30 सितम्बर सोमवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) आज आपका दिन बेहतर रहेगा । किसी अधूरे कार्य के पूर्ण करने का अवसर मिलेगा। धनागम सुनिश्चित होगा । आज आपके सामाजिक व्यवहारों में वृद्धि होगी व सामाजिक दायरा बढेगा । मध्याह्न के बाद परिस्थिति और भी सही बनने लगेंगी । सेहत के साथ साथ कार्य क्षेत्र पर भी अधिक ध्यान दे पाओगे। परिजनों से मधुरता बनाएँ रखे । गुस्से पर नियन्त्रण रखें। योगा व हल्के व्यायाम के लिए समय निकालें जिससे स्वास्थ्य सुधार हो।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी ,वु , वे, वो)आज का दिन आपके लिए सामान्य रहेगा । स्वभाव से चंचल रहेंगे । किसी की भी बातो को बिना तथ्य जाने सच न माने । बुरानी बीमारियों में आज थोड़ा सुदर आएगा फिर भी लापरवाही से बचें। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन सामान्य रहेगा। आय-व्यय लगभग समान ही रहेंगे। स्वास्थ्य लाभ होगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा। विरोध करने वालो को अपनी गलती का अहसास होगा। कार्य क्षेत्र पर आज अनमने मन से ही कार्य करेंगे। धन लाभ अल्प मात्रा में होगा। संध्या के आस-पास अपने बुद्धि विवेक से कुछ रुके काम बना लेंगे जिससे निकट भविष्य में आय की संभावना बनेगी। अधिकारी एव परिजनों को मेहनत से प्रसन्न करें । स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)आज के दिन आप अधिक परिश्रम के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव करेंगे लेकिन परिश्रम का सकारात्मक फल मिलने से उत्साहित भी रहेंगे। आवश्यकता अनुसार धन की आमद हो ही जाएगी। उधार दिए धन की वसूली की लिए समय उपयुक्त है परंतु आर्थिक व्यवहारों में आज गरमा गर्मी से बचे उधार आज किसी से ना लें। सेहत सही रहेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)आज का दिन आपकी सुख शांति में वृद्धि करेगा । व्यापार व्यवसाय में आकस्मिक लाभ के सौदे मिलने से भविष्य की योजनाएं गति लेंगी। नौकरी पेशा जातको को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा जिससे सम्मान की प्राप्ति भी होगी। परिजनों का सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य आज सामान्य बना रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)आज आप आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रयास करेंगे। आप पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे । सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। बड़ो का आशीर्वाद फलिल होगा। पारिवारिक वातावरण सामान्य व सम्बन्ध मधुर रहेगे। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी। सेहत बढिया रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आप दिन का समय शांति से बिताएंगे । कोई समाचार प्राप्त हो सकता है । धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें। दाम्पत्य जीवन मनोनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)आज के दिन मध्यान से पहले आपको कोई लाभदायक समाचार मिलेगा धन कोष में भी आकस्मिक वृद्धि होगी। कार्य व्यवसाय से दिन के पहले भाग में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक लाभ कमा लेंगे । सरकारी कार्य आज करने से सफलता की संभावनाएं अधिक रहेंगी। धर्म कर्म में रुचि लेंगे पौराणिक धार्मिक स्थल की यात्रा होगी। दाम्पत्य जीवन का सुख सामान्य रहेगा। सेहत सही रहेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आप पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। व्यवसायी वर्ग नगद व्यवहार को अधिक महत्त्व देंगे। पारिवारिक वातावरण सामान्य व सम्बन्ध मधुर रहेगे। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी। सेहत बढिया रहेगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपकी महात्त्वकांक्षाये बढ़ चढ़ कर रहेंगी। कार्य व्यवसाय में जल्दबाजी न करने की सलाह है मन लगाकर कार्य करें परिणाम सुखद होंगे। आर्थिक रूप से दिन सामान्य रहेगा। मध्यान के बाद कही से अकस्मात लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक सदस्यों के साथ मधुरता रखें । बुजुर्गों का आशीर्वाद फलिल होगा। सेहत सामान्य रहेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)आज आपका दिन मनोनुकूल ही रहेगा । कोई समाचार प्राप्त हो सकता है । धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)आपको आज का दिन मिला-जुला फल देगा । भाई व मित्र के सहयोग से सफलता मिलेगी। आध्यात्मिक विचारों में और वृद्धि होगी । दिन के आरंभ में आलस्य रहेगा। अतिआवश्यक एवं धन संबंधित कार्य मध्याह्न से पहले पूर्ण करने का प्रयास करें। कार्य क्षेत्र पर भाईचारे का ध्यान रखे। घरेलू वातावरण को मधुर बनाएँ। सेहत सामान्य रहेगी।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞
🌤️ दिनांक – 30 सितम्बर 2024
🌤️ दिन – सोमवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – त्रयोदशी शाम 07:06 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
🌤️ नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी पूर्ण रात्रि तक
🌤️ योग – शुभ 01 अक्टूबर रात्रि 01:18 तक तत्पश्चात शुक्ल
🌤️ राहुकाल – सुबह 07:59 से सुबह 09:29 तक
🌤️ सूर्योदय -05:40
🌤️ सूर्यास्त- 06:02
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – त्रयोदशी का श्राद्ध,मासिक शिवरात्रि
💥 विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
👉🏻 पित्र अमावस्या पर यहा दीपक जरूर जलाए पित्र होगे संतुष्ट⤵️
🌷 चतुर्दशी तिथि पर न करें श्राद्ध 🌷
➡ 01 अक्टूबर 2024 मंगलवार को आग – दुर्घटना – अस्त्र – शस्त्र – अपमृत्यु से मृतक का श्राद्ध
🙏🏻 हिंदू धर्म के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में परिजनों की मृत्यु तिथि के अनुसार ही श्राद्ध करने का विधान है । महाभारत के अनुशासन पर्व में भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर को बताया है कि इस तिथि पर केवल उन परिजनों का ही श्राद्ध करना चाहिए, जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो।
💥 इस तिथि पर अकाल मृत्यु (हत्या, दुर्घटना, आत्महत्या आदि) से मरे पितरों का श्राद्ध करने का ही महत्व है। इस तिथि पर स्वाभाविक रूप से मृत परिजनों का श्राद्ध करने से श्राद्ध करने वाले को अनेक प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में उन परिजनों का श्राद्ध सर्वपितृमोक्ष अमावस्या के दिन करना श्रेष्ठ रहता है।
🙏🏻 महाभारत के अनुसार पर्व अनुसार पितरों की मृत्यु स्वाभाविक रुप से हुई हो, उनका श्राद्ध चतुर्दशी तिथि पर करने से श्राद्धकर्ता विवादों में घिर जाता हैं। उन्हें शीघ्र ही लड़ाई में जाना पड़ता है। जवानी में उनके घर के सदस्यों की मृत्यु हो सकती है।
🙏🏻 चतुर्दशी श्राद्ध के संबंध में ऐसा वर्णन कूर्मपुराण में भी मिलता है कि चतुर्दशी को श्राद्ध करने से अयोग्य संतान होती है।
🙏🏻 याज्ञवल्क्यस्मृति के अनुसार, भी चतुर्दशी तिथि को श्राद्ध नहीं करना चाहिए। इस दिन श्राद्ध करने वाला विवादों में फस सकता है।
🙏🏻 चतुर्दशी तिथि पर अकाल (हत्या), आत्महत्या (दुर्घटना), रुप से मृत परिजनों का श्राद्ध करने का विधान है।
🙏🏻 जिन पितरों की अकाल मृत्यु हुई हो व उनकी मृत्यु तिथि ज्ञात नहीं हो, उनका श्राद्ध चतुर्दशी तिथि को करने से वे प्रसन्न होते हैं।
👉🏻 पित्रो के लिए इतना तो अवश्य करना चाहिए⤵️
🌷 कौन सा वृक्ष लगाने से क्या फल मिलता है🌷
🙏🏻 भविष्यपुराण में आता हैं कि अशोक-वृक्ष लगाने से कभी शोक नहीं होता, प्लक्ष (पाकड़) वृक्ष उत्तम स्त्री प्रदान करवाता है ज्ञानरुपी फल भी देता हैं | बिल्ववृक्ष दीर्घ आयुष्य प्रदान करता है | जामुन का वृक्ष धन देता है, तेंदू का वृक्ष कुलबुद्धि कराता है | दाडिम (अनार) का वृक्ष स्त्री-सुख प्राप्त कराता है | बकुल पाप-नाशक, यंजुल (तिनिश) बल-बुद्धिप्रद है | धातकी (धव) स्वर्ग प्रदान करता हैं | वटवृक्ष मोक्षप्रद, आम्रवृक्ष अभीष्ट कामनाप्रद और गुवाक (सुपारी) का वृक्ष सिद्धिप्रद है | वल्वल, मधूक (महुआ) तथा अर्जुन-वृक्ष सब प्रकार का अन्न प्रदान करता है | कदम्ब-वृक्ष से विपुल लक्ष्मी की प्रप्ति होती है | तिन्तिडी )इमली) का वृक्ष धर्मदूषक माना गया है | शमी-वृक्ष रोग-नाशक है | केशर से शत्रुओं का विनाश होता है | श्वेत वट धनप्रदाता पनस (कटहल)वृक्ष मंद बुद्धिकारक है | मर्कटी (केंवाच)एवं कदम-वृक्ष के लगाने से संतति का क्षय होता है |
शीशम, अर्जुन, जयंती, करवीर, बेल तथा पलाश- वृक्षों के आरोपण से स्वर्ग की प्राप्ति होती है | विधिपूर्वक वृक्ष का रोपण करने से स्वर्ग-सुख प्राप्त होता है और रोपणकर्ता के तीन जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं |