्यतीत होगा।

*कुंभ:आज आपका दिन बेहतर रहेगा। अधिकतर समय आध्यात्मिक धार्मिक गतिविधियों में व्यतीत होगा। बुजुर्गों का आशीर्वाद व स्नेह पाकर आप प्रगति पथ पर आगे बढ़ेंगे। आप हर निर्णय को बहुत ही सोच समझकर लेने से अपने कार्यों में आशातीत सफलता प्राप्त करेंगे।

*मीन:आज भाग्य का सितारा बुलंद रहेगा। कल्पनाओं की दुनिया से निकलकर यथार्थ के धरातल पर आएं। आपका सकारात्मक रवैया आपके व्यक्तित्व को निखारेगा तथा आपको राजनैतिक व सामाजिक रूप से सम्मानित भी करेगा। आपकी प्रतिभा व योग्यता सबके सामने आएगी।
*🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞*
🌤️ दिनांक – 03 अक्टूबर 2022
🌤️ दिन – सोमवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – अष्टमी शाम 04:37 तक तत्पश्चात नवमी
🌤️ नक्षत्र – पूर्वाषाढा रात्रि 12:25 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा
🌤️ योग – शोभन दोपहर 02:22 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
🌤️ राहुकाल – सुबह 08:00 से सुबह 09:29 तक
🌞 सूर्योदय – 05:31
🌦️ सूर्यास्त – 05:53
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – महाष्टमी, दुर्गाष्टमी, सरस्वती-पूजन
🔥 विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌷 नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए 🌷
🌙 दशहरे से शरद पूनम तक चन्द्रमा की चाँदनी में विशेष हितकारी रस, हितकारी किरणें होती हैं । इन दिनों चन्द्रमा की चाँदनी का लाभ उठाना, जिससे वर्षभर आप स्वस्थ और प्रसन्न रहें । नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए दशहरे से शरद पूर्णिमा तक प्रतिदिन रात्रि में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा के ऊपर त्राटक (पलकें झपकाये बिना एकटक देखना) करें ।

🌷 दशहरे के दिन 🌷
05 अक्टूबर 2022 बुधवार को दशहरा, विजयादशमी (पूरा दिन शुभ मुहूर्त), संकल्प, शुभारम्भ, नूतन कार्य, सीमोल्लंघन के लिए विजय मुहूर्त (दोपहर 02:26 से 03:13 तक), गुरु-पूजन, अस्त्र-शस्त्र-शमी वृक्ष-आयुध-वाहन पूजन
🙏🏻 दशहरा के दिन शाम को जब सूर्यास्त होने का समय और आकाश में तारे उदय होने का समय हो वो सर्व सिद्धिदायी विजय काल कहलाता है |
👉🏻 उस समय घूमने-फिरने मत जाना | दशहरा मैदान मत खोजना … रावण जलता हो देखकर क्या मिलेगा ? धूल उड़ती होगी, मिटटी उड़ती होगी रावण को जलाया उसका धुआं वातावरण में होगा …. गंदा वो श्वास में लेना …. धूल, मिटटी श्वास में लेना पागलपन है |
ये दशहरे के दिन शाम को घर पे ही स्नान आदि करके, दिन के कपडे बदल के शाम को धुले हुए कपडे पहनकर ज्योत जलाकर बैठ जाये | थोडा
🌷 ” राम रामाय नम: । “

🌷 “ॐ अपराजितायै नमः “
ये मंत्र १ – २ माला जप करना और इस काल में श्री हनुमानजी का सुमिरन करते हुए इस मंत्र की एक माला जप करें :-
🌷 “पवन तनय बल पवन समाना, बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना ।
कवन सो काज कठिन जग माहि, जो नहीं होत तात तुम पाहि ॥”
🙏🏻 पवन तनय समाना की भी १ माला कर ले उस विजय काल में, फिर गुरुमंत्र की माला कर ले । फिर देखो अगले साल की दशहरा तक गृहस्थ में जीनेवाले को बहुत-बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते है |

🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 नवरात्रि की नवमी तिथि यानी अंतिम दिन माता दुर्गा को विभिन्न प्रकार के अनाज का भोग लगाएं ।इससे वैभव व यश मिलता है ।

🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 सुख-समृद्धि के लिए करें मां सिद्धिदात्री की पूजा
चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं। अंतिम दिन भक्तों को पूजा के समय अपना सारा ध्यान निर्वाण चक्र, जो कि हमारे कपाल के मध्य स्थित होता है, वहां लगाना चाहिए। ऐसा करने पर देवी की कृपा से इस चक्र से संबंधित शक्तियां स्वत: ही भक्त को प्राप्त हो जाती हैं। सिद्धिदात्री के आशीर्वाद के बाद श्रद्धालु के लिए कोई कार्य असंभव नहीं रह जाता और उसे सभी सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

      🌞 *~  पंचांग ~* 🌞

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