29 सितंबर को पारस एचईसी हॉस्पिटल में नि:शुल्क हार्ट स्वास्थ्य जांच कैंप
रांची: वर्ल्ड हार्ट डे हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष वर्ल्ड हार्ट डे 2024 के लिए थीम “हृदय का उपयोग करें, हृदय को जानें” है। इस थीम के ज़रिए हृदय स्वास्थ्य के महत्व और इसके ज्ञान के महत्व को बताया जाएगा। इस अवसर पर पारस एचईसी हॉस्पिटल में 29 सितंबर को नि:शुल्क हार्ट टेस्ट कैंप लगाया जायेगा। इस कैंप में कार्डियक कंसलटेंट, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशन कंसलटेंट मौजूद रहेंगे। कैंप में रैंडम ब्लड शुगर, ईसीजी, 2D-इको कार्डियोग्राफी / ट्रेड मिल टेस्ट नि:शुल्क होगा। इसके अलावा हेल्थ टॉक का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें लोग संबंधित सवालों को पूछ कर जवाब पा सकते हैं। साथ ही कैंप में अगर डॉक्टर एक्स्ट्रा टेस्ट करने को कहते है तो टेस्ट में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। जिस मरीज को नि:शुल्क हार्ट चेकअप कैंप में भाग लेना है, वो पारस हॉस्पिटल एचइसी, धुर्वा में संपर्क कर सकते है।
पारस एचईसी हॉस्पिटल के सीनियर कर्डिलॉजिस्ट डॉक्टर महेश कुशवाहा ने कहा कि हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। हर साल हजारों की संख्या में लोग हार्ट डिजीज से मरते हैं। इस लिए इस दिन लोगों को हार्ट की बीमारी से बचाने के लिए उन्हें जागरूक किया जाता है। विश्व हृदय दिवस 2024 का थीम का लक्ष्य लोगों को अपने हृदय की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना और नेताओं से हृदय संबंधी स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का आग्रह करना है। अगर किसी को हार्ट संबंधित को बीमारी हो तो वह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हेल्थी हार्ट के लिए उपाय करें।
कार्डियक सर्जन डाक्टर कुणाल हजारी ने कहा कि वर्ल्ड हार्ट डे में लोगों को मेरा संदेश है कि आप हमेशा खुश रहे और मस्त रहे। रिलेक्स रहना सीखे। क्वालिटी ऑफ़ लाइफ जीएं। मन में कभी भी नेगेटिव सोच नहीं रखें। गुस्सा मत कीजिए।
कर्डिलॉजिस्ट डॉक्टर कुंवर अभिषेक ने कहा कि समय पर और अच्छे डाइट लेंगे तो हार्ट हमेशा ठीक रहेगा। हार्ट की बीमारी से बचना जरूरी है। हल्के एक्सरसाइज करें। हरी सब्जियां और फल का सेवन लगातार करते रहे।
पारस एचईसी हॉस्पिटल में अब कैंसर का भी होगा इलाज
धुर्वा स्थित पारस एचईसी हॉस्पिटल में कैंसर का पूरा इलाज अब उपलब्ध है। पारस हॉस्पिटल के फैसिलिटी निदेशक डॉ नीतेश कुमार ने कहा कि पारस एचईसी हॉस्पिटल में पारस कैंसर सेंटर खोला गया है। रांची के जाने माने ऑन्कोलॉजी की टीम ने पारस हॉस्पिटल को ज्वाइन किया है। ये डॉक्टर की टीम टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई से प्रशिक्षित है। प्रिवेंटिव कैंसर ट्रिटमेंट के लिए जो जरूरत पड़ती है, सुविधा उपलब्ध है। चार से पांच माह के अंदर रेडियेशन ऑन्कोलॉजी भी शुरू हो जायेगा। पेट स्कैन की भी सुविधा शुरू हो जायेगी। इसका फायदा यह होगा कि कैंसर के मरीज को यदि किडनी, हार्ट आदि की बीमारी है तो इसके लिए किसी अन्य हॉस्पिटल में नहीं जाना पड़ेगा। पारस एचईसी हॉस्पिटल में एक ही छत के नीचे इन सभी बिमारियों का इलाज संभव हो पायेगा।
डॉ नीतेश ने कहा कि पिछले दो सालों में पारस एचईसी हॉस्पिटल में मरीजों को देखने का दायरा बढ़ा है। मरीजों की संख्या बढ़ रही है। झारखंड और झारखंड के पड़ोसी राज्यों से भी मरीज पारस हॉस्पिटल पहुंच कर इलाज करा रहे हैं। कई नये विभागों को जोड़ा गया है। इनमें मदर एंड चाइल्ड यूनिट बनाया गया है। मां और नवजात बच्चों के लिए अलग जगह बनाया है, जहां मां और बच्चे की देखभाल एक ही जगह हो सके। इसके अलावा ब्लड बैंक की भी स्थापना की गयी है। छाती रोग विभाग का विस्तार किया गया है। न्यूरो सर्जरी और ऑर्थपेडिक एवं जेनरल सर्जरी की सुविधा का भी विस्तार किया गया। अनुभवी डॉक्टरों को हॉस्पिटल से जोड़ा गया, इससे कई विभाग को विस्तार करने में आसानी हुई।