हर एक वोट महत्वपूर्ण है,सरकार बनाते और हटाते हैं
पटना। लोकतंत्र में आस्था बढ़ाने के लिए मतदाताओं को हर एक मत की महत्ता समझना चाहिए। हर एक वोट से सरकार बनाने और हटाने का कार्य होता है।अपने बहुमूल्य वोट की ताकत को बताने के लिए बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड पटना द्वारा आज खादी मॉल के बापू सभागार में मतदाता जागरूकता कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया।जिसमें बिहार के प्रतिष्ठित कवि व कवयित्रियों ने अपने-अपने कविता के माध्यम से लोगों को चुनावी प्रक्रिया में मतदान करने के लिए प्रेरित किया।
इस खास अवसर पर क़ासिम ख़ुर्शीद, संजय कुमार कुंदन, समीर परिमल, सुधा पांडेय, संगीता मिश्रा, राजकांता राज, पूनम देवा, प्रेमलता सिंह, सुहैल फ़ारूक़ी, डॉक्टर नसर आलम नसर, सविता सिंह नेपाली, उत्कर्ष आनंद, रूबी भूषण, अविनाश बंधु, शंकर भगवान, इंदू उपाध्याय, सागर इंडिया, महेश मधुकर, अमृतेश, विकास राज आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर बिहार खादी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार व सहायक लेखा पदाधिकारी प्रदीप कुमार सिन्हा द्वारा गोष्ठी में सम्मिलित कवि-कवित्रियों व पत्रकारों को भागलपुरी चादर एवं बिहार की प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग द्वारा सम्मानित किया गया।
साथ ही विभिन्न प्रकाशन के पत्रकार सुनील सिंह, राजकुमार, जय प्रकाश, दीपक, चेतन, आशीष को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के शुरुआत में कवि कासिम खुर्शीद ने कहा कि जन जागरूकता के उद्देश्य से बिहार खादी द्वारा लोकसभा चुनाव को लेकर यह एक सकारात्मक पहल की जा रही है।
वहीं राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं महिला कल्याण संस्थान पटना की अध्यक्षा,समाजसेवा व लेखिका राजकांता राज ने तेरा मेरा हम सभी का है!अपना अधिकार
आओ मिलकर हम चुनें एक बढ़िया सरकार! प्रस्तुत कर उपस्थित मतदाताओं में चुनाव 2024 के प्रति उत्साह का सृजन किया। वरिष्ठ पत्रकार अमलेन्दु अस्थाना ने अपनी रचना ‘मन से मत का मेल कराओ! लोकतंत्र का पर्व मनाओ’ का वाचन कर लोगों में पोलिंग बूथ पर जा कर अपने उँगली कर मतदान का तिलक लगाने के लिए प्रेरित किया।
लोकप्रिय शायर समीर परिमल ने सुनाया –
“कमतर न समझ लेना परिमल की फकीरी को
इक वोट के बल पर हम सरकार बदलते हैं”!
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से बिहार के प्रतिष्ठित,बहुचर्चित एवं उभरते कवि-कवयित्रियों ने कविता का वाचन कर मतदाताओं को लोकतंत्र के महापर्व में अपने-अपने मतों का पूर्ण रूप से प्रयोग करने के किए प्रेरित किया है, आशा है कि वैसे लोग जो मतदान के दिन को छुट्टी का दिन मानते हैं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ आराम और मनोरंजन करना पसंद करते हैं वह भी आने वाले चुनाव के दिनों में अपने घरों से बाहर निकलें और अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
मंच संचालन मो० नसीम अख़्तर ने करते हुए अपने शेरो-शायरी से लगातार लोगों में उत्साह भरा।