भयावहः झारखंड में छह महीने से पांच साल तक के बच्चों में है खून की कमी, हीमोग्लोबिन की मात्रा 11 ग्राम से भी कम

झारखंड का हर तीसरा पुरूष भी है एनिमिक,
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 की रिपोर्ट में हुआ है चौंकाने वाला खुलासा
रांचीः झारखंजड में मासूमों की स्थिति भयावह हो गई है। छह महीने से पांच साल तक के बच्चों में खून की कमी है। इसका खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे पांच की रिर्पोट में हुआ है। रिर्पोट के मुताबिक झारखंड में छह महीने से पांच साल तक के 67.5 प्रतिशत ऐसे बच्चे हैं जो एनीमिक हैं । जिसमें हीमोग्लोबिन की मात्रा 11 ग्राम से कम है. इसका मतलब यह है कि झारखंड में अभी भी एनीमिया यानी खून की कमी बड़ी स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है. वहीं महलिओं की भी स्थिति ठीक नहीं है। 15 साल से 49 वर्ष की सामान्य महिलाओं में 65.7 फीसदी महिलाएं ऐसी हैं जिनमें हीमोग्लोबिन की मात्रा 12 ग्राम से कम है. राज्य में 29.6 फीसदी ऐसे पुरुष हैं जिन में हीमोग्लोबिन की मात्रा 13 ग्राम से कम है । इसका मतलब यह हुआ कि राज्य का हर तीसरा पुरुष भी एनीमिक है. राज्य में जहां 10.2% महिलाएं मधुमेह से ग्रस्त हैं, वहीं 14.1% पुरुष डायबिटिक हैं. इसी तरह राज्य में जहां 17.8% महिलाएं उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर की मरीज हैं तो 22.6% पुरुष डायबिटिक हैं.

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