नावाडीह में महामहिम राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बच्चों से किया संवाद,बांटा चाकलेट
बोकारो : महामहिम सीपी राधाकृष्णन अपने एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को जिले के नावाडीह स्थित राजकीयकृत उत्कमित मध्य विद्यालय चपरी पहुंचे। जहां उन्होंने विद्यालय के विभिन्न कमरों का निरीक्षण करते हुए अध्ययनरत बच्चों के साथ क्रमवार संवाद किया। उनसे पठन – पाठन के संबंध में जानकारी प्राप्त की, साथ ही बच्चों के बीच चाकलेट का वितरण किया। उन्होंने विद्यालय के लर्निंग म्यूजियम कंसेप्ट अनुरूप रंग – रोहन पर संतोष व्यक्त किया। महामहिम ने कुछ समय बच्चों के साथ समय बिताया। उन्होंने बच्चों/विद्यालय के शिक्षकों/आमजनों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाई।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम पर मंच से संबोधित करते हुए माननीय महामहिम श्री सी पी राधाकृष्णन ने कहा कि हम भारत को नमन करते हैं, भारत एक है और हम सब भारतीय है। उन्होंने झारखंड की परंपरा अनुरूप जोहार शब्द से अपने वक्तव्य को शुरू किया। कहा कि मैंने कई जिलों का दौरा किया है, लेकिन इस जिले की बात अलग है, यहां के उपायुक्त व उनकी टीम ने बेहतर कार्य किया है, इनके द्वारा स्थानीय कोष का सही इस्तेमाल किया गया है, उन्होंने बधाई दी। जिला प्रशासन द्वारा सुदूरवर्ती क्षेत्रों में कार्यरत एएनएम (स्वास्थ्य कर्मी) को बेहतर चिकित्सा सेवा आमजनों को पहुंचाने के लिए स्कूटी उपलब्ध कराया गया है,जो डिजल – पेट्रोल से नहीं ईलेक्ट्रिक से चलती है। समय के साथ हमें भी चलना है, इसी सोच के अनुरूप प्रशासन ने यह कार्य किया है। ऐसे कार्यों से ही स्पष्ट होता है कि कौन काम करता है और कौन काम नहीं करता है। महामहिम ने इस व्यवस्था को पूरे देश में शुरू करने को लेकर अपनी बात संबधित लोगों/प्लेटफार्मों पर रखने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि जैसा कि हमे बताया गया कि राजकीयकृत उ. वि. म. विद्यालय कक्षा आठ तक है, बच्चों की प्रतिभा – लगन को देखते हुए वह इसे 10 वीं एवं 12 वीं तक करने की पहल करेंगे। विद्यालय में कमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, नये शिक्षकों की बहाली होगी, हर जरूरी संसाधन सुनिश्चित किया जाएगा। ताकि यहां के छात्र – छात्राओं को आगे पढ़ने के लिए कहीं दूर नहीं जाना पड़े। आने वाले समय में यह विद्यालय बेस्ट विद्यालयों के श्रेणी में शामिल होगा, इसके लिए वह हर संभव पहल करेंगे।
अपने संबोधन में माननीय महामहिम श्री सी पी राधाकृष्णन ने आमजनों/ग्रामीणों को कहा कि अपने परिवार – आस पास के बुजुर्गों की सेवा करें। उनका आदर करें, उन्हें सम्मान दें। अगर उन्हें किसी तरह की आर्थिक समस्या है तो सरकार द्वारा संचालित पेंशन योजना से अच्छादित करें। उन्होंने किसी भी परिस्थिति में बुजुर्गों एवं बच्चों का ख्याल रखने की बात कहीं। उन्होंने ग्रामीणों को उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन/पी एम आवास योजना/कन्यादान योजना/जल जीवन मिशन एवं केंद्र – राज्य सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। सभी को एकजुट होकर चलने की बात कहीं,तभी संपूर्ण गांव का विकास होगा। पूरा प्रशासनिक तंत्र आमजनों के सहयोग के लिए खड़ा है।
राज्यपाल ने मंच से विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच सांकेतिक रूप से परिसंपत्ति का भी वितरण किया। उन्होंने बिरसा हरित ग्राम योजना, पीएम ए वाई ग्रामीण, सिंचाई कूप योजना, दीदी बाड़ी योजना, मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था, मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना, स्वामी विवेकानंद निःशक्त स्वालंबन प्रोत्साहन पेंशन योजना, प्री मैट्रिक छात्रवृति, राशन कार्ड योजना, सीएसआर स्कूटी योजना एवं सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के लाभुकों के बीच सांकेतिक रूप से परिसंपत्ति/स्वीकृति पत्र का वितरण किया।
मौके पर अपने संबोधन में उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने क्रमवार जिले में संचालित विकास कार्यों की संक्षिप्त जानकारी दी। बताया कि विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक माहौल निर्माण को लेकर विद्यालयों को लर्निंग म्यूजिम के रूप में विकसित किया गया है। विद्यालयों के आधारभूत संरचना को सुदृढ़ एवं अत्याधूनिक सुविधाओं से लैस करते हुए स्मार्ट क्लास, आइटीसी लैब का निर्माण किया गया है। विद्यालय परिसर में पेयजल/शौचालय आदि की व्यवस्था भी बेहतर की गई है। गांव में भी विकास कार्य निरंतर किया जा रहा है, बेहतर सड़कों के साथ, हर घर नल जल योजना से भी ग्रामीणों को अच्छादित किया जा रहा है।
इससे पूर्व, राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय नावाडीह चपरी में पुलिस जवानों द्वारा माननीय राज्यपाल को गार्ड आफ आनर दिया गया। वहीं, उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री चंदन झा, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री रजनीश कुमार, उप विकास आयुक्त श्रीमती कीर्तीश्री जी., अनुमंडल पदाधिकारी चास श्री दिलीप प्रताप सिंह शेखावत आदि ने पुष्प गुच्छ देकर माननीय महामहिम का स्वागत किया।
इस मौके पर जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी, ग्रामीण, विद्यालय के बच्चें आदि उपस्थित थे।