सियासी आपदा में भी कांग्रेस के विधायक अवसर की तलाश में…

रांची: झारखंड में हेमंत सोरेन के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद झारखंड में फिलहाल सियासी आपदा जैसी स्थिति बन गई है। 43 विधायकों का समर्थन पत्र हाथ में लिए विधायक दल के नेता चंपई सोरेन राजभवन से बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। समय ज्यों ज्यों बीत रहा है कई सवाल भी उत्पन्न होने लगे हैं। गठबंधन के विधायकों का भी मन में कुछ कुछ उत्पन्न होने लगा है। कई विधायक तो इस आपदा में अवसर तलाश रहे हैं। खासकर कांग्रेस खेमे में ऐसी चर्चा होने लगी है। कांग्रेस के कई विधायक नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति में मंत्री पद की मांग दबी जुबान से करने लगे हैं। कई विधायकों का कहना है कि गठबंधन सरकार का चार साल बीत चुका है। कांग्रेस कोटे से चार मंत्री हैं उन्हें रिप्लेस कर दूसरे तेज तर्रार विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिलना चाहिए। इससे आने वाले चुनाव में उनके लिए बेहतर हो सकता है। जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत होगी। हालांकि कांग्रेस विधायकों की यह मांग बीते एक सालों से संगठन में हो रही है। इस बीच प्रभारी भी बदल गए और नए प्रभारी गुलाम अहमद मीर से कुछ विधायकों ने अपनी बातों को रख भी दिया है।
कुछ इसी तरह की स्थिति झामुमो के अंदर भी उत्पन्न हो रही है। वहां भी मंत्री बनने का सपना चल रहा है। बहरहाल जबतक नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण हो नहीं जाता है तब तक कई सवालों और चर्चा का दौर जारी रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *