1947में अंग्रेजों द्वारा बनाए गए इंडियन इंडिपेंडेंट एक्ट को रद्द करे भारत सरकार: केएन त्रिपाठी
माउंट ब्रिटेन ने इस एक्ट को ब्रिटिश पार्लियामेंट में पारित किया था,बाद में भारत के पार्लियामेंट ने पारित किया
रांची: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और अघोषित युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो गई है। ऐसे में भारत में पक्ष और विपक्ष आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में एक हो गई है। वहीं झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी ने भारत सरकार से मूल भारत बनाने की मांग की है। वे शुक्रवार को स्थानीय स्टेट गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जुलाई1947 में ब्रिटिश पार्लियामेंट ने इंडियन इंडिपेंडेंट एक्ट पारित किया था।जिसमे भारत को दो भागों में विभाजित कर भारत और पाकिस्तान बनाने का काम किया गया था। उस एक्ट को भारत की पार्लियामेंट ने बाद में स्वीकार कर लिया था।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि मैं भारत सरकार से मांग करता हूं कि अब इस ब्रिटिश पार्लियामेंट द्वारा बनाए गए एक्ट को अस्वीकार करे। क्योंकि भारत आज का राष्ट्र नहीं है। भारत पर ब्रिटिश ने शासन किया। लेकिन भारत विश्व की सबसे पुरातन संस्कृति है और मूल भारत राजा भरत के समय से अशोक चंद्रगुप्त तक का भारत,उसमे कही पंजाब, सिंध,कश्मीर कभी डिवाइडेड नहीं रही। उन्होंने कहा कि माउंट ब्रिटेन को कोई हक नहीं था कि वह भारत में आकर इस मूल पर आजादी दे कि आपके देश को दो टुकड़े में बांट दे। भारत ने उस समय आजादी मिलने की मजबूरी में इस एक्ट को स्वीकार किया था।
आज का भारत बदल गया है और जुलाई 1947 में पारित अंग्रेजों के एक्ट को अस्वीकार करे और पंजाब और सिंघ को इंडिया में मिला दे।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा आतंकवादी को पालने का काम किया है। यही नहीं आतंकवादी के मरने पर वहां के सैन्य अध्यक्ष और प्रेसिडेंट जनाजे पर बुके देने जाते हैं ।यह देश भारत का पड़ोसी देश नहीं हो सकता है। इससे अच्छा तो अफगानिस्तान है जो सदियों से भारत का पड़ोसी रहा है।
पाकिस्तान पिछले दो रात से भारत के सिविलियन एरिया में हमला कर रहा है, यह चिंता जनक है।
मूल भारत को चीर कर ब्रिटिश पार्लियामेंट ने हमारे देश में एक नया देश बना दिया था, जिसका नाम है पाकिस्तान। हमारे ही देश से पंजाब, सिंघ और कश्मीर को चीर कर एक नया राष्ट्र बना दिया। यह राज्य आतंकवादी को पालने, उसको संरक्षण देने वाला राज्य राष्ट्र बन गया है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को मार दिया था। यह बहुत ही निंदनीय घटना है। बदले में हमारे सैनिकों ने पाकिस्तान में उन आतंकियों को और उसके कई ठिकाने को ध्वस्त कर दिया। हमारे सैनिकों ने किसी भी सिविलियन एरिया को टारगेट नहीं बनाया। लेकिन पाकिस्तान पिछले दो दिनों से भारत के सिविलियन एरिया में टारगेट कर रहा है। वहां पर ड्रोन और मिसाइल छोड़ रहा है,यह अत्यंत ही निंदनीय है। इसलिए भारत सरकार को इस बार पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम अख्तियार करते हुए इंडियन इंडिपेंडेंट एक्ट को रद्द करना चाहिए।

