ब्लॉक टू में उत्पादन चालू करवाना लक्ष्य, बदलेगी धवैया और सिमराबेड़ा गांवों की तस्वीर : जीएम
ब्लॉक टू में है 70 मिलियन टन कोयला का अटूट भंडार, रजरप्पा को देगा 25 साल का जीवनदान
रजरप्पा : सीसीएल रजरप्पा स्थित ऑफिसर्स क्लब में रविवार को सीसीएल रजरप्पा प्रबंधन और रजरप्पा के स्थानीय पत्रकारों के बीच परिचयात्मक बैठक हुआ। बैठक में मुख्य रूप से सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र के महाप्रबंधक पीएन यादव मौजूद थे। आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए सीसीएल रजरप्पा के महाप्रबंधक पीएन यादव ने कहा की सीसीएल रजरप्पा के ब्लॉक टू परियोजना चालू करवाना मेरा पहला लक्ष्य हैं। ब्लॉक टू के चालू होने से धवैया और सिमराबेड़ा गांवों की तस्वीर बदलेगी और यहां के हजारों हजार लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। सीसीएल रजरप्पा का भविष्य ब्लॉक 2 में निर्भर करता हैं। ब्लॉक टू के चालू होने से ही सीसीएल रजरप्पा को नया जीवन दान मिलेगा। सीसीएल रजरप्पा से सटे दामोदर नद के दूसरे छोर धवैया / सिमराबेड़ा ब्लॉक टू के खुलने से रजरप्पा को 25 साल का जीवन दान मिलेगा। यहां उत्पादन के साथ साथ लगभग 300 लोगों को कोल इंडिया में नौकरी मिलेगी। उन्होंने इसके लिए सभी वर्ग को आगे आकर कंपनी का सहयोग करने की अपील की। इस दौरान पत्रकारों ने कहा की कई बार हम नकारात्मक खबरें भी छापते हैं पर इसका उद्देश्य कंपनी को चेहरा दिखाना होता है और जो रही गलती सुधारना होता है। सीसीएल रजरप्पा जीएम ने आगे कहा कि वर्तमान में सीसीएल रजरप्पा की स्थिति ठीक नही हैं। सीसीएल रजरप्पा में कोयला खत्म हो रहा हैं। सीसीएल रजरप्पा पूर्व में कोयला उत्पादन में हमेशा आगे रहा हैं पर आज अपने संकट काल से गुजर रहा। हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। कार्यक्रम का संचालन एसओपी एसके गोस्वामी ने की। बैठक के दौरान बताया गया की ब्लॉक टू को लेकर कंपनी गंभीर है। इसके अलावा विस्थापितों का भी पुरा ख्याल रखा जाएगा। एक नई स्कीम के तहत कंपनी विस्थापित बेरोजगारों को एक बार में एक करोड़ तक का काम आवंटित करेगी। जबकि ब्लॉक टू में 70 मीट्रिक टन कोयला का अटूट भंडार है।

