हेमंत सोरेन ने पद की गरिमा खत्म कर दी है : सुदेश महतो
रांची : आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा खत्म कर दी है। साथ ही राज्य की छवि भी लगातार बिगाड़ रहे हैं। उन्हें यह बताना चाहिए कि जब दिल्ली में ईडी की टीम उनके आवास पर पहुंची तब वे कहां थे। फिर वे किन रास्ते से लौटे। उनकी गतिविधियों से संशय और भ्रम की स्थिति बनी हुई है। ईडी उनसे पूछताछ करना चाहती है। अगर उन्होंने कोई ग़लती नहीं की है, तो बेहिचक इसका सामना करना चाहिए। सरकार और उनकी पार्टी शासन का दुरुपयोग कर राज्य का माहौल खराब करने में जुटी है। जबकि राज्य में विधि व्यवस्था को लेकर राज्यपाल लगातार चिंता जाहिर कर रहे हैं।
आजसू पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में वन नेशन-वन इलेक्शन विषय पर आयोजित बैठक में केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें तो आधुनिक भारत के लोकाचार प्रतिबिंबित हो सकते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन नए भारत की आकांक्षा को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि वन नेशन वन इलेक्शन विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। देश को वन नेशन वन इलेक्शन की ओर बढ़ना चाहिए। इसके लागू होने से देश की प्रगति आगे बढ़ेगी और चुनाव में होने वाले खर्च में काफी कमी आएगी।
इस बैठक में विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका से जुड़े कई लोग शामिल हुए। इस दौरान एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर चिंतन-मंथन किया गया।
इस बैठक में डोमन सिंह मुंडा, हसन अंसारी, राजेन्द्र मेहता, सुबोध प्रसाद, डॉ. मुकुंद चंद मेहता, ब्रज मोहन कुमार, पंकज श्रीवास्तव, मनोज कुमार सिंह, गौतम कुमार सिंह, डॉ. सुधीर यादव, डॉ. अशोक कुमार नाग, डॉ. रीना गोडसरा, परवाज़ खान, कौशल तिवारी सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहें।
- पुण्यतिथि पर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की गई
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो और पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने केंद्रीय कार्यलय में उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया। इस मौके पर सुदेश कुमार महतो ने बापू को याद करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के विचार और उनके सिद्धांत अनमोल है। यह आज भी प्रासंगिक है और हमेशा रहेंगे। महात्मा गांधी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होनें देश सहित पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का पाठ पढ़ाया था। हमें उनके दिखाए रास्ते पर संकल्पित होकर चलने की आवश्यकता है।