22 दिसम्बर शुक्रवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष राशि : बीमारी आपकी उदासी की वजह हो सकती है। आपको परिवार में फिर से ख़ुशी का माहौल बनाने के लिए जल्द-से-जल्द इससे बाहर आने की ज़रूरत है। आज के दिन आप ऊर्जा से लबरेज़ रहेंगे और मुमकिन है कि अचानक अनदेखा मुनाफ़ा भी मिले। हो सकता है कि आप अपने परिवार के लोगों की सभी बातों से सहमत न हों, लेकिन आपको उनके तजुर्बे से सीखने की कोशिश करनी चाहिए। काम के दबाव के चलते मानसिक उथल-पुथल और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दिन के उत्तरार्ध में ज़्यादा तनाव न लें और आराम करें। आपका वर्चस्ववादी स्वभाव आलोचना की वजह बन सकता है। जो भी आपसे मिले, उसके साथ विनम्र और सुखद व्यवहार करें। बहुत कम लोग ही आपके इस आकर्षण का राज़ जान पाएंगे। वैवाहिक जीवन में आप कुछ निजता की ज़रूरत महसूस करेंगे।
🪶 उपाय :- 09 वर्ष से कम उम्र की कन्याओं को भोजन कराने से स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
वृषभ राशि :* दोस्त आपका परिचय किसी ख़ास इंसान से कराएंगे, जो आपकी सोच पर गहरा प्रभाव डालेगा। आर्थिक तौर पर सिर्फ़ और सिर्फ़ एक स्रोत से ही लाभ मिलेगा। क़रीबी दोस्त और साझीदार नाराज़ होकर आपकी ज़िंदगी मुश्किल बना सकते हैं। कोई पौधा लगाएँ। अगर आप व्यवसाय में किसी नये भागीदार को जोड़ने पर विचार कर रहे हैं, तो यह ज़रूरी होगा कि उससे कोई भी वादा करने से पहले आप सभी तथ्य अच्छी तरह जाँच लें। टैक्स और बीमे से जुड़े विषयों पर ग़ौर करने की ज़रूरत है। आपको अपने जीवनसाथी का सख़्त और रुखा पहलू देखने को मिल सकता है, जिसके चलते आप असहज महसूस करेंगे।
🪶 उपाय :- हनुमान जी के मंदिर में बूंदी व लडडू का प्रसाद चढाने से फैमिली लाइफ की दिक्कतें दूर होंगी।
मिथुन राशि :* सुकून हासिल करने लिए कुछ पल क़रीबी दोस्तों के साथ बिताएँ। माली सुधार की वजह से ज़रूरी ख़रीदारी करना आसान रहेगा। किसी दूर के रिश्तेदार के यहाँ से मिली आकस्मिक अच्छी ख़बर आपके पूरे परिवार के लिए ख़ुशी के लम्हे लाएगी। आपका प्रिय आज कुछ खीझा हुआ महसूस कर सकता है, जो आपके दिमाग़ पर दबाव और बढ़ा देगा। काम में पेशेवर रवैया आपको सराहना दिलाएगा। अगर आप शादीशुदा हैं और आपके बच्चे भी हैं तो वो आज आपसे शिकायत कर सकते हैं क्योंकि आप उनको पर्याप्त समय नहीं दे पाते। पड़ोसियों का दख़ल शादीशुदा ज़िन्दगी में दिक़्क़त पैदा करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन आप व आपके जीवनसाथी के बीच का बंधन बहुत मज़बूत है और इसे तोड़ना आसान नहीं है।
🪶 उपाय :- जब भी अपने प्रेमी/प्रेमिका से मिलें तो एक सफेद फूल जरूर दें। इससे लव लाइफ बढ़िया चलेगी।
कर्क राशि :* आपकी इच्छा-शक्ति को प्रोत्साहन मिलेगा, क्योंकि आप बहुत पेचीदा हालात से निकलने में क़ामयाब रहेंगे। भावुक फ़ैसला लेते वक़्त अपनी तार्किकता न छोड़ें। अपने ख़र्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। किसी दूर के रिश्तेदार के यहाँ से अचानक आया कोई संदेश पूरे परिवार के लिए रोमांचक रहेगा। काफ़ी वक़्त फ़ोन न करके आप अपने प्रिय को तंग करेंगे। कार्यक्षेत्र में आपके कामकाज की सराहना होगी। जो लोग बीते कुछ दिनों से काफी व्यस्त थे उन्हें आज अपने लिए फुर्सत के पल मिल सकते हैं। ग़लतफ़हमी के लम्बे दौर के बाद इस शाम आपको जीवनसाथी के प्यार का तोहफ़ा नसीब होगा।
🪶 उपाय :- एक दूध की कटोरी किसी कुत्ते को पिलाएं इससे लव लाइफ में रिलेशन और मजबूत होंगे।
सिंह राशि :* तनाव के चलते बीमारी से दो-चार होना पड़ सकता है। सुकून महसूस करने के लिए दोस्तों और परिवार के साथ कुछ समय बिताएँ। बैंक से जुड़े लेन-देन में काफ़ी सावधानी बरतने की ज़रूरत है। प्रभावशाली और महत्वपूर्ण लोगों से परिचय बढ़ाने के लिए सामाजिक गतिविधियाँ अच्छा मौक़ा साबित होंगी। सावधान रहें, क्योंकि कोई आपकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर सकता है। आप महसूस करेंगे कि आपकी रचनात्मकता कहीं खो गयी है और फ़ैसले करने में आपको ख़ासी दिक़्क़त का सामना करना पड़ेगा। छात्रों को सलाह दी जाती है कि यारी-दोस्ती के चक्कर में इन कीमती पलों को खराब न करें। यार दोस्त आने वाले वक्त में भी मिल सकते हैं लेकिन पढ़ाई के लिए यही समय सबसे सही है। आपको अपने जीवनसाथी का सख़्त और रुखा पहलू देखने को मिल सकता है, जिसके चलते आप असहज महसूस करेंगे।
🪶 उपाय :- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से हेल्थ अच्छी रहेगी।
कन्या राशि :* आज के दिन आप बिना झंझट विश्राम कर सकेंगे। अपनी मांसपेशियों को आराम देने के लिए तैल से मालिश करें। वैसे तो अपना पैसा दूसरे को देना किसी को पसंद नहीं आता लेकिन आज आप किसी जरुरतमंद को पैसा देकर सुकून का अनुभव करेंगे। दोस्तों की परेशानियों और तनाव के चलते आप अच्छा महसूस नहीं करेंगे। आपके लिए अपने प्रिय से दूर रहना बहुत मुश्किल होगा। ऐसे लोगों से साथ जुड़ें जो स्थापित हैं और भविष्य के रुझानों को समझने में आपकी मदद कर सकते हैं। आपके द्वारा आज खाली समय में ऐसे काम किये जाएंगे जिनके बारे में आप अक्सर सोचा करते हैं लेकिन उन कामों को कर पाने में समर्थ नहीं हो पाते। पड़ोसियों का दख़ल शादीशुदा ज़िन्दगी में दिक़्क़त पैदा करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन आप व आपके जीवनसाथी के बीच का बंधन बहुत मज़बूत है और इसे तोड़ना आसान नहीं है।
🪶 उपाय :- अच्छे पारिवारिक जीवन के लिए किसी क्यारी, पीपल या बड़ के पास धरती पर 28 बार सरसों का तेल टपकाएं, यही कार्य आप घर में गमले में मिटटी रखकर भी कर सकते हैं।
तुला राशि :* बच्चों के साथ आप सुकून पाएंगे। बच्चों की यह क्षमता क़ुदरती है और न केवल आपके परिवार के बच्चों में, बल्कि हर बच्चे में यह गुण होता है। वे आपको सुकून और राहत दे सकते हैं। आपका बचाया धन आज आपके काम आ सकता लेकिन इसके साथ ही इसके जाने का आपको दुख भी होगा। आपका मज़ाकिया स्वभाव आपके चारों ओर के वातावरण को ख़ुशनुमा बना देगा। प्यार के मामले में आज आप ग़लत समझे जा सकते हैं। कामकाज में थोड़ी मुश्किल के बाद आपको दिन में कुछ अच्छा देखने को मिल सकता है। आज धार्मिक कामों में आप अपना खाली समय बिताने का विचार बना सकते हैं। इस दौरान बेवजह की बहसों में आपको नहीं पड़ना चाहिए। चीज़ें आपकी इच्छा के मुताबिक़ नहीं चलेंगी, लेकिन अपने हमदम के साथ आप अच्छा समय गुज़ारेंगे।
🪶 उपाय :- पक्षियों को सतनाजा खिलाने से स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
वृश्चिक राशि :* सामाजिक मेलजोल से ज़्यादा सेहत को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। आपकी लगन और मेहनत पर लोग ग़ौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। आप महसूस करेंगे कि प्यार में बहुत गहराई है और आपका प्रिय आपको सदा बहुत प्यार करेगा। कार्यक्षेत्र में प्रगतिशील और बड़े बदलाव करने में सहकर्मी आपका पूरा सहयोग करेंगे। आपको भी तेज़ी से क़दम उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए। मातहतों को कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करना सकारात्मक परिणाम देगा। आपके घर का कोई करीबी शख्स आज आपके साथ वक्त बिताने की बात कहेगा लेकिन आपके पास उनके लिए वक्त नहीं होगा जिसकी वजह से उनको तो बुरा लगेगा ही आपको भी बुरा लगेगा। सुबह जीवनसाथी से आपको कुछ ऐसा मिल सकता है, जिससे आपका सारा दिन ख़ुशगवार गुज़रेगा।
🪶 उपाय :- चाँदी के चम्मच से या चाँदी की थाली में भोजन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा।
धनु राशि :* बहुत ज़्यादा तनाव और चिंता करने की आदत सेहत को नुक़सान पहुँचा सकती है। जेवर और एंटीक में निवेश फ़ायदेमंद रहेगा और समृद्धि लेकर आएगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। कोई अच्छी ख़बर या जीवनसाथी/प्रिय से मिला कोई संदेश आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आज ऐसे बर्ताव करें जैसे कि आप ‘सुपर-स्टार’ हैं, लेकिन सिर्फ़ उन चीज़ों की ही प्रशंसा करें जो उसके क़ाबिल हैं। आप अपने जीवन की कुछ यादगार शामों में से एक आज अपने जीवनसाथी के साथ बिता सकते हैंं।
🪶 उपाय :- स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए खाना खाते समय तांबे या सोने (अगर संभव हो तो) के चम्मच का ही प्रयोग करें।
मकर राशि :* जीत का जश्न आपके दिल को ख़ुशी से भर देगा। इस उत्साह को दोगुना करने के लिए आप अपनी ख़ुशी में दोस्तों को भागीदार बना सकते हैं। कुछ ख़रीदने से पहले उन चीज़ों का इस्तेमाल करें, जो पहले से आपके पास हैं। पुराने परिचितों से मिलने-जुलने और पुराने रिश्तों को फिर से तरोताज़ा करने के लिए अच्छा दिन है। अपने प्रिय को आज निराश न करें- क्योंकि ऐसा करने की वजह से बाद में आपको पछताना पड़ सकता है। यह दूसरे देशों में व्यावसायिक सम्पर्क बनाने का बेहतरीन समय है। अगर आपके पास हालात से उबरने के लिए दृढ़ इच्छा-शक्ति है, तो कुछ भी असंभव नहीं है। जीवनसाथी के किसी अचानक काम की वजह से आपकी योजनाएँ बिगड़ सकती हैं। लेकिन फिर आपको महसूस होगा कि जो होता है अच्छे के लिए ही होता है।
🪶 उपाय :- किसी भी गरीब व्यक्ति को बक्षीस देनें या भोजन कराने से प्रेम सम्बन्धों में वृद्धि होगी।
कुम्भ राशि :* आज आपका स्वास्थ्य दुरुस्त रहने की पूरी उम्मीद है। अपने अच्छे स्वास्थ्य के चलते आज आप अपने दोस्तों के साथ खेलने का प्लान बना सकते हैं। आप जीवन में पैसे की अहमियत को नहीं समझते लेकिन आज आपको पैसे की अहमियत समझ में आ सकती है क्योंकि आज आपको पैसे की बहुत आवश्यकता होगी लेकिन आपके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। आज के दिन बिना कुछ ख़ास किए आप आसानी से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में क़ामयाब रहेंगे। रोमांस आपके दिल पर क़ाबिज़ है। नए विचार फ़ायदेमंद साबित होंगे। कोई आध्यात्मिक गुरू या बड़ा आपकी सहायता कर सकता है। आपको महसूस होगा कि शादी के वक़्त किए गए सारे वादे सच्चे हैं। आपका जीवनसाथी ही आपका हमदम है।
🪶 उपाय :- आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए लाल मिर्च (सूर्य की कारक वस्तु) का भोजन में संतुलित प्रयोग करें।
मीन राशि :* अपने काम के लिए दूसरों पर दबाव न डालें। दूसरे लोगों की इच्छाओं और दिलचस्पियों पर भी ग़ौर करें, इससे आपको दिली ख़ुशी हासिल होगी। आपके माता पिता आपकी फिजूलखर्ची को देखकर आज चिंतित हो सकते हैं और इसलिए आपको उनके गुस्से का शिकार भी होना पड़ सकता है। आपका कोई क़रीबी आज काफ़ी अजीब मूड में होगा और उसे समझना लगभग असंभव साबित होगा। आपके लिए अपने प्रिय से दूर रहना बहुत मुश्किल होगा। किसी साझीदारी वाले व्यवसाय में जाने से बचें – क्योंकि मुमकिन है कि भागीदार आपका बेजा फ़ायदा उठाने की कोशिश करें। अगर आप जल्दबाज़ी में निष्कर्ष निकालेंगे और ग़ैर-ज़रूरी काम करेंगे, तो आज का दिन काफ़ी निराशाजनक हो सकता है। आपका जीवनसाथी आपकी ज़रूरतों को अनदेखा कर सकता है, जिसके चलते आप चिड़चिड़े हो सकते हैं।
🪶 उपाय :- खुशहाल पारिवारिक जीवन के लिए शनिदेव का तेल से अभिषेक करें।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️ दिनांक – 22 दिसम्बर 2023
🌤️ दिन – शुक्रवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शिशिर ॠतु
🌤️ मास – मार्गशीर्ष
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – दशमी सुबह 08:16 तक तत्पश्चात एकादशी
🌤️ नक्षत्र – अश्विनी रात्रि 09:36 तक तत्पश्चात भरणी
🌤️ योग – परिघ सुबह 11:11 तक तत्पश्चात शिव
🌤️ राहुकाल – सुबह 11:16 से दोपहर 12:37 तक
🌞 सूर्योदय-06:13
🌤️ सूर्यास्त- 05:11
👉 दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण- मोक्षदा एकादशी (स्मार्त), श्रीमद्भगवद्गीता जयंती,शिशिर ऋतु प्रारंभ,वर्ष का सबसे छोटा दिन,एकादशी क्षय तिथि
💥 *विशेष –
👉🏻 श्रीकृष्ण भगवान कहते है की श्रीमद्भगवद्गीता जयंती पर इस उपदेश से होगी इच्छा पूर्ण⤵️
🌷 मोक्षदा एकादशी 🌷
➡ 22 दिसम्बर 2023 शुक्रवार को सुबह 08:17 से 23 दिसम्बर, शनिवार को सुबह 07:11 तक एकदशी है।
22 दिसम्बर, शुक्रवार को मोक्षदा एकादशी (स्मार्त) एवं 23 दिसम्बर, शनिवार को मोक्षदा एकादशी (भागवत)
💥 विशेष – 23 दिसम्बर, शनिवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।
🙏🏻 यह बड़े भारी पापों का नाश करनेवाला व्रत है | नीच योनि में पड़े पितर भी इसके पुण्यदान से मोक्ष पाते हैं |
🌷 श्रीमद् भगवद्गगीता जयंती 🌷
👉🏻 गतांक से आगे……
🙏🏻 जानिए भगवद् गीता के 9 बेहतरीन मैनेजमेंट सूत्र जिनमे छुपा है आपकी हर परेशानी का हल
🌷 4 श्लोक
विहाय कामान् य: कर्वान्पुमांश्चरति निस्पृह:।
निर्ममो निरहंकार स शांतिमधिगच्छति।।
🙏🏻 अर्थ- जो मनुष्य सभी इच्छाओं व कामनाओं को त्याग कर ममता रहित और अहंकार रहित होकर अपने कर्तव्यों का पालन करता है, उसे ही शांति प्राप्त होती है।
➡ मैनेजमेंट सूत्र – यहां भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि मन में किसी भी प्रकार की इच्छा व कामना को रखकर मनुष्य को शांति प्राप्त नहीं हो सकती। इसलिए शांति प्राप्त करने के लिए सबसे पहले मनुष्य को अपने मन से इच्छाओं को मिटाना होगा। हम जो भी कर्म करते हैं, उसके साथ अपने अपेक्षित परिणाम को साथ में चिपका देते हैं। अपनी पसंद के परिणाम की इच्छा हमें कमजोर कर देती है। वो ना हो तो व्यक्ति का मन और ज्यादा अशांत हो जाता है। मन से ममता अथवा अहंकार आदि भावों को मिटाकर तन्मयता से अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा। तभी मनुष्य को शांति प्राप्त होगी।
🌷 5 श्लोक
न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्।
कार्यते ह्यश: कर्म सर्व प्रकृतिजैर्गुणै:।।
🙏🏻 अर्थ- कोई भी मनुष्य क्षण भर भी कर्म किए बिना नहीं रह सकता। सभी प्राणी प्रकृति के अधीन हैं और प्रकृति अपने अनुसार हर प्राणी से कर्म करवाती है और उसके अनुसार परिणाम भी देती है।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- बुरे परिणामों के डर से अगर ये सोच लें कि हम कुछ नहीं करेंगे तो ये हमारी मूर्खता है। खाली बैठे रहना भी एक तरह का कर्म ही है, जिसका परिणाम हमारी आर्थिक हानि, अपयश और समय की हानि के रूप में मिलता है। सारे जीव प्रकृति यानी परमात्मा के अधीन हैं, वो हमसे अपने अनुसार कर्म करवा ही लेगी। और उसका परिणाम भी मिलेगा ही। इसलिए कभी भी कर्म के प्रति उदासीन नहीं होना चाहिए, अपनी क्षमता और विवेक के आधार पर हमें निरंतर कर्म करते रहना चाहिए।
🌷 6 श्लोक
नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण:।
शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मण:।।
🙏🏻 अर्थ- तू शास्त्रों में बताए गए अपने धर्म के अनुसार कर्म कर, क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है तथा कर्म न करने से तेरा शरीर निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- श्रीकृष्ण अर्जुन के माध्यम से मनुष्यों को समझाते हैं कि हर मनुष्य को अपने-अपने धर्म के अनुसार कर्म करना चाहिए जैसे- विद्यार्थी का धर्म है विद्या प्राप्त करना, सैनिक का कर्म है देश की रक्षा करना। जो लोग कर्म नहीं करते, उनसे श्रेष्ठ वे लोग होते हैं जो अपने धर्म के अनुसार कर्म करते हैं, क्योंकि बिना कर्म किए तो शरीर का पालन-पोषण करना भी संभव नहीं है। जिस व्यक्ति का जो कर्तव्य तय है, उसे वो पूरा करना ही चाहिए।
🌷 7 श्लोक
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।।
🙏🏻 अर्थ- श्रेष्ठ पुरुष जैसा आचरण करते हैं, सामान्य पुरुष भी वैसा ही आचरण करने लगते हैं। श्रेष्ठ पुरुष जिस कर्म को करता है, उसी को आदर्श मानकर लोग उसका अनुसरण करते हैं।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- यहां भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि श्रेष्ठ पुरुष को सदैव अपने पद व गरिमा के अनुसार ही व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वह जिस प्रकार का व्यवहार करेगा, सामान्य मनुष्य भी उसी की नकल करेंगे। जो कार्य श्रेष्ठ पुरुष करेगा, सामान्यजन उसी को अपना आदर्श मानेंगे। उदाहरण के तौर पर अगर किसी संस्थान में उच्च अधिकार पूरी मेहनत और निष्ठा से काम करते हैं तो वहां के दूसरे कर्मचारी भी वैसे ही काम करेंगे, लेकिन अगर उच्च अधिकारी काम को टालने लगेंगे तो कर्मचारी उनसे भी ज्यादा आलसी हो जाएंगे।
🌷 8 श्लोक
न बुद्धिभेदं जनयेदज्ञानां कर्म संगिनाम्।
जोषयेत्सर्वकर्माणि विद्वान्युक्त: समाचरन्।।
🙏🏻 अर्थ- ज्ञानी पुरुष को चाहिए कि कर्मों में आसक्ति वाले अज्ञानियों की बुद्धि में भ्रम अर्थात कर्मों में अश्रद्धा उत्पन्न न करे किंतु स्वयं परमात्मा के स्वरूप में स्थित हुआ और सब कर्मों को अच्छी प्रकार करता हुआ उनसे भी वैसे ही कराए।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- ये प्रतिस्पर्धा का दौर है, यहां हर कोई आगे निकलना चाहता है। ऐसे में अक्सर संस्थानों में ये होता है कि कुछ चतुर लोग अपना काम तो पूरा कर लेते हैं, लेकिन अपने साथी को उसी काम को टालने के लिए प्रोत्साहित करते हैं या काम के प्रति उसके मन में लापरवाही का भाव भर देते हैं। श्रेष्ठ व्यक्ति वही होता है जो अपने काम से दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है। संस्थान में उसी का भविष्य सबसे ज्यादा उज्जवल भी होता है।
🌷 9श्लोक
ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम्।
म वत्र्मानुवर्तन्ते मनुष्या पार्थ सर्वश:।।
🙏🏻 अर्थ- हे अर्जुन। जो मनुष्य मुझे जिस प्रकार भजता है यानी जिस इच्छा से मेरा स्मरण करता है, उसी के अनुरूप मैं उसे फल प्रदान करता हूं। सभी लोग सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- इस श्लोक के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण बता रहे हैं कि संसार में जो मनुष्य जैसा व्यवहार दूसरों के प्रति करता है, दूसरे भी उसी प्रकार का व्यवहार उसके साथ करते हैं। उदाहरण के तौर पर जो लोग भगवान का स्मरण मोक्ष प्राप्ति के लिए करते हैं, उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो किसी अन्य इच्छा से प्रभु का स्मरण करते हैं, उनकी वह इच्छाएं भी प्रभु कृपा से पूर्ण हो जाती है। कंस ने सदैव भगवान को मृत्यु के रूप में स्मरण किया। इसलिए भगवान ने उसे मृत्यु प्रदान की। हमें परमात्मा को वैसे ही याद करना चाहिए, जिस रुप में हम उसे पाना चाहते हैं।