24 मई बुधवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज आप थौड़े व्यस्त रहेंगे परन्तु संतान के लिए समय अवश्य निकालें। अपनी बारी का इंजतार करें। संतान के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। नए लोगों से संपर्क बनेगा, जो भविष्य में लाभदायक रहेगा। सामाजिक दायरा व मान सम्मान बढ़ेगा । वाहन सुख संभव है। स्वास्थ्य का सुधार सम्भव है। आराम करें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी ,वु , वे, वो)
जो लोग दूसरे के लिए मांगते हैं, उन्हें कभी अपने लिए नहीं मांगना पड़ता है। माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। किसी के बहकाने से अपने संबंध तोडऩे से बचें। पैर आदि में हल्की चोट लगने से बचें। समाज में नाम होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। मनोरंजन के लिए समय मिलेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था, आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं। बीमारी में आराम कम मिलेगा लेकिन चिंताजनक नहीं होगा। अच्छे डॉ से सम्पर्क कर सकते हैं या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें सकते हैं । नए भवन में जाने के योग हैं। आज धन लाभ के योग हैं। सामाजिक दायरा आपके साथ रहेगा । आध्यात्मिक विषयो में रूचि बढेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है। कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी। पड़ोसियों की मदद करनी पड़ सकती है। क्रोध की अधिकता से परिजन नाखुश होंगे। शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा। स्वास्थ्य सुधार होगा। मन प्रसन्न रहेगा।

सिंह:किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते हैं। जरूरी कार्य समय पर पूरे करें। निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें। पिता के व्यवहार में सहयोग करें लाभ होगा। जीवनशैली में परिवर्तन के योग हैं। पुरानी दुश्मनी / मित्रता के चलते किसी से मुलाकात हो सकती है। स्वास्थ्य सही रहेगा।

कन्या:सोचे कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा। अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे। कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे। प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास रहेगा। स्वास्थ्य बेहतर होगा।धर्म कर्म में ध्यान लगेगा।

तुला:आपकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। जीवनशैली में आय परिवर्तन से खुश होंगे। आजीविका के नए स्रोत स्थापित होंगे। पारिवारिक सौहार्द बना रहेगा। मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी। स्वास्थ्य सही रहेगा। सामाजिक दायरा बढेगा।

वृश्चिक:अपने हिसाब से जिंदगी जिना पसंद रहेंगे। जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे, वे आपका विरोध करेंगे। भवन भूमि के विवादों का अंत होगा। पिता के व्यवसाय में रुचि कम रहेगी। आराम के लिए समय निकालें व नींद पूरी लें। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

धनु:समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें। पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे। घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें, तो पारिवारिक तनाव खत्म होगा। फैक्ट्री या कार्यक्षेत्र में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगायें, चमत्कारिक लाभ होगा। स्वास्थ्य लाभ होगा । मन प्रसन्न रहेगा। आध्यात्म में रूचि बढेगी।

मकर:व्यस्तता के कारण सेहत को न भूलें। अपने जीवनसाथी से नम्रता से बात करें और आपकी दोनों की वार्तालाप में स्नेह झलके न कि बनावटी बातें करें। वाणी में मधुर रहें। यात्रा के योग हैं। कहीं से अटका धन मिलने के योग हैं। स्वास्थ्य सुधार निश्चित है। यश कीर्ति मान बढेगा। आज दोस्तों से विशेष लाभ मिल सकता है।

कुंभ:सेहत को नजरअंदाज न करें। आनावाश्यक किसी को परेशान करना अच्छी बात नहीं है। आज कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। अपने संपर्कों से रुके कार्य पूरे होंगे। बहनों के विवाह की चिंता रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।

मीन:जल्दबाजी में किये फैसलों से भारी नुकसान हो सकता है। परिवार में आप की बातों को सुना जायेगा। धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। पुराने मित्र-परिचितों से संपर्क होगा। परिणाम की चिंता न करें, सिर्फ कर्म करने पर ध्यान देवें। आराम करें।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 24 मई 2023
🌤️ दिन – बुधवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – उत्तरायण
🌤️ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
🌤️ मास – ज्येष्ठ
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – पंचमी 25 मई रात्रि 03:00 तक तत्पश्चात षष्ठी
🌤️ नक्षत्र – पुनर्वसु शाम 03:06 तक तत्पश्चात पुष्य
🌤️योग – गण्ड शाम 05:20 तक तत्पश्चात वृद्धि
🌤️ राहुकाल – दोपहर 12:36 से दोपहर 02:15 तक
🌞 सूर्योदय-05:14
🌤️ सूर्यास्त- 06:20
👉 दिशाशूल- उत्तर दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

करें यह पांच काम लक्ष्मीजी घर छोड़कर कभी नहीं जाएंगी⤵️

🌷 पुष्य नक्षत्र योग 🌷
25 मई 2023 गुरुवार को सूर्योदय से शाम 05:54 तक गुरुपुष्यामृत योग है ।
🙏🏻 १०८ मोती की माला लेकर जो गुरुमंत्र का जप करता है, श्रद्धापूर्वक तो २७ नक्षत्र के देवता उस पर खुश होते हैं और नक्षत्रों में मुख्य है पुष्य नक्षत्र, और पुष्य नक्षत्र के स्वामी हैं देवगुरु ब्रहस्पति | पुष्य नक्षत्र समृद्धि देनेवाला है, सम्पति बढ़ानेवाला है | उस दिन ब्रहस्पति का पूजन करना चाहिये | ब्रहस्पति को तो हमने देखा नहीं तो सद्गुरु को ही देखकर उनका पूजन करें और मन ही मन ये मंत्र बोले –
ॐ ऐं क्लीं ब्रहस्पतये नम : |…… ॐ ऐं क्लीं ब्रहस्पतये नम : |

🌷 कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में 🌷
🌳 बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें |

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