एबीआरएसएम के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिलेंगे, प्राध्यापकों की समस्या से कराएंगे अवगत

रांची: अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ , झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार सिंह की अध्यक्षता में झारखंड राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई।
बैठक में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों के ग्रीष्मकालीन छुट्टी में कटौती को लेकर सभी ने आपत्ति जताते हुए इसका पुरजोर विरोध किया। सभी ने एकमत से कहा कि उच्च शिक्षा के प्राध्यापक को पठन – पाठन के लिए तैयारी के साथ ही साथ रिसर्च भी करना पड़ता है।कई विश्वविद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों में परीक्षा कार्य एवं मूल्यांकन कार्य हेतु प्राध्यापकों को कार्य करने हेतु विवश किया जाता है यह बिल्कुल गलत है। एक तरफ केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों को सप्ताह में 05 दिनों का कार्य करते हैं वहीं राज्य के विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों को सप्ताह में 06 दिनों तक कार्य करना पड़ता है, इन विसंगतियों को दूर कर एकरूपता लाने की आवश्यकता है।
बैठक में सर्वसम्मति से निम्नलिखित निर्णय लिए गए :-

  1. उच्च शिक्षा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में ग्रीष्मावकाश को कम करने का पुरजोर विरोध करते हुए इसके समाधान हेतु ए बी आर एस एम का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल महामहिम राज्यपाल से शीघ्रता से शीघ्र मिलकर इसके निराकरण की मांग की जाएगी।
  2. प्रोनोत्ति की विसंगतियों को समाप्त करने की मांग की जाएगी।
  3. पी एच डी इन्क्रीमेंट का लाभ शीघ्र दिया जाय।
  4. महामहिम राज्यपाल को दिए जाने वाले ज्ञापन तैयार करने हेतु 06 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है जिसमें राँची विश्वविद्यालय से डॉ प्रितम कुमार, डॉ ज्योति प्रकाश, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ सुनीता कुमारी गुप्ता एवं डी एस पी एम यू से डॉ अभय कृष्ण सिंह, डॉ धनंजय वासुदेव द्विवेदी शामिल हैं।
    आज की बैठक में प्राध्यापकों ने एकमत से कहा कि ग्रीष्मावकाश की छुट्टी की कटौती को स्वीकार नही किया जाएगा।
    आज के ऑनलाइन बैठक में डॉ प्रितम कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ सुनीता कुमारी गुप्ता, डॉ राजकुमार चौबे, डॉ अजय कुमार सिन्हा, डॉ अंजनी शर्मा, डॉ अभय कृष्ण सिंह, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ सविता मिश्रा, डॉ रंजीत कुमार सिंह, डॉ करुणा पंजियारा, डॉ उमेश सहाय, डॉ ज्योति प्रकाश, डॉ नंदी, डॉ दारा सिंह गुप्ता सहित कुल 32 प्राध्यापक शामिल हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *