अडानी समूह में LIC और LIC के निवेश पर वित्त मंत्री सीतारमण ने तोड़ी चुप्पी

नई दिल्ली : अडानी समूह में LIC और LIC के निवेश को लेकर संसद में विपक्ष का हंमागा जारी है। इस बीच आज पहली बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम मजबूत है।उसे कोई खतरा नहीं है।
CNBC-TV18 के साथ इंटरव्यू के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम अच्छी स्थिति में है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि SBI और LIC दोनों का अडानी समूह में निवेश सीमा के भीतर है। दोनों मुनाफे में है और निवेशकों को चिंता करने की जरूरत फिलहाल नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी समझ से अडानी समूह में SBI और LIC का निवेश तय सीमा के भीतर है। उन्होंने अडानी समूह में SBI और LIC के निवेश को लेकर उठ रहे सवालों का पर कहा कि मै बताता चाहूंगी कि SBI और LIC दोनों ने संबंधित सीएमडी के साथ अपनी विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि भारतीय बैंक आज एनपीए के बोझ को कम करने में सफल रहे हैं और एक मजबूत स्थिति में है।
वित्त मंत्री ने कहा कि SBI और LIC ने स्पष्ट किया है कि वो ओवरएक्सपोज्ड नहीं हैं। दोनों की ओर से इस बारे में जानकारी सार्वजनिक की गई है कि उनका एक्सपोजर अडानी समूह के शेयरों में लिमिट में है। उनके वैल्यूएशन में गिरावट के बाद भी वो अभी प्रॉफिट में हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय बैंकिंग सिस्टम एनपीए के बोझ को कम कर चुका है। बैंक दोहरे बैलेंसशीट मजबूत है। एनपीए और वसूली की स्थिति भी अच्छी है।
बता दें कि अडानी समूह को लेकर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के कारण कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है। इस रिपोर्ट के कारण पिछले छह दिनों में अडानी समूह की कंपनियों को 46 फीसदी की नुकसान हुआ है। वहीं कंपनी का मार्केट कैप 876524 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं अडानी की कंपनियों में निवेश करने वाली भारतीय बैंकों और LIC को भी झटका लगा है। निवेशकों को भी चिंता सता रही है।

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