मैथिली विकास कोष के नव निर्मित भवन का उद्घाटन किया पूर्व प्रधानमंत्री देउवा
जनकपुरधाम/मिश्री लाल मधुकर
जनकपुरधाम में सात करोड़ नेपाली रूपये की लागत से नव निर्मित मैथिली विकास कोष भवन का उद्घाटन शुक्रवार कोनेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि मैथिली नेपाल की दुसरी सबसे अधिक बोलने वाली भाषा है। इनका विकास होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का नामाकरण मधेश प्रदेश की जगह जानकी प्रदेश होनी चाहिए। जगत जननी जानकी की भूमि जनकपुरधाम की जानकी मंदिर विश्व के करोड़ों हिन्दूओं की आस्था है। जनकपुरधाम का विकास तभी हो सकता है ,जव रामायण से जुड़ी स्थलो का विकास हो। पर्यटन के विकास से जनकपुरधाम का विकास ओर बढ़ेगा।अपने उद्घाटन भाषण में समसामयिक राजनीति बिषयपर भी चर्चा किए।
अपने अध्यक्षीय भाषण में जीवनाथ चौधरी ने प्रमुख अतिथि नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री देउवा से अयोध्या से जनकपुर तक सीधी रेल का संचालन की मांग की। उन्होंने कहा कि मधेश प्रदेश की सरकारी काम काज की भाषा मैथिली हो तथा सरकारी तथा निजी स्कूल में मैथिली भाषा को शामिल किया जाए। जीवनाथ चौधरी ने कहा कि मैथिली विकास कोष भवन नेपाल तथा भारत केमैथिली साहित्यकारो आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी जैसा वना है । साहित्यकार इसमें अपना प्रतिभा का सदुपयोग करें।जानकी संग्राहलय, समृद्ध पुस्तकालय, मैथिली पेंटिंग, मैथिली गायन, लुप्त हो रहे मिथिला केबाद्य यंत्र, मिथिला के आभूषण सहित अन्य वस्तुओं को संरक्षित किया जाएगा।उद्घाटन समारोह के दौरान प्रा.तथा साहित्यकार श्याम सुंदर शशि द्वारा स्वरचित दो पुस्तकें का भी विमोचन किया गया।
उद्घाटन समारोह में पूर्व गृह मंत्री कृष्ण प्रसाद सिटौला, मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह सहित नेपाली कांग्रेस के कई पूर्व मंत्री, विधायक, जनकपुरधाम के मेयर मनोज कुमार साह,प्राज्ञ राम भरोस कापड़ी ‘भ्रमर’सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि पूर्व प्रधानमंत्री को मैथिली परंपरा से स्वागत किया गया।

