इलेक्ट्रिक सोलर चाक के उपयोग से कुम्हारों की कार्यक्षमता में हुई वृद्धि
खूंटी: जिले के कुम्हार अब इलेक्ट्रिक सोलर चाक के उपयोग से अपने पारंपरिक व्यवसाय को नए आयाम दे रहे हैं। हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सोलर चाक चलाने और इसके लाभों की जानकारी प्राप्त करने के बाद कुम्हार अब इस तकनीक का कुशलतापूर्वक उपयोग कर रहे हैं।
प्रशिक्षित कुम्हार सोलर चाक की सहायता से मिट्टी के बर्तन, दीये, मूर्तियां और अन्य सामग्री का निर्माण आसानी से और कम समय में कर रहे हैं। इस आधुनिक तकनीक ने न केवल उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाया है, बल्कि उत्पादकता में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
खूँटी के एक प्रशिक्षित कुम्हार ने कहा कि सोलर चाक से काम करना बहुत आसान हो गया है। पहले जहां हमें अधिक समय और मेहनत लगानी पड़ती थी, अब उसी काम को कम समय में पूरा कर सकते हैं। इससे हमारी आय में भी सुधार हो रहा है।
उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने कहा कि यह पहल कुम्हारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास है। सोलर चाक पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ उनके व्यवसाय को भी सशक्त बना रहा है। जिला प्रशासन भविष्य में भी ऐसे नवाचारों को बढ़ावा देगा। सोलर चाक के इस्तेमाल से कुम्हार पारंपरिक हस्तशिल्प को संरक्षित कर रहे हैं, उनके उत्पादों में भी वृद्धि हो रही है।