20 सितम्बर शुक्रवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)आज आपका दिन मनोनुकूल होगा। थकान या हरारत का असर अवश्य रहेगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। स्वाभिमान में वृद्धि होगी। आनाज तिलहन में निवेशादि लाभप्रद रहेंगे। बिना सोचे-समझे कोई कार्य न करें। फिजूल का समय बर्बाद करने से बचें। व्यस्त रहेंगे इसलिए थकान से बचने के लिए समय निकालें। स्वास्थ्य सुधार होगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)आज का दिन आप के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कई जरूरी डील और नये रिश्ते आज जुडऩे वाले है। अचानक बड़े खर्च सामने आ सकते हैं, जिससे अर्थव्यवस्था बिगड़ सकती है। मनोरंजन के अवसर प्राप्त होंगे । निजी जीवन में चल रहे तनाव समाप्त होंगे। यात्रा शुभ रहेगी। स्वास्थ्य सही रहेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)आज आपका दिन सम्मान बढ़ाने वाला रहेगा । सामाजिक दायरा बढ़ेगा। कई दिनों से जो बात आप कहना चाह रहे थे, आज कहने का अवसर मिल सकता है। रुके कार्यों में आप के राजनितिक संबंध का लाभ मिलेगा। नए दोस्त बनेंगे, अर्थव्यवस्था में सुधार के योग है। निर्णय समय पर लेना सीखें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)आज आपका दिन बेहतर रहेगा । आपकी व्यवहार कुशलता और समझदारी से लोग खुश होंगे। आर्थिक लाभ होगा। आप जो भी करें पहले किसी अनुभवी से राय लें फिर किसी कार्य की शुरुआत करें। खोई हुई वस्तु मिल सकती है। उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। स्वास्थ्य लाभ होगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)आज आपका दिन सामान्य रहेगा । कार्य के कारण जीवन थोड़ा व्यस्त रहेगा । कार्यस्थल पर अनुकूल माहौल मिलेगा। जीवनसाथी का सहयोग कर पाओगे व मिलेगा। कोई धार्मिक अनुष्ठान कर सकते हैं। आज किसी शिव मंदिर जाकर दूध से अभिषेक करें। आर्थिक लाभ व मानसिक शांति मिलेगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)आज आपका दिन आपके पक्ष में रहेगा । लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे। वाहन खरीदने का मन बनेगा। मांगलिक कार्य की रूपरेखा बनेगी। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। धर्म में रुचि बढ़ेगी। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपका दिन मंगलमय होगा । नई योजना सफल होगी। नया व्यवसाय शुरू करने के लिए परिजनों से आर्थिक सहायता लेनी होगी। वाहन, मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। पुराने निवेश से लाभ होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)आज आपका दिन उत्तम रहेगा ।दोस्तों से अनबन समाप्त होगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। अचानक धन लाभ होगा। कोर्ट-कचहरी आदि में धन लगेगा। बाहरी सहयोग मिलेगा। पड़ोसियों से संबंध सुधरेंगे। धार्मिक रूचि उत्पन्न होगी । स्वास्थ्य लाभ निश्चित है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)आज आपका दिन बढ़िया रहेगा । राजनीति में आप अपना हुनर आजमा सकते हैं। सफलता के योग हैं। वैवाहिक रिश्तों के लिए की गई यात्रा सफल रहेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। आपके अपनों द्वारा आपका सहयोग कम हो सकता है। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी) आज आपका दिन सामान्य रहेगा । सभी को साथ में लेकर चलें। वाहन पर खर्च होगा। व्यवसायिक नई योजना से लाभ होगा। पार्टी-का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करने में सफल होंगे। शारीरिक थकान संभव है। विवाद से बचें।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)आज आपका दिन मनोनुकूल रहेगा । शुभ समाचार मिल सकता है। शारीरिक कष्ट दूर होंगे। दूसरों से अपेक्षा न करें। नए लोगों से संपर्क होगा। आर्थिक लाभ के अवसर आयेंगे। विदेश जाने में आ रही रुकावट दूर होगी। मित्रों से संपर्क मजबूत होगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)आज आपका दिन बेहतर रहेगा । आप जो करना चाहते हैं उसके पहले रणनीति तैयार करें। अपनी सूझ-बूझ से रुके काम पूरे करवा लेंगे। आप क्रोधित हो सकते है , संयत रहें। पराक्रम में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख बढ़ेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। किसी बात को लेकर मानसिक परेशानी रहेगी।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️ दिनांक – 20 सितम्बर 2024
🌤️ दिन – शुक्रवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – तृतीया रात्रि 09:15 तक तत्पश्चात चतुर्थी
🌤️ नक्षत्र – अश्विनी 21 सितम्बर रात्रि 02:43 तक तत्पश्चात भरणी
🌤️ योग – ध्रुव शाम 03:19 तक तत्पश्चात व्याघात
🌤️ राहुकाल – सुबह 11:01 से दोपहर 12:32 तक
🌤️ सूर्योदय -05:38
🌤️ सूर्यास्त- 06:03
👉 दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – तृतीया का श्राद्ध,पंचक (समाप्त :प्रातः05:15)*
💥 विशेष – तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

👉🏻 क्यों जरूरी है भरणी श्राद्ध और कब करना है| घर बैठे पाए गया श्राद्ध के बराबर पुण्य⤵️

🌷 विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए 🌷
👉 21 सितम्बर 2024 शनिवार को संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 08:46)
🙏🏻 शिव पुराण में आता हैं कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :
🌷 ॐ गं गणपते नमः ।
🌷 ॐ सोमाय नमः ।

👉🏻 श्राद्ध पक्ष विशेष पित्रो की सद्गति एवं तृप्ति देने वाला श्रीमद्भगवद्गीता का अध्याय 7 महात्म्य सहित⤵️

🌷 श्राद्ध विशेष 🌷
🌞 पूर्वजों को पितर पक्ष में इस मंत्र के द्वारा सूर्य भगवान को अर्ध्य देने से यमराज प्रसन्न होकर पूर्वजों को अच्छी जगह भेज देते हैं ।
🌷 ॐ धर्मराजाय नमः ।
🌷 ॐ महाकालाय नमः ।
🌷 ॐ म्रर्त्युमा नमः ।
🌷 ॐ दानवैन्द्र नमः ।
🌷 ॐ अनन्ताय नमः ।

🌷 पितृ पक्ष 🌷
🙏🏻 धर्म ग्रंथों के अनुसार, विधि-विधान पूर्वक श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। वर्तमान समय में देखा जाए तो विधिपूर्वक श्राद्ध कर्म करने में धन की आवश्यकता होती है। पैसा न होने पर विधिपूर्वक श्राद्ध नहीं किया जा सकता। ऐसे में पितृ दोष होने से कई प्रकार की समस्याएं जीवन में बनी रहती हैं। पुराणों के अनुसार, ऐसी स्थिति में पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त कर कुछ साधारण उपाय करने से भी पितर तृप्त हो जाते हैं।
न कर पाएं श्राद्ध तो करें इनमें से कोई 1 उपाय, नहीं होगा पितृ दोष
🙏🏻 जिस स्थान पर आप पीने का पानी रखते हैं, वहां रोज शाम को शुद्ध घी का दीपक लगाएं। इससे पितरों की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी। इस बात का ध्यान रखें कि वहां जूठे बर्तन कभी न रखें।
🙏🏻 सर्व पितृ अमावस्या के दिन चावल के आटे के 5 पिंड बनाएं व इसे लाल कपड़े में लपेटकर नदी में बहा दें।
🙏🏻 गाय के गोबर से बने कंडे को जलाकर उस पर गूगल के साथ घी, जौ, तिल व चावल मिलाकर घर में धूप करें।
🙏🏻 विष्णु भगवान के किसी मंदिर में सफेद तिल के साथ कुछ दक्षिणा (रुपए) भी दान करें।
🙏🏻 कच्चे दूध, जौ, तिल व चावल मिलाकर नदी में बहा दें। ये उपाय सूर्योदय के समय करें तो अच्छा रहेगा।
🙏🏻 श्राद्ध में ब्राह्मण को भोजन कराएं या सामग्री जिसमें आटा, फल, गुड़, सब्जी और दक्षिणा दान करें।
🙏🏻 श्राद्ध नहीं कर सकते तो किसी नदी में काले तिल डालकर तर्पण करें। इससे भी पितृ दोष में कमी आती है।
🙏🏻 श्राद्ध पक्ष में किसी विद्वान ब्राह्मण को एक मुट्ठी काले तिल दान करने से पितृ प्रसन्न हो जाते हैं।
🙏🏻 श्राद्ध पक्ष में पितरों को याद कर गाय को हरा चारा खिला दें। इससे भी पितृ प्रसन्न व तृप्त हो जाते हैं।
🙏🏻 सूर्यदेव को अर्ध्य देकर प्रार्थना करें कि आप मेरे पितरों को श्राद्धयुक्त प्रणाम पहुँचाए और उन्हें तृप्त करें।

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