झारखंड की सड़कें अमेरिका से भी बेहतर बनाऊंगा : गडकरी
रांची: केंद्रीय सड़क एवम परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने झारखंड में करोड़ों रुपए की लागत से बनने वाली सड़कों की सौगात दिया है। गुरुवार को पुराना विधानसभा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 94सौ करोड़ से अधिक के निवेश से 21 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह तो टेलर है, अभी बहुत कुछ बाकी है। आज देश में पहली बार डबल डेकर सड़क रांची में बन रहा है। रांची ग्रीन फील्ड रिंग रोड पांच हजार करोड़ की लागत से बनेगा। दो बाई पास का निर्माण होगा। सात सौ करोड़ का आरओबी का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में जब अच्छे सड़कें बनेगी तो कैपिटल इन्वेस्टमेंट होगा।युवाओं को रोजगार मिलेगा। जो काम पिछले 60-70सालों में नहीं हुआ है वह2014 में मोदी सरकार आने के बाद हुआ है। झारखंड की सड़कें अमरीका के बराबर होगी। रांची से वाराणसी तीन घंटे में तय होगा, ऐसी सड़कें बनेगी। आने वाले दिनों में झारखंड समृद्ध बनेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के किसान अन्नदाता के साथ साथ ऊर्जा दाता भी बनेंगे।देश को जल, वायु प्रदूषण से मुक्ति दिलाना है।झारखंड को समृद्ध बनाने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन बनेगा।
कार्यक्रम में संजय सेठ, बाबूलाल मरांडी, बीडी राम,प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने संबोधित किया। मंच पर रामगढ़ विधायक सुनीता चौधरी,मेयर आशा लकड़ा, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू,विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी,जेपी पटेल, विधायक लंबोदर महतो,सांसद,विद्युत चरण महतो,नवीन जायसवाल,उप मेयर संजीव विजयवर्गीय,भानु प्रताप सहित कई लोग उपस्थित थे।
संजय सेठ ने पीएम मोदी और नितिन गडकरी का धन्यवाद ज्ञापन करते heu कहा की राजधानी रांची के रातु रोड में
दीपक प्रकाश:2014 से लगातार विकास की गंगा बह रही है। पूरे भारत में सड़कों का जल बीच रहा है।पहले भारत की सड़कों की तुलना अर्ध विकित alp viksit देशों की तौलन करते थे। आज पीएम मोदी की सरकार में भारत की ससकें विकसित भारत कह सकते हैं।
बाबूलाल मरांडी: इतनी सारी योजना से झारखंड की तकदीर और तशवीर बदलेगी। झारखंड के रोज कनेक्टिविटी विकास के रास्ते खोल देंगे।
बीडी राम: पूरे देशभर में सड़कों का जल बीच गई है। सड़कों से विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। पलामू क्षेत्र में सड़कों का जल बिछ गया है। एक साल के बाद पलामू क्षेत्र का नक्शा बदल जाएगा

